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2022.04.22 प्रेदिकाते इवांजेलियुम की किताब  2022.04.22 प्रेदिकाते इवांजेलियुम की किताब  

वाटिकन के नये संस्कृति और शिक्षा विभाग, तथा सुसमाचार प्रचार का विभाग

प्रेरितिक संविधान "प्रेदिकाते इवांजेलियम" की घोषणा के साथ, वाटिकन संरचनाओं की कुछ संरचना बदल रही है। संस्कृति और शिक्षा के लिए नए विभाग की रचना हुई। साथ ही सुसमाचार प्रचार के लिए नई विभाग बनी।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 06 जून 2022 (वाटिकन न्यूज) : प्रेरितिक संविधान "प्रेदिकाते इवेंजेलियम" की घोषणा के साथ, वाटिकन संरचनाओं की कुछ संरचना बदल रही है। संस्कृति और शिक्षा के लिए नए विभाग की रचना हुई। यह काथलिक शिक्षा के लिए धर्मसंघ और संस्कृति के लिए परमधर्मपीठ परिषद के विलय से बना। सुसमाचार प्रचार के लिए नये विभाग की रचना लोकधर्मियों के सुसमाचार प्रचार हेतु गठित धर्मसंघ और नवीन सुसमाचार प्रचार के लिए परमधर्मपीठीय परिषद के विलय से हुआ था।

संस्कृति और शिक्षा के लिए बना विभाग

संस्कृति और शिक्षा के लिए बना विभाग, "प्रेदिकाते इवांजेलियुम" के न. 153 अनुसार, ख्रीस्तीय आंत्रोपोलॉजी के तहत लोगों में मानवीय मूल्यों के विकास के लिए काम करता है और येसु मसीह के अनुसरण करने में योगदान देता है।

संविधान निर्दिष्ट करता है कि यह विभाग, "संस्कृति के लिए बने अनुभाग से बना है, जो संस्कृति, प्रेरितिक एनीमेशन और सांस्कृतिक विरासत की वृद्धि को बढ़ावा देने के लिए समर्पित है और शिक्षा के लिए बना अनुभाग, जो स्कूलों, काथलिक और कलीसिया के उच्च अध्ययन और अनुसंधान संस्थानों के संदर्भ में शिक्षा के मौलिक सिद्धांतों को विकसित करता है और इन मामलों में पदानुक्रमित अपील के लिए सक्षम प्राधिकारी है।"

नया विभाग काथलिक शिक्षा के लिए बने धर्मसंघ और संस्कृति के लिए बने परमधर्मपीठीय परिषद का विलय करता है।

 सुसमाचार प्रचार के लिए बना विभाग

सुसमाचार प्रचार के लिए नये विभाग की रचना लोकधर्मियों के सुसमाचार प्रचार हेतु गठित धर्मसंघ और नवीन सुसमाचार प्रचार के लिए परमधर्मपीठीय परिषद के विलय से हुआ था।

"प्रेदिकाते इवांजेलियुम" के अनुसार न. 53 और 53,सुसमाचार प्रचार के लिए बना विभाग सुसमाचार प्रचार के काम की सेवा में है ताकि दुनिया ख्रीस्त को लोगों की ज्योति  के रुप में पहचान सके। उनका रहस्यमय शरीर यानी कलीसिया का विस्तार किया जा सके। पूर्वी कलीसियाओं को पूर्वाग्रह के बिना समर्थन देने और दुनिया में सुसमाचार प्रचार के मूलभूत प्रश्नों का जवाब देना साथ ही स्थानीय नई कलीसियाओं की स्थापना में समर्थन देना इस नये विभाग की जिम्मेदारी है।"

संविधान में कहा गया है, " सुसमाचार प्रचार के विभाग की अध्यक्षता सीधे परमाध्यक्ष करते हैं।" इसमें दो खंड होते हैं, जिनमें से प्रत्येक, "उनके नाम पर और उनके अधिकार द्वारा प्रो-प्रीफेक्ट द्वारा शासित होता है।"

दो खंडों में से एक "दुनिया में सुसमाचार प्रचार के मौलिक प्रश्न" से संबंधित है और दूसरा "पहले प्रचार और इसकी क्षमता के भीतर क्षेत्रों में नए विशेष कलीसियाओं के साथ है।

नया विभाग लोगों के सुसमाचार प्रचार के लिए पूर्व धर्मसंघ और नई सुसमाचार प्रचार को बढ़ावा देने के लिए परमधर्मपीठीय परिषद का विलय करता है।

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06 June 2022, 15:51