जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी
वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 1 नवम्बर 2019 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन स्थित परमधर्मपीठीय प्रेरितिक अदालत के प्रमुख कार्डिनल माओरो पियाचेन्सा ने पहली और दूसरी नवम्बर को मनाये जानेवाले सब सन्तों एवं सभी मृत आत्माओं को समर्पित दिवसों के लिये एक खास पत्र जारी किया है।
मंगलवार को जारी अपने पत्र में कार्डिनल पियाचेन्सा ने काथलिक विश्वासियों से आग्रह किया है कि इन दो दिनों में वे संस्कारों को ग्रहण कर ईश्वर का आनुग्रह प्राप्त करें।
वाटिकन स्थित परमधर्मपीठीय प्रेरितिक अदालत का क्षेत्राधिकार मुख्य रूप से अयोग्य पुरोहितों को पुरोहितिक कार्यों से मुक्त करना, संस्कार संबंधी बाधाओं का निवारण करना, विवाहों का अभिशून्यन करना तथा दण्डमोचनों का संचालन एवं प्रशासन करना है, इसीलिये इसे पापों की क्षमा हेतु "दया की अदालत" भी कहा जाता है।
सब सन्तों एवं मृतकों को समर्पित दिवस
प्रतिवर्ष पहली एवं दूसरी नवम्बर को कलीसिया सब सन्तों एवं मृतकों का स्मृति दिवस मनाती है। सब सन्तों के दिवस पर कलीसिया उन दिवंगत आत्माओं का स्मरण करती है जो स्वर्ग सिधार गये हैं तथा इस वक्त ईश्वर की उपस्थिति में हमारे मध्यस्थ बने हुए हैं। इसी प्रकार दो नवम्बर को मृतकों का स्मृति दिवस मनाया जाता है जब कलीसिया सभी विश्वासियों को मृतक आत्माओं के लिये प्रार्थना हेतु आमंत्रित करती है ताकि वे भी स्वर्गदूतों एवं सन्तों के साथ ईश्वर की शांति में रह सकें।
"त्रियेक ईश्वर की कलीसिया"
अपने पत्र में कार्डिनल पियाचेन्सा स्मरण दिलाते हैं कि काथलिक कलीसिया त्रियेक ईश्वर की कलीसिया है इसलिये हम इसके स्वर्गिक आयाम को कभी नहीं भुला सकते। वे लिखते हैं कि ख्रीस्त में हम काथलिक विश्वासी हमारे उन भाई बहनों का आलिंगन करते हैं जो इस संसार से विदा ले चुके हैं। उन्होंने आग्रह किया कि सभी विश्वासी इन दो दिनों के दौरान पुनर्मिलन एवं यूखारिस्तीय संस्कारों को ग्रहण कर, सतत् प्रार्थना एवं दया के कार्यों द्वारा अपने विश्वास का साक्ष्य प्रदान करें।