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कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन 

कार्डि. परोलिन ˸ कोप 27 के अवसर को बर्बाद नहीं किया जा सकता

जलवायु परिवर्तन पर कोप 27 के सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन ने परमधर्मपीठ की सहभागिता को सम्मेलन एवं पेरिस समझौते दोनों के लिए "राज्य पार्टी" के रूप में प्रकाश डाला एवं अंतरराष्ट्रीय और अंतर-पीढ़ी एकात्मता की आवश्यकता पर जोर दिया ताकि जलवायु परिवर्तन की चुनौती का सामना किया जा सके।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन राज्य सचिव कार्डिनल पीयेत्रो परोलिन मिस्र के शर्म अल शेख में जलवायु पर संयुक्त राष्ट्र वार्षिक सम्मेलन, कोप 27 में भाग ले रहे हैं। जहाँ उन्होंने मंगलवार को सम्मेलन को सम्बोधित किया और उनके कार्यों के लिए पोप फ्राँसिस के समीप्य, समर्थन एवं प्रोत्साहन का आश्वासन दिया।  

उन्होंने उल्लेख किया कि विगत दिनों, बहरीन में, संत पापा ने उम्मीद जतायी थी कि "कोप27 युवा पीढ़ियों को ध्यान में रखते हुए, 'ठोस और दूरदर्शी विकल्पों के लिए एक कदम आगे बढ़ना होगा, इससे पहले कि बहुत देर हो जाए और उनके भविष्य से छेड़छाड़ हो।"

2050 तक शून्य उत्सर्जन के लक्ष्य तक पहुँचने की परमधर्मपीठ की प्रतिबद्धता एवं अभिन्न पारिस्थितिकी में शिक्षा को प्रोत्साहन देने के समर्पण की याद करते हुए कार्डिनल परोलिन ने व्यक्तिगत एवं सामूहिक तथा ठोस निर्णय की आवश्यकता पर ध्यान केंद्रित किया, जिसे जलवायु परिवर्तन संकट के जवाब में अब अधिक स्थगित नहीं किया जा सकता।

जलवायु आपातकाल का मानव चेहरा

उन्होंने, खासकर, जलवायु आपातकाल के मानव चेहरे पर प्रकाश डाला एवं जोर दिया कि "जलवायु परिवर्तन के कारण हमेशा अधिक बार और गंभीर मानवीय प्रभावों को रोकने एवं जवाब देने के लिए हमारा नैतिक कर्तव्य है।"

उन्होंने "[जलवायु परिवर्तन] द्वारा विस्थापित होनेवाले आप्रवासियों की बढ़ती घटना" के "संकेत के संबंध में" कहा, राष्ट्रों को "अनुकूलन, शमन और लचीलापन के क्षेत्रों सहित ठोस समाधान" खोजना चाहिए। उन्होंने कहा, "जहां यह संभव नहीं है, नियमित आप्रवास के लिए रास्तों की उपलब्धता और लचीलेपन में वृद्धि करना महत्वपूर्ण है।"

जलवायु परिवर्तन हमारे लिए इंतजार नहीं कर सकता

कार्डिनल परोलिन ने वैश्विक घटनाओं के खतरे की चेतावनी देते हुए कहा, घटनाएँ जैसे - महामारी और विश्व में बढ़ते संघर्ष – कोप 27 दल के कार्यों को फीका कर रहे हैं। हम इसे होने नहीं दे सकते। जलवायु परिवर्तन हमारा इंतजार नहीं कर सकता।  

एक और अवसर

कार्डिनल ने पेरिस समझौते के उद्देश्यों को प्राप्त करने की जटिलता को स्वीकार किया और कहा कि ऐसा करने के लिए समय कम होता जा रहा है। "कोप27 हमें एक और अवसर प्रदान करता है, जिसे बर्बाद नहीं किया जा सकता है।"

अपने संबोधन का समापन करते हुए, कार्डिनल पारोलिन ने परमधर्मपीठ की बढ़ती प्रतिबद्धता का उल्लेख किया। उन्होंने कहा कि वह, "इस यात्रा पर एक साथ आगे बढ़ने के लिए, मानवता की सामान्य भलाई के लिए और विशेष रूप से, हमारे युवाओं के लिए, जो वर्तमान एवं भविष्य की पीढ़ियों की देखभाल के लिए हमारी ओर देख रहे हैं, प्रतिबद्ध है।"

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09 November 2022, 16:12