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यूक्रेन का एक अपार्टमेंट जो रूसी हमले का निशाना बना यूक्रेन का एक अपार्टमेंट जो रूसी हमले का निशाना बना 

यूक्रेन में युद्ध समाप्त हो एवं यूरोप शरणार्थियों का स्वागत करे,कार्डि. पालिया

जीवन के लिए परमधर्मपीठीय अकादमी के अध्यक्ष महाधर्माध्यक्ष भिंचेंसो पालिया ने यूक्रेन में युद्ध पर एक चिंतन प्रस्तुत किया है तथा संत पापा फ्राँसिस का समर्थन करते हुए युद्ध को नहीं कहते हुए समझौता की अपील दुहरायी है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 15 मार्च 2022 (रेई) ˸ महाधर्माध्यक्ष पालिया ने विश्व के नेताओं से अपील की है कि वे सभी मनुष्यों के आगे बढ़ने का रास्ता बताने में सक्षम होने के लिए, एक "दूरदर्शी नीति का निर्माण करें।"

उन्होंने कहा है कि यूरोप को सोचने और एक अलग विश्व बनाने की जरूरत है ताकि यूक्रेन का संघर्ष अंतिम हो तथा लोगों के बीच सहअस्तित्व के रास्ते की खोज करने के लिए एक मिसाल प्रस्तुत करे।

महाधर्माध्यक्ष पालिया ने एक लेख में यूक्रेन में युद्ध पर एक चिंतन प्रस्तुत किया है जो मंगलवार को इताली समाचार पत्र "इल रिफोरमिस्ता" में प्रकाशित किया गया है। लेख में उन्होंने संत पापा फ्राँसिस की हार्दिक अपील का समर्थन किया है जिसमें उन्होंने कहा है, "ईश्वर के नाम पर नरसंहार को रोका जाए।"

विवेशील एवं नवीकृत यूरोप

महाधर्माध्यक्ष पालिया ने कहा है, "हमें एक प्रभावशाली एवं उपयुक्त राजनीतिक दूर दर्शिता की जरूरत है, ताकि हम इस संघर्ष से नवीकृत, विवेकशील, लम्बे समय तक चलनेवाली यूरोपीय योजना के साथ बाहर आ सकें।"

उन्होंने कहा, "मुझे लगता है कि कोई विकल्प नहीं है ˸ यूरोप एक है, इसके दो फेफड़े हैं, पूर्वी और पश्चिमी, जिनके एक समान विशेषताएँ एवं भिन्नताएँ हैं किन्तु यह यूरोप ही है।"  

उन्होंने कहा कि हमें यहूदी- ख्रीस्तीय यूरोप पर बात करनी चाहिए, जैसा कि संत पापा जॉन पौल द्वितीय अक्सर कहा करते थे।

न्यायसंगत राजनीतिक समाधान जो अधिकारों का सम्मान करता

जीवन हेतु परमधर्मपीठीय अकादमी के अध्यक्ष के लिए, "अटलांटिक से यूराल तक यूरोप को गले लगानेवाले भविष्य पर पुनर्विचार करना अनिवार्य है।"

"नेटो के यूरोप, यूरोपीय संघ, जी-7 जो कभी कभी जी -8 हो जाता है, उसे राजनीतिक, आर्थिक, वित्तीय और सांस्कृतिक परियोजना के तत्वावधान में अलग राजनीतिक हल के साथ पुनःनिर्मित करना होगा।"

यूरोप को भविष्य के लिए "एक ऐसी राजनीतिक समाधान की आवश्यकता है जो निष्पक्ष, ठोस, अंतरराष्ट्रीय कानून और अधिकारों का सम्मान करनेवाले सभी लोगों को, एक साथ लाये।"

"हमें वास्तव में, पूरे इतिहास में लोगों द्वारा समाधान के लिए उपयोग किये साधन,और निर्णायक रूप से बातचीत पर ध्यान केंद्रित करना चाहिए।"

महाधर्माध्यक्ष ने यह भी कहा है कि विश्व अब भी महामारी से जूझ रहा है जिसको पूरी तरह नहीं हराया गया है, "एक पर्यावरण और जलवायु संकट" जिसके परिणाम सभी के लिए होंगे, और "नई तकनीकों के स्तर पर युग का परिवर्तन" सभी पर गहरा प्रभाव डालेगा।

अंत में उन्होंने कहा कि हथियार और युद्ध, समस्या के समाधान का उत्तर नहीं दे सकते।

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15 March 2022, 16:55