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संत पापा फ्राँसिस के साथ मानव बंधुत्व उच्च समिति के सदस्य संत पापा फ्राँसिस के साथ मानव बंधुत्व उच्च समिति के सदस्य 

मानव बंधुत्व उच्च समिति द्वारा रब्बी का स्वागत

मानव बंधुत्व के लिए हाल में गठित उच्च समिति की संख्या में वृद्धि हुई जब समिति में रब्बी एम. ब्रूचे लुसतिग शामिल हुए।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बृहस्पतिवार, 19 सितम्बर 2019 (रेई)˸ मानव बंधुत्व के लिए उच्च समिति ने रब्बी एम. ब्रूचे लुसतिग के समिति में शामिल होने की घोषणा की और कहा कि वॉशिंगटन हिब्रू समाज के वरिष्ठ रब्बी के समिति में आने के साथ अब समिति की कुल संख्या आठ हो गयी है।

रब्बी एम. ब्रूचे लुसतिग ने काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरू संत पापा फ्राँसिस और अल अजहर के ग्रैंड इमाम डॉ. अहमद अल तायेब के प्रति आभार प्रकट किया है। उन्होंने उनके समर्थन, समिति के कार्य को प्रोत्साहन देने और मानव बंधुत्व के दस्तावेज़ के पवित्र मिशन को प्राप्त करने के लिए उनके उदार प्रयास के लिए उन्हें धन्यवाद दिया है। रब्बी ने समिति के प्रति भी अपना आभार प्रकट किया है जिसने यहूदी विश्वास के प्रतिनिधि के रूप में उनकी भूमिका को स्वीकारा तथा ऐतिहासिक घोषणा पर हस्ताक्षर का साक्ष्य देने के लिए उन्हें अवसर प्रदान किया।

उन्होंने कहा, "मैं नफरत पर प्रेम, अन्याय पर न्याय और विश्वास पर काम करने वाले ऐसे प्रतिष्ठित व्यक्तियों के साथ शामिल होकर सम्मानित महसूस कर रहा हूँ...,उस ज्ञान से सशक्त होकर कि हम सब अब्राहम की संतान हैं और ईश्वर की छवि में सृष्ट हैं, ईश्वर के हम सभी बच्चों को न्याय और शांति की खोज करनी चाहिए। ईश्वर हम सभी को शक्ति और साहस प्रदान करें ताकि हम इस खंडित विश्व में सौहार्द, आशा, न्याय और प्रेम ला सकें, जैसा कि मानव बंधुत्व घोषणा में कल्पना की गयी है तथा ईश्वर पर आम विश्वास हमसे मांग करती है।   

मानव बंधुत्व के लिए गठित उच्च समिति के अध्यक्ष मोनसिन्योर मिगवेल एंजेल अयूसो क्वीक्सोत ने रब्बी लुसतिग का नये सदस्य के रूप में स्वागत किया।

उच्च समिति का गठन "मानव बंधुत्व के दस्तावेज" तथा इसमें निर्धारित लक्ष्यों और उद्देश्यों के लिए एक परिचालन ढांचे के विकास के उद्देश्यों को हासिल करने के लिए किया गया है। उच्च समिति के कार्यों में क्षेत्रीय और अंतरराष्ट्रीय स्तर पर दस्तावेज़ के कार्यान्वयन की देख-रेख करना और धार्मिक एवं अन्य नेताओं, अंतरराष्ट्रीय संगठनों के प्रमुखों और अन्य संबंधित पक्षों के साथ अंतरराष्ट्रीय बैठकें आयोजित करना शामिल है। इसके साथ ही, समिति अबू धाबी में अब्राहमिक परिवार की देख-रेख में महत्वपूर्ण भूमिका निभायगी। इसकी प्रारंभिक पहलों में से एक है, तीन अब्राहमिक विश्वासों के बीच संबंधों को मूर्त रूप देना और उनके धर्मों के बीच संवाद, समझ और सह-अस्तित्व के लिए एक मंच प्रदान करना।

 

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19 September 2019, 16:12