खोज

2022.09.06"द इकोनॉमी ऑफ फ्रांचेस्को" कार्यक्रम को उजागर करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन 2022.09.06"द इकोनॉमी ऑफ फ्रांचेस्को" कार्यक्रम को उजागर करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस का आयोजन  

‘फ्रांसिस की अर्थव्यवस्था’ : युवा हैं 'परिवर्तन के नायक'

वाटिकन 22-24 सितंबर को असीसी में होने वाले "द इकोनॉमी ऑफ फ्रांचेस्को" कार्यक्रम को उजागर करने के लिए एक प्रेस कॉन्फ्रेंस आयोजन किया, जिसमें संत पापा फ्राँसिस अपने नाम संत फ्रांसिस के गृहनगर असीसी में भाग लेंगे।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार, 07 सितम्बर 2022, (वाटिकन न्यूज)  : मंगलवार सुबह वाटिकन प्रेस कार्यालय द्वारा आयोजित एक संवाददाता सम्मेलन में आगामी "फ्रांसिस की अर्थव्यवस्था" बैठक प्रस्तुत की गई जो 22-24 सितंबर तक संत फ्रांसिस के जन्मस्थान असीसी शहर में होगी।

लंबे समय तक प्रतीक्षा

लंबे समय से प्रतीक्षित घटना तीन साल से अधिक के अध्ययन और महामारी के कारण केवल ऑनलाइन बैठकों की परिणति है। यह पहल संत पापा फ्राँसिस की 2019 की अपील में युवाओं से मिलने, चर्चा करने, विचार-मंथन करने और एक बेहतर विश्व अर्थव्यवस्था के लिए विचारों को साझा करने की अपील करती है जो व्यक्ति को अपने केंद्र में रखती है। संत पापा फ्राँसिस शनिवार, 24 सितंबर को असीसी की यात्रा करेंगे और इस कार्यक्रमों में भाग लेंगे।

एक वैश्विक आंदोलन

"फ्रांसिस की अर्थव्यवस्था" जीवन और विशेषज्ञता के सभी क्षेत्रों के युवाओं का एक वैश्विक आंदोलन बन गया है, जिसका उद्देश्य वर्तमान आर्थिक मॉडल को बदलना और भविष्य को अधिक समावेशी और न्यायपूर्ण बनाना है।

2019 में, संत पापा फ्राँसिस ने अर्थशास्त्रियों और युवाओं से एक अलग तरह की अर्थव्यवस्था के विचार को जीवन देने के लिए कहा, जो समाज के सबसे कमजोर सदस्यों के लिए अधिक हितकर है और विशेष रूप से भौतिक धन के लाभ पर केंद्रित नहीं है। महामारी के कारण, काम को बढ़ावा देने के लिए वैश्विक बैठकें ऑनलाइन हुईं और अब सितंबर शिखर सम्मेलन में लगभग एक हजार युवा और विश्व प्रसिद्ध अर्थशास्त्री व्यक्तिगत रूप से असीसी में मिलेंगे।

युवा अग्रणी

मंगलवार के प्रेस कॉन्फ्रेंस में, "फ्रांसिस की अर्थव्यवस्था" आयोजन समिति के अध्यक्ष, असीसी-नोसेरा उम्ब्रा-गुआल्डो टैडिनो और फोलिन्यो के महाधर्माध्यक्ष दोमेनिको सोरेंटिनो ने यह कहते हुए इस कार्यक्रम को प्रस्तुत किया कि "युवा लोग पहल के नायक हैं।"

उन्होंने बताया कि लगभग चार साल पहले संत पापा फ्राँसिस ने युवा अर्थशास्त्रियों और उद्यमियों को मानव व्यक्ति को केंद्र में रखने और विश्व अर्थव्यवस्था को नवीनीकृत करने की आवश्यकता पर चर्चा, विचार-मंथन करने एवं उनके नए दृष्टिकोण की आवश्यकता, उत्साह और रचनात्मकता के बारे में बात की थी।

बेहतर हेतु बदलाव

महाधर्माध्यक्ष सोरेंटिनो ने दुनिया भर के युवा अर्थशास्त्रियों और उद्यमियों को संत पापा के पत्र की याद दिलायी, इस पहल के लिए उनके तर्क और "आज की अर्थव्यवस्था को बदलने और कल की अर्थव्यवस्था को एक आत्मा देने के लिए एक 'समझौता' में प्रवेश करने की आवश्यकता के बारे में बताया।" असीसी के संत फ्रांसिस उनके लिए एक मॉडल और प्रेरणा हैं। यही कारण है कि ‘फ्रांसिस की अर्थव्यवस्था’ की बैठक उनके  जन्मस्थान असीसी में हो रही है।

महाधर्माध्यक्ष ने 'गांव' नामक विशेष समूहों में तीन दिनों की चर्चा के लिए बारह मैक्रो विषयों का उल्लेख किया, जिसमें निम्नलिखित विषय शामिल हैं: कृषि और न्याय, जीवन और जीवन-शैली, व्यवसाय और लाभ, कार्य और देखभाल, प्रबंधन और उपहार, वित्त और मानवता, खुशी, व्यापार और शांति के लिए नीतियां, अर्थव्यवस्था के लिए महिलाएं, ऊर्जा और गरीबी, संक्रमण में व्यवसाय, और असमानताओं का कार्बनडाईऑक्साईड।

यह भी उल्लेख किया गया है कि सख्त वैश्विक पृष्ठभूमि के खिलाफ भी बैठक होगी: यूक्रेन और दुनिया के अन्य हिस्सों में युद्ध, वैश्विक अर्थव्यवस्था को झटका, चरम जलवायु घटनाएं, सभी स्थितियां अत्यधिक पीड़ा के मूल कारण हैं।

एक लंबी प्रक्रिया का फल

समग्र मानव विकास को बढ़ावा देने के लिए बने विभाग के सचिव, कोविद -19 के समय वाटिकन आयोग के प्रतिनिधि और "फ्रांसिस की अर्थव्यवस्था" की अकादमिक समिति की सदस्य, सिस्टर एलेसांद्रा स्मारिल्ली, एफएमए, ने संक्षेप में पत्रकारों से वार्ता करते हुए उनके सवालों का जवाब दिया।

उन्होंने रेखांकित किया कि कैसे वर्षों से इस वैश्विक मुलाकात के लिए उम्मीदें बढ़ रही हैं, और अंत में युवा अर्थशास्त्री और उद्यमी व्यक्तिगत रूप से मिलकर, ठोस प्रतिक्रिया विकसित करते हुए इन विषयों पर वर्षों के काम पर चर्चा कर सकते हैं। उन्होंने रेखांकित किया कि यह केवल एक घटना नहीं है, बल्कि एक ऐसी प्रक्रिया का फल है जो युवा लोगों को अर्थव्यवस्था को बेहतरी हेतु बदलाव के एक वैश्विक नेटवर्क के नायक स्वरुप देखती है।

उन्होंने इस परियोजना की तुलना एक ऐसी परियोजना के रूप में की, जो संत पापा के विश्वपत्र लौदातो सी 'और फ्रातेल्ली तुत्ती दोनों के सबसे प्रमुख विचारों और प्रेरणाओं को एक साथ लाती है। उनके साथ जाना खुशी की बात है, पूरी कलीसिया के लिए एक उपलब्धि और स्थानीय कलीसियाओं के लिए एक योगदान है।

युवा इसे कैसे देखते हैं

उपस्थित युवा अर्थशास्त्रियों और छात्रों ने आगामी शिखर सम्मेलन में अपनी-अपनी भूमिकाओं के बारे में बताया। ग्वाटेमाला के एक पत्रकार और "फ्रांसिस की अर्थव्यवस्था" के स्टाफ लूर्डेस हरक्यूलिस ने इस कार्यक्रम  के बारे में बताया कि कैसे बैठकें आयोजित की गई हैं और कैसे बारह विषयगत समूह समग्र सत्रों में अपना योगदान देंगे।

ब्राजील के अर्थशास्त्र के एक छात्र ताइनो सैन्टाना ने इस बारे में कहा कि कैसे वह आंदोलन में शामिल हुआ और अपने ही देश में गरीबों के क्रंदन का जवाब देने की आवश्यकता का जवाब दिया। उन्होंने उल्लेख किया कि कैसे अर्थशास्त्र के अपने अध्ययन में मानव आयाम अक्सर गायब था। यह उसे सही नहीं लगा और जब उसने इस विषय पर संत पापा फ्राँसिस के लेखन को सुना, तो इससे उन्हें आगे बढ़ने और इसमें शामिल होने की  प्रेरणा मिली।

फ़िलीपींस से अर्थशास्त्र और प्रबंधन में डॉक्टरेट की छात्रा आइज़ा असी और इटली में नागरिक अर्थव्यवस्था के विज्ञान में डॉक्टरेट की छात्रा जुलिया जोएल्ली ने अपने-अपने दृष्टिकोण प्रस्तुत किए।

आइज़ा असी ने एक साथ रहने के तरीके में एक आदर्श परिवर्तन की आवश्यकता पर बल देते हुए कहा कि समाज को दुनिया के इतने सारे हिस्सों को प्रभावित करने वाले जलवायु परिवर्तन आपातकाल को संबोधित करने के लिए एक साथ आना चाहिए। जुलिया जोएल्ली ने मध्ययुगीन इतिहास में अपने डॉक्टरेट अध्ययन से प्राप्त विचारों की पेशकश की, कि कैसे असीसी के संत फ्रांसिस ने अपने समय में कुछ नवीन तरीके पेश किए जो आज हमें असमानताओं को दूर करने के लिए कुछ उपयोगी विचार दे सकते हैं।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

07 September 2022, 15:39