खोज

संत पेत्रुस महागिरजाघर का प्रांगण संत पेत्रुस महागिरजाघर का प्रांगण 

वाटिकन हेतु नया निर्देश

संत पापा फ्राँसिस ने 16 मार्च को वाटिकन सिटी के लिए एक नया कानून स्थापित किया।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 17 मार्च 2020 (रेई) संत पापा फ्राँसिस ने 16 मार्च को वाटिकन सिटी के लिए एक नया कानून स्थापित किया, जिसमें उन्होंने न्यायतंत्र को अधिक स्वतंत्रता प्रदान की है एवं न्यायिक प्रक्रिया को अधिक सरल बना दिया है।

नया कानून पुराने कानून के स्थान पर स्थापित किया गया है जिसकी स्थापना संत पापा जोन पौल द्वितीय ने 1987 में की थी और जिसपर संत पापा बेनेडिक्ट 16वें ने 2008 में संशोधन किया है।

वाटिकन प्रेस कार्यालय द्वारा जारी बयान में कहा गया है कि नया कानून "वर्तमान ऐतिहासिक और संस्थागत संदर्भ" द्वारा आवश्यक अधिक दक्षता के लिए आवश्यकताओं को पूरा करने का इरादा है।

संत पापा फ्राँसिस स्वतंत्र एवं पेशेवर न्यायधीश चाहते हैं

नया कानून खास रूप से, न्यायिक ईकाई एवं न्यायधीश को अधिक स्वतंत्रता प्रदान करेगी जो संत पापा पर निर्भर करता है। यह न्यायाधीशों की नियुक्ति के लिए आवश्यकताओं को निर्दिष्ट करता एवं न्यायालय के कर्मचारियों को बढ़ाते हुए न्यायिक प्रणाली को सरल बनाता है। इसके अलावा, यह न्याय के प्रवर्तक  के कार्यालय (अभियोजन पक्ष का कार्यालय) के लिए एक प्रमुख (अधिकारी) प्रदान करता है प्रमाणित अधिवक्ताओं के खिलाफ संभावित अनुशासनात्मक कार्रवाई के लिए एक मानकीकृत प्रक्रिया निर्धारित करता है।

प्रेस कार्यालय द्वारा जारी बयान में स्पष्ट किया गया है कि नया कानून आर्थिक/वित्तीय मुद्दों और आपराधिक कानून के संबंध में वाटिकन में विनियामक सुधारों के मद्देनजर स्थापित किया गया है। यह विभिन्न अंतरराष्ट्रीय सम्मेलनों के लिए वाटिकन सिटी के परिग्रहण का प्रत्युत्तर भी है। इसके साथ ही नया कानून वाटिकन कानून की विशेष प्रकृति की रक्षा करता है जो कानून की प्राथमिक मानक स्रोत के रूप में कानूनी प्रणाली और इसकी व्याख्या के लिए प्राथमिक मानदंड को मान्यता देता है।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

17 March 2020, 16:38