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यूक्रेनी शरणार्थियों के साथ कार्डिनल चरणी आशीष देते हुए यूक्रेनी शरणार्थियों के साथ कार्डिनल चरणी आशीष देते हुए 

कार्डिनल चरणी ने युद्ध से भाग रही यूक्रेनी महिलाओं का दर्द सुना

समग्र मानव विकास के लिए बने परमधर्मपीठीय विभाग के अंतरिम प्रीफेक्ट, कार्डिनल माइकेल चरणी, संत पापा के नाम पर हंगरी और यूक्रेन में अपने मिशन को पूरा करते हैं, गुरुवार को यूक्रेन की महिलाओं की डरावनी कहानियों को सुनते हुए समय बिताया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

बुडापेस्ट, शुक्रवार 11 मार्च 2022 (वाटिकन न्यूज) : समग्र मानव विकास को बढ़ावा देने के लिए बने परमधर्मपीठीय विभाग के अंतरिम प्रीफेक्ट कार्डिनल माइकेल चरणी यूक्रेन और हंगरी में कई दिन बिताने के बाद, यूक्रेन में युद्ध से भाग रहे शरणार्थियों के लिए संत पापा फ्राँसिस की निकटता लाते हुए, शुक्रवार को रोम वापस आ गए।

गुरुवार को उन्होंने हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के न्यागती रेलवे स्टेशन पर जेसुइट रिफ्यूजी सर्विस (जेआरएस) केंद्र का दौरा किया। उन्होंने ऑर्डर ऑफ माल्टा के केंद्र का भी दौरा किया, जहां उन्होंने नतालिया, तमारा और अन्य लोगों की नाटकीय कहानियां सुनीं।

खार्किव पर बमों से बचने के लिए मरीना और नदजा ने मोल्दोव सीमा पर एक टैक्सी ली। नतालिया ने एक रेस्तरां टेबल को बिस्तर के रूप में इस्तेमाल किया। भागने की जल्दबाजी में, तमारा अपना मोबाइल फोन घर पर ही छोड़ आयी और हफ्तों तक अपने बच्चों से उसका कोई संपर्क नहीं रहा। अठारह वर्षीय दाना और डंजरा ने सुरक्षा तक पहुँचने के लिए कार से अकेले पंद्रह घंटे की यात्रा की।

जीवन की कहानियां

बुडापेस्ट के बाहरी इलाके में स्थित एक स्वागत हॉल में, युद्ध से भाग रही इन महिलाओं का दर्द स्पष्ट था। छह यूक्रेनी शरणार्थी, सभी महिलाएं, ऑर्डर ऑफ माल्टा की टीमों से मिली मदद के बदौलत अब सुरक्षित हैं और एक नए गंतव्य की प्रतीक्षा कर रही हैं।

हंगरी में अपने मिशन के तीसरे और आखिरी दिन, कार्डिनल चरणी ने गुरुवार दोपहर इन महिलाओं से एक खेल केंद्र में मुलाकात की, जिसे अब एक स्वागत केंद्र में बदल दिया गया है। एक दुभाषिया की सहायता से, वे उनकी कहानियों को सुनने के लिए रुक गये और अपने मोबाइल फोन पर बंकरों, अस्थायी आश्रयों, बच्चों और बुजुर्ग माता-पिता की छवियों को देखा।

नतालिया के आँसू

नतालिया और उसके माता-पिता, जो मूल रूप से 2014 से रूस समर्थित अलगाववादियों के कब्जे वाले डोनेट्स्क के पूर्वी यूक्रेनी क्षेत्र से है, नतालिया, जो 2015 में डोनेट्स्क से भाग गई थी, फिर से भय और विनाश के बीच है। 5 मार्च से, वह और एक 29 वर्षीय महिला के साथ यात्रा कर रही है: एक जर्मनी जा रही है, दूसरी फ्रांस जा रही है।

जब कार्डिनल नतालिया के पास आते हैं तो वह अपने स्मार्टफोन से अपने हमवतन की कहानियों को सुनाती है और अपने मोबाइल फोन की मदद से अपनी यात्रा के चरणों के बारे में बताती है।

नतालिया अपनी इमारत के तहखाने की तस्वीर दिखाती है जहाँ अपने पड़ोसी की छोटी बेटी के साथ है। उसने अपने माता-पिता की तस्वीर दिखाई और नतालिया फूट-फूट कर यह कहते हुए रोने लगी, “उनके पास न भोजन है, न दवा; वे बिना बम के भी मर जाएँगे।”

माता पिता का फोटो दिखाती हुई नतालिया
माता पिता का फोटो दिखाती हुई नतालिया

अपने माता-पिता के लिए मरीना के आँसू

कार्डिनल चरणी एक अंतरिक्ष शटल फर्म की 62 वर्षीय पूर्व कर्मचारी मरीना के कंधे पर हाथ रखते हैं। वह अपनी बेटी जो मानसिक रूप से विकलांग है, के साथ पूर्वी शहर खार्किव भाग गई।  वे मध्य यूक्रेन के लिए एक टैक्सी ली और केवल ईंधन के लिए भुगतान किया। वह अब जर्मनी में स्थानांतरण की प्रतीक्षा कर रही है।

भले ही उसने बम अपने घर को बिखरते नहीं देखा, लेकिन उसे घर लौटने का कोई मतलब नहीं है। “हमें 31 बार बेसमेंट में जाने के लिए मजबूर किया गया। मैं अब सायरन की लगातार आवाज बर्दाश्त नहीं कर सकती थी; इसने मुझे पागल कर दिया। इसलिए मैंने जाने का फैसला किया।"

मरीना को अपने फैसले पर पछतावा नहीं है, भले ही वह अपने पीछे पति और पिता को छोड़ गई हो। बुडापेस्ट में प्राप्त "स्वागत" पर कृतज्ञता के आंसू छलक पड़े। "मैं वास्तव में आभारी हूँ।"

कार्डिनल चरणी उसे आशीर्वाद देते हैं और संत पापा फ्राँसिस की प्रार्थना के साथ उसे एक तस्वीर देते हैं।

तमारा मोबाइल फोन

60 वर्षीय एक खूबसूरत महिला तमारा के साथ भी यही कहानी थी, उसके चेहरे पर झुर्रियां पड़ गईं और उसकी आंखें 5 दिन की यात्रा से थक गईं।

वह हंसते हुए कहती हैं कि जल्दबाजी में उन्होंने अपना फोन पीछे छोड़ दिया। लेकिन उसकी हंसी जल्द ही आंसुओं में बदल जाती है। “लगभग एक हफ्ते से, मैं संवाद करने में सक्षम हुए बिना इधर-उधर भटक रही हूँ। मेरे बच्चे शहर में हैं। स्वयंसेवकों को धन्यवाद, हमने उनसे सुना है कि  वे बैपटिस्ट समुदाय के साथ बंकर में सुरक्षित हैं।”

यूक्रेनी महला के साथ कार्डिनल चरणी
यूक्रेनी महला के साथ कार्डिनल चरणी

न्यागती स्टेशन

ऑर्डर ऑफ माल्टा के आश्रय केंद्र में 54 महिलाएं हैं। ऑर्डर ऑफ माल्टा वर्तमान में सीमाओं पर "चार पहियों पर" एम्बुलेंस सेवा भी प्रदान करते है। वे बुडापेस्ट के पूर्व में केलेटी रेलवे स्टेशन पर कारितास के साथ भी काम करते हैं।

कार्डिनल चरणी ने अपनी यात्रा के पहले दिन केंद्र का दौरा किया। गुरुवार की सुबह जेसुइट रिफ्यूजी सर्विस के मुख्यालय में लंबे समय तक रुकने के बाद, वे स्टेशन से न्यागती रेलवे स्टेशन जाना चाहते थे, जहाँ शरणार्थियों को खराब समन्वित सेवाओं में एक साथ रखा जाता है।

न्यागति में बड़ी संख्या में रोमा लोग हैं। कार्डिनल के पूछने पर, वे अपनी कहानी बताने के लिए उत्सुक हैं। उनमें से एक, मिरियाना का कहना है कि ओडेसा में, उसके परिवार के लोग कारखाना में काम करते थे। उन्हें एक घंटे में खाली कर दिया गया था। उसने कहा "हम बर्लिन पहुंचना चाहते हैं लेकिन कोई साधन नहीं है।" जर्मनी में, वे किसी को नहीं जानते हैं, लेकिन वे अपनी किस्मत आजमाना चाहते हैं, "क्योंकि संभावनाएं अधिक हैं।"

न्यागती स्टेशन में नाइजीरिया के प्रवासियों से मुलाकात करते हुए कार्डिनल चरणी
न्यागती स्टेशन में नाइजीरिया के प्रवासियों से मुलाकात करते हुए कार्डिनल चरणी

इक्वाडोर के लोग

कार्डिनल चरणी का गुरुवार का अंतिम पड़ाव एस्टेरगोम में संत जोसेफ का पल्ली था, जिसका नेतृत्व 35 वर्षीय पुरोहित, फादर एंड्रस स्ज़िली ने किया, जो 3 साल से स्पानिश भाषी लोगों की सेवा कर रहे हैं। हफ्तों से, वे दिनभर फोन पर बात करते है। उन्होंने बताया कि और लोग आ रहे हैं। वे इक्वाडोर के युवा शरणार्थी हैं जिन्हें कीव से निकाला गया है, जिन्हें पल्ली के धर्मशिक्षा कमरों में ठहराया गया है, वे वाणिज्य दूतावास के माध्यम से अपने घर की यात्रा की प्रतीक्षा कर रहे हैं। वे कुछ रातों के लिए यहाँ रुकते हैं और 56 लोगों के बीच केवल एक कंप्यूटर है, एक शॉवर और दो बाथरूम को साझा करते हैं। वे बुडापेस्ट के कार्डिनल पीटर ऑर्डो के साथ कार्डिनल चरणी का स्वागत करते हैं।

कार्डिनल चरणी कहते हैं, "मैं यहां इसलिए हूँ क्योंकि संत पापा यूक्रेन के लिए अपनी निकटता और आशा व्यक्त करना चाहते हैं। संत पापा आपको शांति में योगदान देने के लिए प्रार्थना करने के लिए कहते हैं।"

दो बच्चे  कार्डिनल चरणी के लिए स्नैक्स भेंट करते हुए
दो बच्चे कार्डिनल चरणी के लिए स्नैक्स भेंट करते हुए

कार्डिनल चरणी 2 बच्चों को बिस्कुट भेंट करते हुए देख खुश हो जाते हैं। वे हाथ मिलाते हैं, एक समूह फोटो लेने के बाद अपनी कहानियां सुनाते हैं। जाने से पहले, संत पापा के दूत ने उन्हें याद दिलाया, "आपको जो दान और स्वागत मिला है उसे मत भूलना। जब आप अपने देश लौटेंगे तो आप भी दूसरों का स्वागत करेंगे।"

शुक्रवार की सुबह, कार्डिनल चरणी रोम वापस लौटने के लिए यात्रा शुरु की।

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11 March 2022, 15:13