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सीसीबीआई के धर्माध्यक्ष आमसभा का उद्घाटन करते हुए सीसीबीआई के धर्माध्यक्ष आमसभा का उद्घाटन करते हुए 

प्रेरितिक राजदूत ने अन्य धर्मों के साथ संबंध बढ़ाने पर जोर दिया

भारत की लातीनी कलीसिया के काथलिक धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीसीबीआई) की 33वीं आमसभा का उद्घाटन 11 नवम्बर को बैंगलोर में हुआ। भारत एवं नेपाल के लिए वाटिकन के प्रेरितिक राजदूत धर्माध्यक्ष लेओपोल्दो जिरेल्ली ने धर्माध्यक्षों का आह्वान किया कि वे गांधी की भावना में दूसरे धर्मों के साथ संबंध बढ़ायें।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

बैंगलोर, 11 नवम्बर 2022 (सीसीबीआई) ˸ भारत एवं नेपाल के लिए पोप के प्रतिनिधि धर्माध्यक्ष लेओपोल्दो जिरेल्ली ने उद्घाटन समारोह में धर्माध्यक्षों को सम्बोधित कर कहा, "सभी ख्रीस्तीयों को दूसरों के साथ संवाद हेतु प्रतिबद्ध होना चाहिए ताकि नैतिक मूल्यों की रक्षा हो और सारी सृष्टि में ईश्वर की महिमा हो सके। उन्होंने धर्माध्यक्षों को अंतर-धार्मिक वार्ता को मजबूत करने एवं शांति की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए लोगों के साथ संबंधों को सुदृढ़ करने हेतु ठोस कदम लेने का प्रोत्साहन दिया।   

सीसीबीआई के अध्यक्ष, गोवा के महाधर्माध्यक्ष कार्डिनल फिलिप नेरी फेर्राओ ने 33वीं आमसभा का उद्घाटन किया।

महामारी को याद करते हुए कार्डिनल नेरी ने कहा, "यह हमारे सामूहिक भविष्य को तैयार करने का अवसर था।" उन्होंने अपने आसपास के वास्तविक वातावरण से पुनः जुड़ने, प्राकृतिक जगत पर चिंतन करने, प्राथमिकताओं पर ध्यान देने एवं असमानता को दूर करने पर जोर दिया।  

उद्घाटन की शुरूआत पवित्र आत्मा के आह्वान से हुई तथा परम्परागत भारतीय दीप प्रज्वलन किया गया।  

सीसीबीआई के उप-अध्यक्ष एवं मद्रास-मैलापूर के महाधर्माध्यक्ष जॉर्ज अंतोनीसामी ने सभा में उपस्थित सदस्यों का स्वागत किया।

भारत एवं नेपाल के लिए प्रेरितिक राजदूत लेओपोल्दो पहली बार सभा में भाग लिये, अतः उनका स्वागत किया गया। उनके साथ दो नये कार्डिनलों; कार्डिनल फिलीप नेरी एवं कार्डिनल अंतोनी पूला का भी स्वागत किया गया।

उसके बाद हाल में नियुक्त हुए सभी नये धर्माध्यक्षों का स्वागत किया गया। सम्मेलन के सदस्यों जिनका निधन विगत दिनों हुए हैं उनकी याद में कुछ क्षण मौन रखे गये।

सभा में वाटिकन के सुसमाचार प्रचार विभाग के अध्यक्ष कार्डिनल लुईस अंतोनियो ताग्ले के संदेश को धर्माध्यक्ष जोर्ज अंतोनीसामी ने पढ़कर सुनाया।

तत्पश्चात् प्रेरितिक राजदूत ने भारत की "धर्मसभा के महाद्वीपीय चरण के लिए दस्तावेज़" को जारी किया। दस्तावेज़ सिनॉड प्रक्रिया के पहले चरण में ईश प्रजा के परामर्श से निर्मित विश्लेषण का फल है और महाद्वीपीय सिनॉडल महासभा की तैयारी में सुनने, संवाद और विवेक की सिनॉड यात्रा का केंद्रबिंदु होगा।

प्रेरितिक राजदूत ने सीसीबीआई की 33वीं आमसभा के उद्घाटन मिस्सा समारोह का अनुष्ठान किया।  

सीसीबीआई की एक दिवसीय सभा में भारत की लातीनी काथलिक कलीसिया को प्रभावित करनेवाले विभिन्न मुद्दों पर चर्चा की गई। सम्मेलन में 132 धर्मप्रांत और 190 धर्माध्यक्ष हैं। सीसीबीआई भारत की काथलिक कलीसिया का संचालन 16 आयोगों, 6 विभागों और 4 प्रेरिताईयों से करता है। इसका महासचिवालय बैंगलोर में है जिसकी शाखाएँ गोवा, दिल्ली और पंचमढ़ी में हैं। सीसीबीआई सम्मेलन एशिया का सबसे बड़ा सम्मेलन तथा विश्व का चौथा बड़ा सम्मेलन है।  

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12 November 2022, 16:55