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परिवार का प्रतीक परिवार का प्रतीक 

मानवता की खुबसूरती एवं घाव ˸ परिवारों की विश्वसभा की ओर

लोकधर्मी, परिवार एवं जीवन के लिए गठित परमधर्मपीठीय परिषद और रोम धर्मप्रांत ने कई चिंतन प्रस्तुत किये हैं जिनका उद्देश्य है 22 से 26 जून तक रोम में आयोजित होनेवाली परिवारों की आगामी विश्व सभा की तैयारी करना।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मगलवार, 25 जनवरी 2022 (रेई)- लोकधर्मी, परिवार एवं जीवन के लिए गठित परमधर्मपीठीय परिषद और रोम धर्मप्रांत ने कई चिंतन प्रस्तुत किये हैं जिनका उद्देश्य है 22 से 26 जून तक रोम में आयोजित होनेवाली परिवारों की आगामी विश्व सभा की तैयारी करना।  

परिवारों की 10वीं विश्वसभा 22 से 26 जून 2022 को रोम में आयोजित की जायेगी। लोकधर्मी, परिवार और जीवन के लिए गठित परमधर्मपीठीय परिषद एवं रोम धर्मप्रांत जो सभा का आयोजन कर रहे हैं, प्रेरितिक सामग्रियाँ उपलब्ध कर रहे हैं। उनका मकसद है धर्मप्रांतों, संगठनों एवं संघों को स्थानीय समुदाय में चिंतन हेतु कार्यक्रमों का आयोजन करने के लिए मदद देना।

जून की सभा वास्तव में "अभूतपूर्व और बहु-केंद्रित" प्रारूप में सम्पन्न होगी, जिसमें दुनियाभर के धर्मप्रांतों में स्थानीय पहल की जायेगी।

इस आयोजन के आलोक में रोम धर्मप्रांत ने परिवार पर 8 धर्मशिक्षा तैयार की है ताकि विश्वभर की पल्लियों में आयोजित होनेवाली सभाओं को मदद दिया जा सके। सभी तैयार धर्मशिक्षाएँ सभा की आधिकारिक वेबसाईट www.romefamily2022.com पर उपलब्ध हैं।

रोम धर्मप्रांत के परिवारों की प्रेरितिक देखभाल के निदेशक माननीय दारियो क्रिसकोली ने बतलाया कि "वीडियो में व्यक्तियों की व्यक्तिगत कहानियाँ बतलायी गई हैं जो चिंतन करने में मदद दे सकते हैं।" वे छोटे फिल्म के रूप में हैं और करीब 8 मिनट के हैं जिनमें रोम के दम्पतियों या व्यक्तियों ने अपनी कहानी साझा की हैं। निदेशक ने कहा, "ये उन लोगों की कहानियाँ हैं जिन्होंने अपने आपको मलबों के साथ पाया। कहानियाँ आसान नहीं हैं वे हमेशा त्रुटिरहित नहीं होते किन्तु वे आंतरिक एवं सच्ची सुन्दरता के धनी होते हैं। ये उन लोगों की कहानियाँ जो पारिवारिक संबंध में मानव जीवन की सबसे समृद्धि एवं गहरे खजाने की खोज करते हैं, और उन लोगों की कहानियाँ भी हैं जिन्होंने इन संबंधों में अपने अस्तित्व की यात्रा के अंतिम लक्ष्य को न केवल पा लिया है, बल्कि उनके लिए एक शुरूवाती विन्दु है कि वे ऐसे लोगों की मदद करें जो इस खजाने को अब तक नहीं पाये हैं।"

वास्तव में, वीडियो में पतियों, पत्नियों, बच्चों और दादा-दादी के बारे चर्चा की गई है साथ ही साथ, बुलाहट में पवित्रता पर भी विचार प्रस्तुत किये गये हैं।

फादर क्रिसकोली ने कहा, "हम नाजरेथ के पवित्र परिवार के रूप में इस तरह के एक चिरस्थायी मॉडल को देखेंगे तथा उन साधनों पर ध्यान देंगे जिन्हें संत पापा फ्राँसिस ने प्रदान किया है, वे हमारे लिए तीन जादूई शब्द हैं ˸ 'शुक्रिया', 'कृपया' और 'माफ' करें। जब तक माता-पिता या बच्चे या भाई-बहन इनके सच्चे अर्थ को नहीं समझ लेते, इन शब्दों से कोई नहीं बच सकता क्योंकि कोई भी परिवार पूर्ण नहीं है।"

संत पापा ने कहा है कि परिवार पहला स्थान है जहाँ हम पूर्ण होना या किसी के लिए होना सीखते हैं, यह प्रेम, आशा, देखभाल और पुनरूत्थान की पाठशाला है। यह उस महान और सरल रहस्य की रक्षा करनेवाला स्थान है जिसमें हरेक की खुशी का राज है ˸ कि हरेक व्यक्ति दूसरों के जीवन में अपने लिए स्थान बना सकता है।  

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25 January 2022, 14:53