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सीरिया के बच्चे स्कूल शुरू करते हुए सीरिया के बच्चे स्कूल शुरू करते हुए 

कार्डिनल चरणी ˸ 'आप्रवासियों की शिक्षा में सुधार हेतु मिलकर काम करें

शरणार्थियों एवं आप्रवासियों की शिक्षा पर, एक अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन में, कार्डिनल माईकेल चरणी ने शरणार्थियों एवं आप्रवासियों को शिक्षा का अवसर प्रदान किये जाने के लिए मिलकर काम करने पर जोर दिया। अंतरराष्ट्रीय सम्मेलन का आयोजन रोम स्थित परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन यूनिवर्सिटी के तत्वधान में किया गया था।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

सोमवार को सम्मेलन को सम्बोधित करते हुए कार्डिनल चरणी ने कहा, "शैक्षणिक, साथ ही, गैरसरकारी संगठन के नेताओं, अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों और मानवीय सहायता संगठनों के संयुक्त प्रयासों के द्वारा, हम न्याय, सहानुभूति एवं मानव प्रतिष्ठा के मौलिक कार्यों को प्राप्त कर सकते हैं एवं बनाये रख सकते हैं।"  

सम्मेलन की विषयवस्तु थी, "शरणार्थी एवं आप्रवासी शिक्षा हेतु पहल। आगे बढ़ते हुए। गहरा में जाते हुए। एक साथ।"

रोम के परमधर्मपीठीय ग्रेगोरियन यूनिवर्सिटी में आयोजित सम्मेलन में कार्डिनल चरनी ने "एक साथ" के विचार पर प्रकाश डाला तथा स्वीकार किया कि आप्रवासियों एवं शरणार्थियों की शिक्षा को प्रभावित करनेवाले वर्तमान संकट के समाधान के लिए एकल दृष्टिकोण उपयुक्त नहीं है।

बहरहाल, काथलिक सामाजिक शिक्षा एक ढांचा प्रदान करती है जो प्रतिभागियों को "शोध करने, विचारों को साझा करने और एक साथ आगे बढ़ने" में मदद कर सकती है।

आप्रवासियों के लिए शैक्षणिक चुनौतियाँ

"आगे बढ़ने" के विचार पर सम्मेलन को संबोधित करते हुए, कार्डिनल ने आप्रवासियों और शरणार्थियों की शिक्षा हेतु चुनौतियों की जांच के महत्व पर जोर दिया। उन्होंने कहा कि उन्हें अलग-अलग परिस्थितियों में विभिन्न स्थानों में शैक्षणिक अवसर प्रदान किया जाना चाहिए तथा काथलिक संगठनों को सुझाव दिया कि वे आप्रवासियों और शरणार्थियों के लिए दूरस्थ शिक्षा और छात्रवृत्ति के साथ, इसके लिए अच्छा उदाहरण दें।   

उन्होंने गौर किया कि काम का अवसर, जीविका उपार्जन और आत्मनिर्भर बनना, शरणार्थियों के जीवन निर्माण के लिए सबसे प्रभावशाली रास्ते हैं। यह उच्च स्तरीय शिक्षा का एक महत्वपूर्ण पहलू है, जहाँ शरणार्थियों और उनके मेजबान समुदाय के अनुभवों के बीच अधिक विसंगति देखाई देती है।

कार्डिनल चरणी ने शैक्षणिक योग्यता की आपसी पहचान, प्रेरितिक एजेंसियों के लिए प्रशिक्षण कोर्स और अंतरराष्ट्रीय एवं अंतःविषय शिक्षा की आवश्यकता पर जोर दिया।  

अंततः कार्डिनल ने समग्र शिक्षा के महत्व पर जोर दिया जो न केवल व्यावहारिक और तकनीकी प्रशिक्षण पर ध्यान देता है बल्कि संत पापा फ्राँसिस के समान कार्डिनल चरनी ने कहा कि अभिन्न शिक्षा के लिए "मन, हृदय और हाथ को प्रशिक्षित करने की जरूरत है।"  

कार्डिनल चरनी ने अंत में कहा कि सरकार, व्यवसायी, समुदायों और कलीसिया को शरणार्थियों और आप्रवासियों के लिए सार्थक शैक्षिक अवसरों तक पहुंच प्रदान करने हेतु अतिरिक्त जिम्मेदारियाँ हैं कि वे एक स्पष्ट मिशन और उदार मनोभाव के साथ मिलकर काम करें। उन्होंने कहा कि अपने घरों से उखाड़ दिये गये लोगों को समान शिक्षा का अवसर प्रदान करना भी, हमारे सामान्य घर की देखभाल करनेवाले लोगों के भाई-बहन बनना है।”

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27 September 2022, 16:53