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वाटिकन राज्य के विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष पॉल रिचर्ड गलाघेर वाटिकन राज्य के विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष पॉल रिचर्ड गलाघेर  

दुनिया को परमाणु युद्ध खतरे से मुक्त करें, महाधर्माध्यक्ष गलाघेर

वाटिकन राज्य के विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष पॉल रिचर्ड गलाघेर ने परमाणु हथियारों के पूर्ण उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस को मनाने और बढ़ावा देने के लिए आयोजित यूएन महासभा उच्च स्तरीय बैठक को संबोधित किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

न्यूयॉक, बुधवार 29 सितम्बर 2021 (वाटिकन न्यूज) : परमाणु हथियारों के पूर्ण उन्मूलन के लिए अंतर्राष्ट्रीय दिवस मनाया जाना दुनिया को प्रभावित करने का एक अवसर है, विशेष रूप से परमाणु-हथियार वाले देशों के नेताओं पर, परमाणु हथियारों के उन्मूलन के लिए मानवता की आग्रहपूर्ण मांग और दुनिया को परमाणु युद्ध के खतरे से मुक्ति दिलाने के लिए इस मंच की कई प्रतिज्ञाएं हैं।

चार साल पहले, 122 सदस्य देशों ने परमाणु हथियारों के निषेध पर संधि को अपनाने के लिए मतदान किया था। पिछले जनवरी में यह संधि लागू हुई। परमधर्मपीठ उन राज्यों का आभारी है जिन्होंने संधि पर हस्ताक्षर किए और उसकी पुष्टि की है, और यह अनिच्छुक राज्यों को इस महत्वपूर्ण समझौते में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करता है।

वाटिकन राज्य के विदेश सचिव महाधर्माध्यक्ष पॉल रिचर्ड ने परमाणु यथास्थिति को बनाए रखने वाले दो कारक के योगदान पर प्रकाश डाला।

निरोध की नीति

पहला है निरोध की नीति, जो हथियारों की होड़ को आगे बढ़ाती है और एक गैर-मानवीय तकनीकी वातावरण उत्पन्न करती है जो राष्ट्रों के बीच अविश्वास को बनाए रखती है और बढ़ाती है। हमें संत पापा जॉन तेईसवें की अंतर्दृष्टि को बनाये रखना चाहिए, "राष्ट्रों के बीच सच्ची और स्थायी शांति हथियारों की समान आपूर्ति में नहीं है, बल्कि केवल आपसी विश्वास में है।" राष्ट्रों के बीच विश्वास सत्यापन की गारंटी देता है और परमधर्मपीठ सत्यापन योग्य निरस्त्रीकरण समझौतों का पुरजोर समर्थन करता है।

परमाणु उत्पादन और शस्त्रागार में अत्यधिक खर्च

दूसरा कारक कुछ देशों द्वारा परमाणु उत्पादन और शस्त्रागार के परिनियोजन में अत्यधिक खर्च किया जाता है, जो राष्ट्रों के भीतर और सभी देशों में बढ़ती असमानता का एक स्रोत है। अनिश्चित अवधि की वैश्विक महामारी और वैश्विक जलवायु परिवर्तन के बिगड़ते प्रभावों का सामना करते हुए, राष्ट्रों को मानवीय जरूरतों और हमारे आम घर की मांगों को पूरा करने के हित में सैन्य खर्च को कम करना चाहिए। इस संदर्भ में, महाधर्माध्यक्ष गलाघेर ने परमधर्मपीठ की इस दलील को नवीनीकृत करते हुए कहते हैं कि सरकारें "हथियारों और अन्य सैन्य खर्चों पर इस्तेमाल किये गये धन का एक वैश्विक कोष स्थापित करें जिसका उपयोग सबसे गरीब देशों में भूखमरी को समाप्त करने और देश के विकास के लिए किया जा सके।" विशेष रूप से वे परमाणु हछियारों से लाभान्वित होने वाले राज्यों से अप्रसार संधि के अनुच्छेद VI के तहत परमाणु निरस्त्रीकरण प्रयासों का समर्थन करके वैश्विक प्राथमिकताओं को फिर से जांचने में मदद करने का आग्रह करते हैं।

संयुक्त राष्ट्र चार्टर के पहले शब्द "आने वाली पीढ़ियों को युद्ध के संकट से बचाने के लिए एक मजबूत प्रतिबद्धता बनाते हैं, जिसने ... मानव जाति के लिए अनकहा दुख लाया है।" इसलिए, यह लंबे समय से अतिदेय है, कि अंतर्राष्ट्रीय समुदाय अपने दृढ़ संकल्प पर खरा उतरे। यह इस संगठन के मिशन के केंद्र में है और यह मानव परिवार की लंबे समय से अधूरी इच्छा है। हमारे लिए कार्रवाई करने का समय आ गया है।

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29 September 2021, 14:00