खोज

पवित्र भूमि के संरक्षक फादर फ्राँचेस्को पैटन यर्दन नदी में बपतिस्मा समारोह में आशीष देते हुए पवित्र भूमि के संरक्षक फादर फ्राँचेस्को पैटन यर्दन नदी में बपतिस्मा समारोह में आशीष देते हुए 

पवित्र भूमि के लिए दानसंग्रह, शांति के भविष्य पर निवेश का एक रास्ता

वाटिकन ने विश्वभर के काथलिकों को पवित्र भूमि के लिए वार्षिक दानसंग्रह हेतु प्रोत्साहन दिया है जो मध्यपूर्व में कलीसिया के भविष्य के लिए निवेश का एक रास्ता है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 24 मार्च 2022 (रेई) ˸ पूर्वी कलीसियाओं के लिए गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ ने एक पत्र में काथलिकों से अपील की है कि वे पवित्र भूमि के लिए वार्षिक दानसंग्रह में उदारता से भाग लें।

उन्होंने कहा, "यदि हम अपने मूल को खो देंगे, तब कैसे बने रह पायेंगे, हम दुनिया में जहाँ कहीं भी हैं वहाँ एक पेड़ बढ़ता एवं प्रेम, उदारता और बांटने का फल लाता है।"

दुनियाभर की सभी पल्लियों को एक विशेष दानसंग्रह हेतु आमंत्रित की जाती है खासकर, पुण्य शुक्रवार के दिन- ताकि येसु के जन्म, मृत्यु एवं पुनरूत्थान की भूमि में रहने वाले ख्रीस्तियों की मदद की जा सके।

एकत्रित धनराशि पवित्र भूमि में ख्रीस्तीय जीवन के लिए भौतिक समर्थन का मुख्य स्रोत है। इस धनराशि को पवित्र स्थलों की सुरक्षा, स्थानीय अल्पसंख्यक ख्रीस्तियों की मदद करने और पुरोहितों के प्रशिक्षण के लिए खर्च किये जाते हैं, साथ ही साथ "एक परस्पर सम्मानपूर्ण देश के निर्माण हेतु फिलिस्तीनी मुसलमानों की शिक्षा में निवेश की जाती है।"

येसु की मातृभूमि से वास्तविक संबंध

पूर्वी कलीसियाओं के लिए गठित परमधर्मपीठीय धर्मसंघ के अध्यक्ष कार्डिनल लेओनार्दो सांद्री ने विश्वभर की स्थानीय कलीसियाओं को एक पत्र भेजा है जिसमें उन्होंने पवित्र भूमि से लिए दानसंग्रह के अर्थ पर गहराई से चिंतन प्रस्तुत किया है।

"दान का भाव जो छोटा ही क्यों न हो लेकिन प्रत्येक के द्वारा विधवा के सिक्के के समान है जो भाइयों एवं बहनों को जीने, आशा बनाये रखने तथा ख्रीस्त के शरीरधारण के स्थान एवं रास्ते जहाँ वे चले, उनमें जीवित साक्षी बने रहने का अवसर प्रदान करता है।"

कार्डिनल सांद्री ने गौर किया कि इस साल का दानसंग्रह विशेष रूप से महत्वपूर्ण होगा चूँकि पवित्र भूमि के ख्रीस्तीयों ने दो वर्ष बिना तीर्थयात्रियों के पार किया है। उन्होंने कहा कि परिवारों ने तीर्थयात्रा से जुड़े कामों के अभाव का सामना किया है।

पीड़ित ख्रीस्तीयों के लिए राहत का भाव

कार्डिनल ने कहा कि ख्रीस्त अपने शरीर, कलीसिया में अब भी दुःख भोग रहे हैं विशेषकर, मध्यपूर्व में, साथ ही साथ दुनिया के दूसरे हिस्सों में अत्याचार, हिंसा और युद्ध के कारण, जैसा कि यूक्रेन में हो रहा है।

उन्होंने याद किया कि संत पापा फ्राँसिस ने पवित्र भूमि के संरक्षक के साथ दो स्थानों पर प्रेरितिक यात्रा की जिन्होंने संग्रह का 65 प्रतिशत प्राप्त किया ˸ मार्च में इराक और दिसम्बर में साइप्रस।  

कार्डिनल ने कहा कि संत पापा बहुतों के पास पहुँचना चाहते हैं जो अकेले और पीड़ित हैं, इराक के ख्रीस्तीय जो दो दशकों से जारी युद्ध की पीड़ा में अब्राहम की भूमि में रहने के लिए संघर्ष कर रहे हैं।

संत पापा के सामीप्य के भाव का प्रत्युत्तर देते हुए सभी ओर के काथलिक निमंत्रित किये जाते हैं कि वे पवित्र भूमि की ओर अपनी प्रेमभरी निगाह रखें और राहत के रूप में अपना छोटा दान अर्पित करें।

भविष्य के लिए शिक्षा

पूर्वी कलीसिया के लिए गठित धर्मसंघ ने पिछले साल के दानसंग्रह का व्यौरा प्रस्तुत किया है जिसके अनुसार 6 मिलियन डॉलर जमा किये गये थे।

"वे क्षेत्र जो संग्रह से विभिन्न प्रकार के समर्थन से लाभान्वित होते हैं, वे हैं येरूसलेम, फिलिस्तीन, इज़राइल, जॉर्डन, साइप्रस, सीरिया, लेबनान, मिस्र, इथियोपिया, इरिट्रिया, तुर्की, ईरान और इराक।"

लोकधर्मियों एवं पुरोहितों के प्रशिक्षण के लिए संग्रह का 35 प्रतिशत प्रदान किया गया था।

बेथलेहेम यूनिवर्सिटी विशेष उल्लेख के योग्य है, क्योंकि संस्था शिक्षा प्रदान करती है जिसका उद्देश्य धार्मिक और सांस्कृतिक मतभेदों को सुलझाने में मदद करना है जिन्होंने अनगिनत पीढ़ियों के लिए पवित्र भूमि में जीवन को प्रभावित किया है।

"लगभग 3,300 युवा, जिनमें से ज्यादातर फिलिस्तीनी मुसलमान हैं, एक ऐसे देश के निर्माण में संलग्न होने की आशा के साथ बौद्धिक और मानवीय रूप से प्रशिक्षित हैं जहां आपसी सम्मान है और जहां मानवीय गरिमा संरक्षित है।"

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

24 March 2022, 16:57