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वाटिकन विदेश सचिव पौल रिचार्ड गल्लाघर वाटिकन विदेश सचिव पौल रिचार्ड गल्लाघर 

लेबनान के भविष्य पर महाधर्माध्यक्ष गल्लाघर की उम्मीदें

वाटिकन विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष पौल रिचार्ड गल्लाघर ने वाटिकन के सिनॉड सभागार में राजनयिक कोर के सदस्यों से मुलाकात की। जहाँ उन्होंने लेबनान में 31 जनवरी से 4 फरवरी के बीच अपनी यात्रा के अनुभवों पर प्रकाश डाला।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 10 फरवरी 2022 (रेई)˸ वाटिकन में राजनयिक कोर से मुलाकात करते हुए महाधर्माध्यक्ष गल्लाघर ने देवदार के देश में अपनी यात्रा का अनुभव साझा किया। उन्होंने कहा, "यह एक चिलचस्प अनुभव था, सभा की गति और राजनीतिक-राजनयिक दृष्टिकोण से उत्कृष्ट होने के कारण। इसने मुझे लेबनान की वास्तविकता का स्पर्श करने का अवसर दिया।"

मुलाकात के दौरान महाधर्माध्यक्ष ने उनके प्रति संत पापा का सामीप्य एवं उनकी प्रार्थना को व्यक्त किया। उन्होंने सदस्यों से मुलाकात करते हुए लेबनान में संत पापा की प्रेरितिक यात्रा की संभावना व्यक्त की और कहा कि इसपर अध्ययन जारी है एवं जैसे ही स्थिति अनुकूल होगी, जल्द, शायद इसी साल इसे सम्पन्न किया जाएगा।

लेबनान की जटिल वास्तविकता से अवगत

लेबनान में महाधर्माध्यक्ष ने खुद अनुभव किया कि वाटिकन के प्रतिनिधि के रूप में कितने लोग उनसे मिलना चाहते थे, यह देखते हुए कि "समस्याओं और समाधानों की सच्ची सहमति" खोजने की आवश्यकता है।"

महाधर्माध्यक्ष पौल रिचार्ड गल्लाघर ने परमधर्मपीठ एवं लेबनान के बीच राजनयिक संबंध के 75 साल पूरा होने एवं एशियाई देश में संत पापा जॉन पौल द्वितीय की प्रेरितिक यात्रा के 25 साल होने के उपलक्ष्य में, जिसके उपरांत पोस्ट-सिनॉडल प्रेरितिक प्रबोधन "एक नई आशा लेबनान के लिए" पर हस्ताक्षर की गई थी और संत पापा बेनेडिक्ट 16वें की प्रेरितिक यात्रा जिसके उपरांत पोस्ट-सिनॉडल प्रबोधन जो खासकर मध्यपूर्व के सिनॉड के धर्माध्यक्षों के लिए था, हस्ताक्षर की गई थी, उसकी 10वीं वर्षगाँठ पर, लेबनान की यात्रा की।

लेबनान जब पीड़ादायक राजनीतिक गति और जारी आर्थिक संकट से प्रभावित है वाटिकन विदेश सचिव ने उनके बीच सामीप्य का ठोस चिन्ह प्रकट किया।  

महाधर्माध्यक्ष रिचार्ड ने बेरूत में 4 अगस्त 2020 को हुए भारी विस्फोट के शिकार लोगों के परिवारों से मुलाकात की एवं उनके लिए न्याय एवं सच्चाई की मांग करते हुए प्रार्थना की। लेबनान की राजधानी बेरूत में हुए भारी रसायनिक विस्फोट से सैकड़ों लोगों की जानें गई थीं एवं काफी क्षति हुई थी।

राजदूतों को सम्बोधित करते हुए महाधर्माध्यक्ष ने कहा कि लेबनान में हरेक का अपना व्यक्तिगत परिप्रेक्ष्य है, फिर भी, समस्या के हल के लिए आम सहमति देश को प्रभावित करता है।

महाधर्माध्यक्ष ने युवाओं की भी याद की। यह कहते हुए कि उनमें से कई ने व्यक्तिगत रूप से उन्हें छोड़ने की इच्छा व्यक्त की। इस दौरान उन्होंने आशा की योजना को भी देखा, उदाहरण के लिए कार्लो अकुतिस युवा केंद्र जिसका संचालन लाजारिस्ट पुरोहित करते हैं।

युवाओं की आशा

कार्लो अकुतिस युवा केंद्र का दौरा करने के बाद महाधर्माध्यक्ष ने गौर किया था कि लेबनान के युवा देश की सच्ची सम्पति हैं लेकिन अस्तित्वगत अनिश्चितता के कारण चिंता करने हेतु मजबूर हैं।  

उन्होंने स्वीकार किया कि कई युवाओं ने लेबनान की कलीसिया के बारे शिकायत की जिसमें वे कई गरीब युवाओं के बीच धनी लोगों को देखते हैं। जिसे उन्होंने कहा कि मरोनाईट सिनॉड में रखी जानी चाहिए।  

विवादों के समाधान को सुगम बनाने हेतु, विदेश सचिव ने, इस बात को दोहराते हुए कहा कि परमधर्मपीठ एक संभावित राष्ट्रीय वार्ता का समर्थन करने के लिए तैयार है, बशर्ते, इसमें शामिल सभी पक्ष अनुरोध करें।

राजनयिक कोर के साथ मुलाकात में उन्होंने आप्रवासियों एवं शरणार्थियों की स्थिति, लेबनान की तटस्थता, अंतरधार्मिक वार्ता एवं धनी और गरीब के बीच खतरनाक असामनता आदि मुद्दों पर भी चर्चा की।

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10 February 2022, 15:54