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संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में स्थापित चरनी और क्रिसमस ट्री संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में स्थापित चरनी और क्रिसमस ट्री 

क्रिसमस ट्री और चरनी का उद्घाटन 11 दिसम्बर को

वाटिकन ने क्रिसमस ट्री और चरनी या येसु ख्रीस्त के जन्म के दृश्य के उद्घाटन की तिथि घोषित की। इस साल संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में क्रिसमस ट्री और चरनी का उद्घाटन अत्यन्त महत्वपूर्ण होगा, जब वाटिकन इस कठिन समय में क्रिसमस की भावना को ऊंचा बनाये रखने के लिए कार्य कर रहा है।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 31 अक्तूबर 2020 (रेई)- वायरस ने क्रिसमस की भावना को नहीं रोका है। आज यह कहीं अधिक महत्वपूर्ण हो गया है कि हम एकजुट हों और अपने भाई-बहनों के साथ सहानुभूति रखें, ताकि हम सभी अपने सामान्य जीवन में वापस लौट सकें। वाटिकन का क्रिसमस प्रदर्शनी इसी का प्रतीक है जो आशा, भरोसा, प्रेम, पारिवारिक भावना और इस बात की चेतना लेकर आनेवाला है कि येसु हमारे बीच हमें बचाने और सांत्वना देने आते हैं। 

11 दिसम्बर को 4.30 बजे कोविड-19 से बचने के लिए लगाये गये नियमों को ध्यान में रखते हुए चरनी एवं क्रिसमस ट्री का उद्घाटन किया जाएगा। चरनी को इताली शहर कस्तेल्ली और 28 मीटर ऊंचे क्रिसमस ट्री को स्लोवेनिया के कोचेवजे शहर के द्वारा दान किया गया है  

उद्घाटन समारोह का संचालन वाटिकन के राज्यपाल के अध्यक्ष कार्डिनल जुसेप्पे बेरतोने और वाटिकन राज्यपाल के महासचिव धर्माध्यक्ष फेरनांदो वेरगेज अलजाका करेंगे। उसी दिन सुबह कास्तेली एवं कोचेवजे के प्रतिनिधि संत पापा से मुलाकात करेंगे और आधिकारिक रूप से अपना उपहार संत पापा फ्राँसिस को अर्पित करेंगे।

चरनी या येसु के जन्म का दृश्य

येसु ख्रीस्त के जन्म के दृश्य को चिनी मिट्टी से बनी मूर्तियों से तैयार किया गया है। इसको तैयार करने में कला संस्थान एफ.ए. ग्रुए के शिक्षकों एवं छात्रों का हाथ है। यह डिजाईन का उच्च विद्यालय है। 1965- 1975 के दशक में इसकी शिक्षण गतिविधि को क्रिसमस विषयवस्तु के लिए समर्पित किया गया। संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्रांगण में बनी चरनी में 54 मूर्तियाँ हैं।

क्रिसमस ट्री

क्रिसमस ट्री जिसको कोचेवजे शहर के द्वारा दान किया गया, स्लोवेनिया का वह शहर है जो प्रकृति से अक्षुण्ण है। शहर का 90 प्रतिशत भाग जंगलों से ढका है। प्राचीन काल से ही यह उपजाऊ भूमि का प्रतीक है एवं 1 मई एवं क्रिसमस जैसे महापर्वों को परंपरागत रूप में मनाया जाता है।

यूरोप में स्प्रस का सबसे ऊँचा पेड़ "स्गेरमोवा स्मरेका" 61,80 मीटर ऊंचा है और यह स्लोवेनिया के पोहोरजे में स्थित है। यह 300 साल पुराना पेड़ है।

चरनी और क्रिसमस ट्री को क्रिसमस काल के अंत तक रखा जाएगा। क्रिसमस काल 10 जनवरी 2021 को येसु के बपतिस्मा महापर्व के साथ समाप्त होगा।

 

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31 October 2020, 13:19