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संत पापा फ्राँसिस और आर्मेनिया के राष्ट्रपति, श्री आर्मेन सरकिसियन संत पापा फ्राँसिस और आर्मेनिया के राष्ट्रपति, श्री आर्मेन सरकिसियन 

अर्मेनियाई राष्ट्रपति वाटिकन के साथ अच्छे संबंधों की सराहना की

संत पापा फ्राँसिस के साथ मुलाकात के बाद, अर्मेनियाई राष्ट्रपति आर्मेन सरकिसियन वाटिकन मीडिया के साथ वाटिकन के साथ संबंधों और उनकी परमाध्यक्षों की यादों के बारे में बात करते हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 16 अक्टूबर 2021 (वाटिकन न्यूज) :  "मुझे लगता है कि वाटिकन और आर्मेनिया गणराज्य के बीच संबंधों का वर्णन करना आसान है, मैं इसका वर्णन दो शब्दों में भी कर सकता हूँ: बहुत अच्छा। मैं उत्कृष्ट नहीं कह रहा हूँ, क्योंकि मुझे उम्मीद है कि हम और भी बेहतर कर सकते हैं।" राष्ट्रपति आर्मेन सरकिसियन ने कहा।

सोमवार को संत पापा फ्राँसिस के साथ अपनी यात्रा के बाद राष्ट्रपति सरकिसियन वाटिकन के पास अर्मेनियाई दूतावास के नए स्थान पर वाटिकन मीडिया से बातें कीं।

अर्मेनियाई-वाटिकन संबंधों में सरकिसियन की भागीदारी 1991 में सोवियत संघ के पतन के बाद स्वतंत्रता के पहले दिनों से है, जब उन्होंने वाटिकन सहित कई पश्चिमी देशों में पहले राजदूत के रूप में कार्य किया। उन्होंने कहा, "उस समय मैं एक युवा वैज्ञानिक था जो अभी-अभी एक राजनयिक बना था, मुझे एक बहुत ही बुद्धिमान, अनुभवी कुलपति [कथोलिकोस वाजेन I] द्वारा निर्देशित किया गया था कि हम वाटिकन के साथ संबंध कैसे विकसित कर सकते हैं।"

वाटिकन के समर्थन के प्रति आभार

उन्होंने आर्मेनिया के लिए वाटिकन द्वारा दिखाए गए जबरदस्त समर्थन की सराहना की, विशेष रूप से, 2001 में संत पापा जॉन पॉल द्वितीय की देश की यात्रा पर ध्यान दिया। दुनिया भर में हर अर्मेनियाई और आर्मेनिया का हर दोस्त, इसे कभी नहीं भूलेगा, कि 2015 में, अर्मेनियाई नरसंहार के 100 वर्षों के स्मरणोत्सव पर वाटिकन में एक विशेष पवित्र मिस्सा बलिदान का आयोजन किया गया था।"

संत पापा के दौरे का प्रभाव

संत पापा की अर्मेनिया की यात्राओं के प्रभाव के बारे में पूछे जाने पर, राष्ट्रपति सरकिसियन ने जॉन पॉल द्वितीय के "असाधारण व्यक्तित्व", "एक ऐतिहासिक व्यक्ति" का उल्लेख किया, जिसे सभी जानते हैं। उन्होंने कहा, "ये न भूलें,  हम दुनिया के पहले ख्रीस्तीय राज्य हैं और यह पहला ख्रीस्तीय धर्म हर अर्मेनियाई के डीएनए में है।  इसलिए मुझे लगता है कि संत पापा की आर्मेनिया की यात्रा एक बहुत बड़ी घटना थी।"

उन्होंने कहा कि संत  पापा फ्राँसिस की यात्रा के लिए भी यही सच था, "कई कारणों से," लेकिन विशेष रूप से "जिसके लिए वह खड़े हैं।" संत पापा फ्राँसिस सिद्धांतों और मूल्यों के बारे में "बहुत खुले तौर पर" बोलते हैं। संत पापा फ्राँसिस जिन मानवीय मूल्यों के लिए खड़े हैं, "इस जटिल दुनिया में बहुत महत्वपूर्ण मूल्य हैं, जहां बहुत सी चीजें अप्रत्याशित हैं और कोई स्थिर विचारधारा या मानव व्यवहार के स्तंभ नहीं हैं और बहुत अनिश्चितता है, यदि आप अपनी आत्मा से कमजोर हैं तो अनिश्चितता आपको घेर लेती है।" उन्होंने कहा, "एक धर्मगुरु होने के साथ-साथ उनके पास विवेक है, [जो] स्पष्ट रूप से मानवीय मूल्यों को सामने रखते हैं, मूल्य जो सभी के लिए सामान्य हैं ... लोगों को आशा देते हैं।"

उन्होंने कहा कि अर्मेनियाई लोगों के लिए, अजरबैजान के साथ हाल के युद्ध के दौरान, "संत पापा और वाटिकन की आवाज काफी प्रोत्साहन देता था।"

संत पापा फ्राँसिस और राष्ट्रपति सरकिसियन ने अपनी बैठक के दौरान उपहारों का आदान-प्रदान किया
संत पापा फ्राँसिस और राष्ट्रपति सरकिसियन ने अपनी बैठक के दौरान उपहारों का आदान-प्रदान किया

संबंध बनाना

राष्ट्रपति ने शिक्षा, विज्ञान और संस्कृति के क्षेत्रों में आर्मेनिया और परमधर्मपीठ के बीच संबंधों को बढ़ाने और सुधारने के महत्व पर जोर दिया। वाटिकन और आर्मेनिया के सांस्कृतिक शिक्षा मंत्रालय द्वारा उस दिन पहले हस्ताक्षरित एक समझौता ज्ञापन की ओर इशारा करते हुए, उन्होंने कहा कि, जब प्राकृतिक संसाधनों के उपयोग में परिवर्तन होता है,  तो बुद्धि, ज्ञान, विज्ञान और संस्कृति के मानवीय मूल्य बने रहते हैं।

उन्होंने कहा, "यही वह जगह है जहां हमें वाटिकन और आर्मेनिया के बीच, अर्मेनियाई प्रेरितिक कलीसिया और काथलिक कलीसिया के बीच और दुनिया भर में काथलिक और दुनिया भर में अर्मेनियाई लोगों के बीच अपने संबंधों का निर्माण करना है।"

यादें

राष्ट्रपति सरकिसियन ने संत पापा जॉन पॉल द्वितीय के साथ अपने व्यक्तिगत संबंधों की "गर्म यादों" को भी याद किया, पोलिश संत पापा की दयालुता और उनके परिवार के प्रति दिलचस्पी को याद किया। संत पापा ने राजदूत के रूप में उन्हें वाटिकन की अपनी यात्राओं पर अपने बच्चों को लाने के लिए आमंत्रित किया था।

राष्ट्रपति ने कहा कि संत पापा फ्राँसिस के साथ भी यह दयालुता जारी है। "आज का दिन बहुत अच्छा था, क्योंकि जब हम संत पापा फ्राँसिस के पास गए, तो मैं अपने दोनों बेटों को ले गया।  कई साल पहले छोटे बच्चों के रूप में संत पापा जॉन पॉल द्वितीय से मिलने के बाद, एक बार फिर से एक पापा से मिलना "उनके लिए एक अद्भुत अनुभव" था, क्योंकि वे बड़े होकर अपने परिवारों के साथ रहते हैं।

संत पापा फ्राँसिस और राष्ट्रपति सरकिसियन अपने पूरे परिवार के साथ
संत पापा फ्राँसिस और राष्ट्रपति सरकिसियन अपने पूरे परिवार के साथ

ईश्वर में अटूट विश्वास

राष्ट्रपति ने कहा, "यह मेरे लिए बहुत महत्वपूर्ण है, कि उन सभी कठिनाइयों के बावजूद, जिनसे मैं व्यक्तिगत रूप से गुज़रा - कैंसर, बीमारी, मेरे जीवन में अन्य कठिनाइयों के माध्यम से विश्वास, ईश्वर में विश्वास, ने मेरी मदद की है। मैं मजबूत बना और यहाँ मैं, कई वर्षों के बाद, फिर से वापस आया हूँ, अब राष्ट्रपति के रूप में संत पापा से मिल रहा हूँ।”

राष्ट्रपति सरकिसियन ने अपने स्वयं के विश्वास के बारे में बात की: उन्होंने कहा, "मैं उन लोगों में से हूँ जो केवल विश्वास में पैदा होने के बजाय, जीवन के अनुभव और विज्ञान के माध्यम से ईश्वर में विश्वास करते हैं।" अर्मेनिया पहले सोवियत संघ में था, जहां उनकी मां ने गुप्त रूप से विश्वास का अभ्यास किया करती थी। वे "दर्शन, विज्ञान, खगोल भौतिकी, भौतिकी और क्वांटम ब्रह्मांड विज्ञान के माध्यम से" ईश्वर में विश्वास किया। यह एक "दृढ़ विश्वास" की यात्रा थी।

जो अच्छा है उसकी कद्र करना

राष्ट्रपति सरकिसियन ने कहा, "मैं उन लोगों में से हूँ जो सोने से पहले प्रार्थना करते हैं और मुझे यह कहते हुए खुशी हो रही है कि मेरे तीन पोते हैं, वे भी प्रार्थना करते हैं। और यह अद्भुत है क्योंकि वे बिस्तर पर जाते हैं और दिन के दौरान उनके साथ हुई सभी चीजों के लिए वे ईश्वर का धन्यवाद करते हैं।" उन्होंने कहा, "अपने जीवन में जो अच्छा है उसे महत्व देना और उन लोगों के लिए प्रार्थना करना जो आपके लिए महत्वपूर्ण हैं।"

 उन्होंने खुलासा किया, "मेरे साथ भी ऐसा ही होता है। इसलिए, मैं हर रात प्रार्थना करता हूँ और मैं संत पापा फ्राँसिस के लिए भी हर रात प्रार्थना करता हूँ।"

 

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16 अक्तूबर 2021, 15:47