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रूस और यूक्रेन के आप्रवासी मेक्सिको में, तस्वीरः 17.03.2022 रूस और यूक्रेन के आप्रवासी मेक्सिको में, तस्वीरः 17.03.2022 

आप्रवासियों एवं शरणार्थियों के साथ साक्षात्कार की संस्कृति पर बल

वाटिकन स्थित अखण्ड मानव विकास सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद ने अन्तरसांस्कृतिक आप्रवासी प्रेरिताई पर नीति निर्देशिका की प्रकाशना की है, जिसकी प्रस्तावना सन्त पापा फ्राँसिस द्वारा लिखी गई है। इस दस्तावेज़ में साक्षात्कार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए दिशानिर्देश दिये गये हैं।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 25 मार्च 2022 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन स्थित अखण्ड मानव विकास सम्बन्धी परमधर्मपीठीय परिषद ने अन्तरसांस्कृतिक आप्रवासी प्रेरिताई पर नीति निर्देशिका की प्रकाशना की है, जिसकी प्रस्तावना सन्त पापा फ्राँसिस द्वारा लिखी गई है। इस दस्तावेज़ में साक्षात्कार की संस्कृति को बढ़ावा देने के लिए दिशानिर्देश दिये गये हैं।

दस्तावेज़ की प्रस्तावना

प्रस्तावना में, संत पापा फ्राँसिस ने सभी शुभचिन्तकों के समक्ष सार्वभौमिक बंधुत्व की खोज के लिए प्रतिबद्ध होने के अपने आह्वान को दुहराया क्योंकि "हम सभी एक ही नाव के सवारी हैं।" उन्होंने आप्रवासियों एवं शरणार्थियों को समर्पित विश्व दिवस पर प्रकाशित अपने सन्देश का भी स्मरण दिलाया, जो इस बात पर प्रकाश डालता है कि कैसे "अन्य संप्रदायों और धर्मों के आप्रवासियों और शरणार्थियों के साथ साक्षात्कार उदार तथा समृद्ध एकतावर्द्धक और अंतर्धार्मिक संवाद के विकास के लिए एक उपजाऊ ज़मीन का प्रतिनिधित्व करता है।"  

परमधर्मपीठीय परिषद का दस्तावेज़ प्रवसन की बढ़ती वैश्विक और अंतरसांस्कृतिक घटना से उत्पन्न चुनौतियों की लेखा-जोखा लेता है। यह समाज में विविध संस्कृतियों के वरण और एकीकरण द्वारा प्रदान किए गए अवसरों पर प्रकाश डालता है तथा विविधता के बीच एकता में पूर्णता को स्वीकार करने और बढ़ावा देने के लिए सन्त पापा फ्राँसिस के आह्वान की पुष्टि करता है।

प्रेरितिक प्रतिक्रियाएं और आचार-व्यवहार

सात अध्यायों में विभाजित, इस दस्तावेज़ के प्रमुख लक्ष्यों में से एक है आप्रवास की चुनौती का अर्थपूर्ण प्रत्युत्तर ढूँढ़ना तथा आचार-व्यवहार के उन तौर तरीकों को प्रोत्साहित करना जो साक्षात्कार की संस्कृति को बढ़ावा देने में प्रभावशाली सिद्ध हुए हैं। परमधर्मपीठीय परिषद के उपाध्यक्ष फादर फाबियो बाज्जियो ने इस तथ्य के प्रति ध्यान आकर्षित कराया कि अन्य धर्मों के अनुयायियों या किसी भी धर्म को न मानने वाले आप्रवासियों एवं शरणार्थियों से भेंट ख्रीस्तीय समुदायों के समक्ष नवीन अवसरों को प्रस्तुत करते हैं, जो अपने साक्ष्यों एवं उदारता के कार्यों द्वारा सेतुओं के निर्माण के लिये बुलाये गये हैं।    

उन्होंने स्पष्ट किया कि दस्तावेज़ में प्रस्तावित दिशा निर्देशन एक अंतर-सांस्कृतिक आप्रवासी प्रेरितिक देखभाल के विकास के लिए कुछ उपयोगी सिफारिशों की पेशकश करते हैं, ताकि समकालीन विश्व की चुनौतियों का उपयुक्त प्रत्युत्तर दिया जा सके।

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25 March 2022, 11:55