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संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में क्रूस-रास्ता करते विश्वासी संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में क्रूस-रास्ता करते विश्वासी 

चालीसा के हर शुक्रवार को संत पेत्रुस महागिरजाघर में क्रूस रास्ता

विश्वासियों को निमंत्रित किया गया है कि चालीसा के हर शुक्रवार को, वाटिकन के संत पेत्रुस महागिरजाघर में क्रूस रास्ता में भाग लें, जिसकी शुरूआत 2 मार्च को राखबुध के साथ होता है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटकिन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 3 मार्च 2022 (रेई) ˸ क्रूस रास्ता चालीसा काल के हर शुक्रवार को रोम के संत पेत्रुस महागिरजाघर में सम्पन्न किया जाएगा। मंगलवार को जारी एक बयान में संत पेत्रुस महागिरजाघर एवं संत पेत्रुस कम्पनी के महापुरोहित कार्डिनल मौरो गम्बेत्ती ने कहा कि विश्वासी क्रूस रास्ता के इस धार्मिक क्रिया में भाग लेने के लिए 4 मार्च से 8 अप्रैल तक शाम 4.00 बजे आमंत्रित हैं।

इस साल इताली कलाकार गाईतानो प्रेभियाती (1852-1920) की कृति "ख्रीस्त के दुःखभोग" के कुछ तस्वीरों को भी प्रदर्शित किया जाएगा।

यह पहली बार है जब प्रेभियेती के क्रूस रास्ता के चित्रों को महागिरजाघर में लोकप्रिय भक्ति के लिए प्रदर्शित किया जा रहा है। कार्डिनल गाम्बेत्ती ने कहा, "प्रेभियाती ने कला के माध्यम से लोगों को प्रार्थना करने के लिए प्रोत्साहित किया था।" "हम खुश हैं कि इस उद्देश्य को संत पेत्रुस महागिरजाघर में 1902 में निर्माण के 120 सालों बाद स्थान मिल रहा है। "वाटिकन संग्रहालयों द्वारा किए गए एक सटीक और सावधानीपूर्ण बहाली के लिए धन्यवाद, तस्वीरों और ज्वलंत रंगों के साथ 'क्रूसित येसु ख्रीस्त' को प्रकाश में लाया गया है।" यह पहल संत पेत्रुस कम्पनी एवं वाटिकन संग्राहालय के बीच सहयोग का परिणाम है।

चालीसा की शुरूआत 2 मार्च से राखबुध के साथ शुरू हुई जो चालीस दिनों की अवधि है जब कलीसिया प्रार्थना, उपवास एवं परोपकार के कार्यों के लिए अवसर देती है। यह ख्रीस्तियों के महापर्व पास्का की तैयारी है जिसको येसु ख्रीस्त के क्रूस पर मृत्यु के उपरांत पुनरूत्थान की यादगारी में मनायी जाती है। चालीसा के चालीस दिनों की अवधि में रविवार को नहीं गिना जाता है।

 

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03 March 2022, 15:22