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कार्डिनल अगोस्तिनो काचाविलन का निधन

कार्डिनल अगोस्तिनो काचाविलन का निधन शनिवार को वाटिकन में हुआ। वे 95 साल के थे। वे परमधर्मपीठ की विरासत के अध्यक्ष रह चुके हैं। उन्होंने फिलीपींस, स्पेन, पुर्तगाल, केन्या, भारत, नेपाल और अमरीका में परमधर्मपीठ के प्रेरितिक राजदूतावासों में सेवाएँ दी। संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने उन्हें कार्डिनल नियुक्त किया था।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 5 मार्च 2022 (रेई) ˸ कार्डिनल अगोस्तिनो काचाविलन का निधन 5 मार्च को वाटिकन में हुआ। उनके निधन के साथ कार्डिनलों की कुल संख्या 212 हो गई है, जिनमें से 119 कार्डिनल पोप के चुनाव में वोट दे सकते हैं, जबकि 93 वोट नहीं दे सकते।

कार्डिनल काचाविलन जन्म 14 अगस्त 1926 को इटली में हुआ था। उनका पुरोहिताभिषेक 26 जून 1949 को हुआ था, उसके बाद 1952 में अध्ययन हेतु रोम आये और ग्रेगोरियन यूनिवर्सिटी में पढ़ाई की।  

पढ़ाई के बाद वे वाटिकन राज्य सचिवालय में कार्य करने लगे जहाँ से वे फिलीपींस, स्पेन, पुर्तगाल, केन्या, भारत, नेपाल और अमरीका के प्रेरितिक राजदूतावास भेजे गये।

17 जनवरी 1976 को संत पापा पौल छटवें ने उन्हें अमितेरनो के महाधर्माध्यक्ष नियुक्त किया था। 9 मई 1981 को संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने उन्हें भारत का सहायक राजदूत नियुक्त किया था तथा 30 अप्रैल 1985 को वे नेपाल के भी सहायक राजदूत बने। वहाँ से वे 13 जून 1990 को अमरीका भेजे गये।

5 नवम्बर 1998 को संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने उन्हें परमधर्मपीठ की विरासत के प्रबंधन का अध्यक्ष नियुक्त किया।

संत पापा जॉन पौल द्वितीय ने ही उन्हें 21 फरवरी 2001 में कार्डिनल नियुक्त किया था। उन्होंने 2005 के कॉनक्लेव में भाग लिया जिसमें संत पापा बेनेडिक्ट 16वें पोप चुने गये थे।

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05 March 2022, 14:32