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संत पापा का सिनोडलिटी पर पुस्तिका संत पापा का सिनोडलिटी पर पुस्तिका 

सिनोडलिटी पर संत पापा की पुस्तिका

वाटिकन प्रकाशन हाऊस ने संत पापा फ्रांसिस के विचारों पर आधारित सिनडलिटी पर एक पुस्तिका का प्रकाशन किया।

दिलीप संजय एक्का-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, गुरूवार, 01 दिसम्बर 2022 (रेई) वाटिकन प्रकाशन हाऊस ने संत पापा फ्रांसिस के चुनाव और उनके विचारों को संग्रहित करते हुए एक पुस्तिका “मिलकर चलना” प्रकाशित किया जिसका विमोचन बुधवार को वाटिकन रेडियो के साला मारकोनी सभागार में हुआ।  

इस पुस्तिका के संदर्भ में कार्डिनल मारियो ग्रेच ने कहा, “यह सभी बपतिस्मा प्राप्त लोगों के लिए एक उपकरण”, की भांति है जो हमें संत पापा के आनंद में सहभागी बनाता है जहाँ वे हमें बिना किसी को छोड़े आगे बढ़ने के लिए प्रोत्साहित करते हैं। यह पुस्तिका हमें सिनोड के संबंध में उनकी नियुक्ति से लेकर अब तक के विभिन्न साक्षात्कारों से रूबरू कराती है।

ला ओस्सरेवातो रोमानो, इतालावी समाचार पत्रिका के निदेशन अन्द्रेया मोंदा ने कहा कि यह “एक उपयोगी पुस्तिका” है। “यह वह सड़क है जिस पर संत पापा हमें रहने क लिए कहते हैं, जहाँ नर और नारियाँ हैं”।

कोई बहिष्कृत नहीं है

स्थानीय कलीसियाओं के संदर्भ में संत पापा के संग पिछले सोमवार की मुलाकात को याद करते हुए कार्डिनल ग्रेच ने कहा, “संत पापा बहुत खुश हैं और हमें प्रोत्साहित करते हैं कि हम किसी का परित्याग किये, सभी को शामिल करने के लिए आगे बढ़ें।” एक आयाम जिसे हम इस प्रकाशन के माध्यम से भी देखना जारी रखते हैं, जहाँ कलीसियाई सहचर्य की प्रक्रिया में बेहतर ढंग से सहभागिता हेतु सभी बपतिस्मा प्राप्त लोग आमंत्रित किये जाते हैं।

घुटनों पर ईशशास्त्रीकरण

पुस्तिका हेतु संपादकीय लिखने वाले कार्डिनल ग्रेच ने कहा कि इसका विमोचन उचित समय में हुआ है जब सात महाद्वीपीय धर्मसभाओं का उद्घाटन जो आने वाले महीनों में समापन होगा, जिसमें सिनोडलिटी की विषयवस्तुओं का पुनः अध्ययन उनकी सांस्कृतिक संदर्भों और विशिष्ट क्षेत्रों में प्रेरिताई जरूरतों से शुरू होगी। “हम इसे इस समय के लिए तैयार करना चाहते थे, क्योंकि यह लगभग दस वर्षों के परमधर्माध्यक्षीय कार्यकाल की बातों को एकत्रित करती है।” यह संग्रह सभाओं के लिए भी उपयोगी हो सकती है क्योंकि संत पापा एक ईशशास्त्र प्रध्यापक या धर्मशास्त्र तालिका नहीं हैं। बल्कि वे अपने घुटनों पर ईशशास्त्रीकरण की प्रक्रिया पूरी करते हैं।

व्यावहारिक धर्मसभा बनाना

सिस्टर बेक्क्वार्ट नथाली ने कार्डिनल के विचारों के आगे बढ़ते हुए कहा, “संत पापा फ्रांसिस सिनॉडालिटी के पोप हैं,”। इस पुस्तिका के पन्नों में हम संत पापा फ्रांसिस के परमधर्माध्यक्षीय काल की बातों का पुनरावलोकन कर सकते हैं जो हमारा ध्यान इस ओर इंगित कराती है कि सिनॉडालिटी उनके कार्यकाल और धर्मसिद्धांत की आधारशिला है। उन्होंने कहा कि संत पापा केवल धर्मसभा की विषयवस्तु को लिखने मात्र से संतुष्ट नहीं हैं, लेकिन वे इसे संवाद और लोगों से मिलन के माध्यम  व्यावहारिक रुप में ठोस बनाने की चाह रखते हैं। सिस्टर नथाली ने कलीसिया की अगुवाई हेतु संत पापा की नियुक्ति और उसके उपरांत उनके दिये गये वक्तव्य की याद करते हुए कहा कि सिनॉडालिटी आज भी विश्वास को प्रसारित करने का तरीका है, इस कारण से यह हमें समझने के महत्व पर चिंतन हेतु आमंत्रित करता है, यह केवल धर्मसभा आयोजित करना नहीं है, बल्कि धर्मसभा बनने पर बल देता है।”

येसु के संग चलना

इस पुस्तिका का पठन हमें संत पापा के विचारों के अनुरूप सिनोडलिटी के सार को प्रकट करता है जहां हम एक खुले मार्ग और एक गलिशील विचार को समावेशित पाते हैं। कार्डिनल ग्रेच ने कहा कि हमें हमेशा आध्यात्मिक आयाम को याद रखने की जरुरत है, इस यात्रा में एक अदृश्य तीर्थयात्री है जो येसु हैं। यही वह कारण है जिसके कारण संत पापा फ्रांसिस हमें सिनॉडल बनने के लिए आमंत्रित करते हैं: जिससे हम ख्रीस्त से मुलाकात कर सकें। उन्होंने कहा कि धर्मसभा विश्वास के कार्य पर आधारित है, जो प्रेरिताई के महत्व को नवीनीकृत करती और उससे भी बढ़कर पवित्र आत्मा को सुनती है। एक मौलिक संदर्भ जिसके अंदर हम दूसरों को सुनने के लिए बुलाये जाते हैं जहाँ पवित्र आत्मा हमें आश्चर्यचकित करते और आगे ले चलने हेतु स्वयं हमारा मार्ग तैयार करते हैं। 

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01 December 2022, 16:51