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बरलिन के रेलवे स्टेशन में मानप तस्करी के विरोध में सूचना बरलिन के रेलवे स्टेशन में मानप तस्करी के विरोध में सूचना 

परमधर्मपीठ ने मानव तस्करी के शिकार लोगों की सुरक्षा का किया आग्रह

यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संगठन (ओएससीई) के लिए वाटिकन के स्थायी पर्यवेक्षक ने यूक्रेन में युद्ध से भाग रही महिलाओं और बच्चों की बढ़ती चिंताओं के बीच मानव तस्करी का शिकार हो रहे लोगों के लिए अधिक प्रभावी सुरक्षा प्रणालियों की तत्काल आवश्यकता की पुष्टि की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वियेना, बुधवार 06 अप्रैल 2022 (वाटिकन न्यूज) : परमधर्मपीठ ने यह सुनिश्चित करने के लिए घनिष्ठ अंतर्राष्ट्रीय सहयोग का आह्वान किया है कि मानव तस्करी के शिकार लोगों को पर्याप्त देखभाल और उचित प्रकार की सुरक्षा मिले।

यूरोप में सुरक्षा और सहयोग संगठन (ओएससीई) के लिए वाटिकन स्थायी पर्यवेक्षक मोन्सिन्योर जानूस उरबांज़िक ने सोमवार को वियना में मानव तस्करी के खिलाफ 22वें सम्मेलन में इस बात की पुष्टि की, जो इस बात पर केंद्रित थी कि कैसे अधिक प्रभावी सुरक्षा प्रणालियों का निर्माण किया जाए।

यूक्रेन संकट में मानव तस्करी का बढ़ा जोखिम

अपने बयान में, मोन्सिन्योर जानूस उरबांज़िक ने टिप्पणी की, कि कोविद-19 महामारी के निरंतर प्रभाव और यूक्रेन में चल रहे युद्ध और उसके बाद के शरणार्थी संकट के परिणामों के प्रकाश में विषय आज विशेष रूप से प्रासंगिक है।

दरअसल, 25 फरवरी को रूसी आक्रमण की शुरुआत के बाद से, मानवीय और कलीसिया एजेंसियां देश से भागने वाले लोगों के मानव तस्करी के बढ़ते जोखिम को रोकने के लिए काम कर रही हैं। अधिकांश यूक्रेनी शरणार्थी, वास्तव में, महिलाएं और बच्चे हैं, जो विशेष रूप से तस्करों के हाथों पड़ने की जोखिम में हैं।

यूक्रेनी शरणार्थियों से मिलने के लिए हंगरी की अपनी हालिया यात्रा के दौरान, समग्र मानव विकास को बढ़ावा देने के लिए बने विभाग के अंतरिम प्रीफेक्ट कार्डिनल माइकल चेरर्नी ने भी इस पर प्रकाश डाला था। इसलिए अत्यधिक सतर्कता की आवश्यकता है, मोन्सिन्योर उरबांज़िक ने कहा, यह देखते हुए कि इस वर्ष के सम्मेलन का विषय संत पापा फ्राँसिस के वार्षिक विश्व प्रार्थना दिवस और मानव तस्करी के खिलाफ जागरूकता का पूरक है, जो "देखभाल की शक्ति- महिला, अर्थव्यवस्था और व्यक्तियों की तस्करी" पर केंद्रित है।

उन्होंने कहा, "यह मानव तस्करों और उन लोगों का विकृत काम है जो इतने कमजोर लोगों को झूठे तरीके से मदद की पेशकश करते और फिर उन्हें फंसाकर गुलाम बनाते हैं।"

पीड़ितों को निर्वासन से बचाना

वाटिकन पर्यवेक्षक ने विशेष रूप से पीड़ितों को नियमों और प्रक्रियाओं से बचाने की तत्काल आवश्यकता की ओर इशारा किया जिससे मनमाना निर्वासन हो सकता है। उन्होंने कहा कि "राज्यों के बीच सहयोग भी पीड़ितों के वैध उपचार को सुनिश्चित करने के लिए एक आवश्यक तत्व है।"

उन्होंने मूल, पारगमन और गंतव्य के देशों में पीड़ितों के रिश्तेदारों और दोस्तों की सुरक्षा के लिए कानूनी प्रक्रियाओं की आवश्यकता पर भी प्रकाश डाला, जो "अक्सर जबरन वसूली और समाज द्वारा त्याग दिए जाने सहित तस्करी के द्वितीयक प्रभावों का अनुभव करते हैं।"।

यह देखते हुए कि, अक्सर, उदासीनता और बहिष्करण की संस्कृति तस्करी के शिकार लोगों को घेर लेती है, जिससे वे लगभग "अदृश्य" हो जाते हैं, मोनसिन्योर उरबांज़िक ने इस बात पर जोर देते हुए निष्कर्ष निकाला कि सरकारें "तस्करी से बचे लोगों के लिए सेवाओं तक पहुंच में सुधार करे और सुनिश्चित करें कि उन्हें पर्याप्त देखभाल, योग्य सुरक्षा, कानूनी सहायता प्राप्त हो।"।

उन्होंने कहा, "पीड़ितों को दया और एकजुटता के साथ स्वीकार किया जाना, साथ दिया जाना और बचाव किया जाना चाहिए।"

यूरोपीय संघ की संसद द्वारा यूक्रेनी बच्चों की सुरक्षा पर चर्चा 

मानव तस्करी के खिलाफ यूक्रेन में युद्ध से भागे बच्चों और युवाओं की सुरक्षा के मुद्दे पर मंगलवार सुबह स्ट्रासबर्ग में यूरोपीय संसद द्वारा चर्चा की गई, क्योंकि यूरोपीय आयोग और यूरोपीय परिषद के फ्रांसीसी प्रेसीडेंसी शरणार्थी संकट के लिए आम यूरोपीय प्रतिक्रिया में सुधार के लिए 10-सूत्रीय योजना पर काम कर रही है। इस योजना में यूरोपीय संघ के पंजीकरण मंच और परिवहन समन्वय के साथ-साथ यूरोपीय संघ की शरणार्थी एजेंसी के सहयोग से बच्चों के स्वागत और समर्थन पर विशिष्ट दिशानिर्देश शामिल होंगे।

 यूनिसेफ के अनुसार, लगभग 4 मिलियन यूक्रेनी शरणार्थियों में से लगभग आधे नाबालिग हैं और उन्हें "अधिक सुरक्षा की आवश्यकता है क्योंकि उनको तस्करी और शोषण में फंसने का उच्चतम जोखिम है।" एमईपी ने भी इसकी पुष्टि की जिन्होंने सदस्य राज्यों में शिक्षा तक उनकी पहुंच का समर्थन करने के महत्व पर भी प्रकाश डाला। गुरुवार सुबह इस मुद्दे पर एक प्रस्ताव पर मतदान होगा।

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06 April 2022, 14:45