संत पापा फ्राँसिस: "युद्ध हमेशा हार होती है, हम शांति चाहते हैं"
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, बुधवार 8 जनवरी 2025 : संत पापा पॉल षष्टम सभागार में (एनिमेट्रोनिक हाथियों के साथ) में सर्कसअफ्रीका के धमाकेदार प्रदर्शन के लिए संत पापा के चेहरे पर मुस्कान, दुनिया के विभिन्न 'टुकड़ों' में व्याप्त संघर्षों की निरंतरता के लिए दर्द में बदल जाती है। संत पापा फ्राँसिस ने आज 8 जनवरी को आम दर्शन समारोह में सैकड़ों हजारों बच्चों के शोषण, दुर्व्यवहार और जबरन श्रम के प्लेग को समर्पित एक धर्मशिक्षा के बाद अंत में जोर देते हुए कहा, "हमें शांति के लिए प्रार्थना करना नहीं भूलना चाहिए।"
“आइए शांति के लिए प्रार्थना करना न भूलें। आइए पीड़ित यूक्रेन को न भूलें; आइए नाज़रेथ, इज़राइल को न भूलें। आइए युद्धरत सभी देशों को न भूलें।”
शांति के लिए प्रार्थना
संत पापा फ्राँसिस ने कहा, "हम शांति की प्रार्थना करते हैं," यह एक आग्रहपूर्ण अनुरोध है ताकि इस शांति की खोज के कार्य को गति देने वाले तनाव और चिंता में कमी न आए। जैसा कि संत पापा ने कई बार कहा है, जोखिम यह है कि पूर्वी यूरोप, मध्य पूर्व, अफ्रीका, दक्षिण-पूर्व एशिया में होने वाली त्रासदियों को भुला दिया जाएगा। या इससे भी बदतर, कि मौतों और विनाश के बारे में समाचार आदत, दैनिक जीवन और इसलिए उदासीनता बन जाएंगे।
हम शांति की प्रार्थना करते हैं। और हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि युद्ध हमेशा, हमेशा हार का परिणाम होता है। प्रभु सभी को आशीर्वाद दें।
संत जॉन पॉल द्वितीय की अपील
संत पापा फ्राँसिस ने 2025 के इस पहले आम दर्शन समारोह में अपनी अपील सेंट जॉन पॉल द्वितीय से उधार ली है: "प्रेम और जीवन की सभ्यता का निर्माण"। वे पोलिश तीर्थयात्रियों को अपने अभिवादन में यह कहते हैं, और उनसे आग्रह करते हैं कि वे अपने साथी देशवासी संत पापा के इस उपदेश को "प्राथमिकता वाले कार्य" के रूप में लेते रहें।
जीवन के विकास के हर चरण में, गर्भधारण से लेकर प्राकृतिक मृत्यु तक, प्रेम से उसकी रक्षा करें। अपने बच्चों को ज्ञान और अनुग्रह में बड़ा करें।
सर्कसअफ्रीका कलाकारों का प्रदर्शन
हालांकि, इताली तीर्थयात्रियों का अभिवादन करने से पहले, वक्ता ने सर्कसअफ्रीका कंपनी द्वारा एक "प्रदर्शन" की घोषणा की, जो इथियोपिया, तंजानिया, ट्यूनीशिया, मोरक्को, केन्या, मिस्र, सेनेगल के कलाकारों को एक साथ लाता है। दक्षिण अफ़्रीका और कई अन्य देशों में, सभी ने इन देशों के सर्कस स्कूलों में प्रशिक्षण लिया।
लगभग साठ नर्तक, बाजीगर, जोकर, कलाबाज, विकृत कलाकार और यहां तक कि दो एनिमेट्रोनिक हाथियों ने संत पापा पॉल षष्टम सभागार के मंच पर शानदार प्रवेश किया, जो आधुनिक तकनीकों द्वारा संचालित एक प्रकार की बड़ी यांत्रिक 'कठपुतलियाँ' थीं।
गिनीयन गायक मोरी कांते के येके येके और कूल एंड द गैंग के सेलिब्रेशन जैसे प्रसिद्ध गीतों की धुन पर, सर्कस कंपनी ने संत पापा को अपने शो का पूर्वावलोकन पेश किया। संत पापा फ्राँसिस अपने मेहमानों को देखकर चकित रह गये, सबसे बढ़कर कलाबाजियों से आकर्षित हुए।
फिर हाथी को सहलाने के बाद उन्होंने उन लोगों के प्रति आभार व्यक्त किया जो अच्छा हास्य लाने के लिए काम करते हैं।
संत पापा ने कहा, “मैं इन महिलाओं और पुरुषों को बहुत धन्यवाद देता हूँ जिन्होंने हमें सर्कस में हंसाया। सर्कस हमें बच्चों की तरह हंसाता है। सर्कस कलाकारों का यहां भी यही मिशन है: हमें हंसाना और अच्छे काम करना। आपका बहुत धन्यवाद
संत पापा ने संत पेत्रुस महागिरजाघऱ के प्रधानयाजक कार्डिनल मौरो गैम्बेत्ती को भी याद किया। पच्चीस साल पहले आज के दिन उनका पुरोहिताभिषेक हुआ था। संत पापा ने कहा, “और हम कार्डिनल मौरो गैम्बेत्ती को बधाई देते हैं जो अपने पुरोहिताभिषेक की 25वीं वर्षगांठ मना रहे हैं।”
Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here