फादर लोम्बारदी ने अपनी पुरोहिताई की स्वर्ण जयन्ती मनायी
उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, मंगलवार, 6 सितम्बर 2022 (रेई) ˸ वाटिकन रेडियो के पूर्व निदेशक फादर लोम्बारदी ने अपनी 80वीं सालगिराह और 50 वर्षीय पुरोहिताई जीवन का धन्यवादी ख्रीस्तयाग अर्पित किया। कृतज्ञता के इस बलिदान में वाटिकन, विभिन्न विभागों के अधिकारियों और वाटिकन संचार विभाग के कर्मचारियों ने भारी संख्या में भाग लिया।
फादर लोम्बारदी ने ख्रीस्तयाग का अनुष्ठान करते हुए उपस्थित सभी लोगों को धन्यवाद दिया। उन्होंने कहा, "मैं इस स्थान पर आपलोगों के साथ ख्रीस्तयाग अर्पित करने के लिए आप सभी का आभारी हूँ। विगत वर्षों में हमने कई बार इसी स्थान पर, विभिन्न अवसरों में, खुशी और दुःख के साथ प्रभु से प्रार्थना की। एक समुदाय के रूप में अपने आपको प्रभु के सामने रखा जो कलीसिया और दुनिया की सेवा सामाजिक संचार के माध्यम से करने के लिए बुलाये गये हैं, किन्तु न केवल प्रार्थना करने बल्कि मित्रता के रिश्ते, सहयोग और हमारे बीच मानवीय एवं आध्यात्मिक एकात्मता को जीने के लिए भी एक साथ आये।"
उन्होंने कहा कि अपने जीवन की एक तिहाई और अपने पुरोहिताई जीवन के आधे समय को इस क्षेत्र में व्यतीत करने के बाद यह उचित है कि हम इन वर्षगाठों के अवसर पर एक साथ आकर प्रार्थना करें।
ख्रीस्तयाग समारोह का आयोजन वाटिकन संचार विभाग ने किया था। फादर लोम्बारदी ने विभाग के प्रति अपना आभार प्रकट किया।
सुसमाचार पाठ पर चिंतन करते हुए फादर लोम्बारदी ने कहा, "येसु दो डाकुओं के बीच क्रूस पर प्राण त्याग दिये, उसका हृदय भाले के प्रहार से खुल गया, जिसमें से लोहू और जल बह निकला।"
उन्होंने कहा कि मैं धर्मग्रंथ में इससे अधिक प्रभावशाली पृष्ट नहीं जानता। इससे बड़ा कोई दृश्य नहीं जानता। इन वर्षों में, मैंने इन पदों से अधिक से अधिक आकर्षित महसूस किया है, और मुझे ऐसा लगा कि मानो मैं इसके अधीन हो गया हूँ। इसके सामने हमारे पास कहने के लिए अधिक शब्द नहीं हैं। हमें इसपर मनन-ध्यान करना चाहिए। जैसा कि संत योहन लिखते हैं, आइये, हम उनकी ओर देखें जो छेदे गये जिससे ईश्वर के प्रेम का रहस्य हमारे लिए प्रकट हो... हमारे ऊपर और दुनिया में, जो लगता है कि अतीत में और आज भी मौत एवं घृणा के वश में है।
उन्होंने वाटिकन संचार विभाग के साथ ख्रीस्तयाग अर्पित करते हुए कहा कि वेरोनिका अपने रूमाल पर और अपने हृदय में अंकित येसु का चेहरा सभी को दिखाने के लिए विस्मित होकर दौड़ी। हमें भी उस वेदी को आश्चर्य से देखते रहना चाहिए, न केवल पेत्रुस की कब्र पर, बल्कि हर वेदी पर। हमें भी सबसे महत्वपूर्ण और सबसे सुंदर संदेश के रूप में, हमारे हृदय में कृपा द्वारा अंकित येसु के चेहरे को दिखाने हेतु शीघ्रता से आगे बढ़ना चाहिए। इस प्रकार हमारा कार्य स्रोत द्वारा अर्थपूर्ण बना रहेगा।
फादर लोम्बारदी का जन्म 29 अगस्त 1942 को इटली में हुआ था। 1972 में एक येसु समाजी पुरोहित के रूप में उनका पुरोहित अभिषेक हुआ। उन्होंने 2006 से 2016 तक वाटिकन प्रेस कार्यालय निदेशक का कार्यभार संभाला।
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