संत पापा फ्राँसिस: धन का उपयोग अच्छे कार्यों के लिए किया जाना चाहिए
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, शनिवार 18 जनवरी 2025 : "हमेशा अच्छा करें," क्योंकि "निरंतरता उन लोगों को पुरस्कृत करती है जो ईमानदारी से काम करते हैं," और "कलीसिया के सामाजिक सिद्धांत के अनुसार, सबसे ज़रूरतमंद से शुरू करके, सभी के साथ अच्छा करें।" हथियार बनाने वाली फैक्ट्रियों के विपरीत, जो "हत्या करने" के लिए धन लगाकर लाभ कमाने की मूर्खता को प्राथमिकता देते हैं।” ये वे मुख्य विचार हैं जिन्हें संत पापा फ्राँसिस ने आज 18 जनवरी को वाटिकन के कंसिस्ट्री भवन में वेरोना के काथलिक संस्थान के प्रतिनिधिमंडल को संबोधित करते हुए व्यक्त किया।
विश्व के संरक्षक बनना
संस्थान के लगभग 60 सदस्यों को संबोधित करते हुए, जो गैर-लाभकारी संगठनों, सामाजिक उद्यमों और तीसरे क्षेत्र के संघों को बढ़ावा देने के क्षेत्र में काम करते हैं, संत पापा ने इस बात पर जोर दिया कि “दुनिया में तीर्थयात्रियों के रूप में चलना हमें याद दिलाता है कि हम स्वामी नहीं हैं, बल्कि संरक्षक हैं”। इसलिए, हम सभी को उस “आम घर” की देखभाल करने के लिए बुलाया जाता है जिसे प्रभु ने हमें सौंपा है, यानी “अर्थव्यवस्था” शब्द के उचित अर्थ के अनुसार “एक बुद्धिमान और सम्मानजनक नियम के अनुसार “घर के बुद्धिमान प्रबंधन” के रूप में इसकी खेती और रक्षा करना।”
दूसरों के लाभ के लिए निवेश करना
संत पापा ने सामाजिक क्षेत्र में संस्थान द्वारा की गई गतिविधियों, एकजुटता की पहल और स्वयंसेवा के लिए समर्थन तथा विशेष रूप से वेरोना धर्मप्रांत के सहयोग से प्रबंधित परिवारों और युवाओं के समर्थन के लिए अपनी सराहना व्यक्त की। उन्होंने कहा, "आपके काम की संसाधनशीलता और उदारता, उस संस्थान के नाम के अनुरूप है जिसका आप प्रतिनिधित्व करते हैं: ‘काथलिक’।"
आगे संत पापा फ्राँसिस ने चेतावनी देते हुए कहा, “हमें यह नहीं भूलना चाहिए कि जब धन को दूसरों के लाभ के लिए निवेश किया जाता है तो उससे अधिक लाभ मिलता है। यह महत्वपूर्ण है, क्योंकि इस समय निवेश की स्थिति बहुत खराब है। कुछ देशों में सबसे अधिक लाभ उत्पन्न करने वाले हथियार फैक्ट्रियां हैं: हत्या करने के लिए निवेश करना। वे पागल हैं! इससे लोगों को कोई लाभ नहीं है।”
उन्होंने स्पष्ट किया, कि जब धन का उपयोग लोगों के लाभ के विरुद्ध किया जाता है, तो "यह हृदय को बूढ़ा और बोझिल बना देता है, जिससे वह कठोर हो जाता है और गरीबों की आवाज के प्रति बहरा हो जाता है।" संत पापा फ्राँसिस के अनुसार, धन को “मानवीय गरिमा की सेवा में” लगाकर “हम केवल इससे लाभ ही प्राप्त कर सकते हैं”: उन्होंने दोहराया कि “सामान्य भलाई को बढ़ावा देकर” हम उस समाज के बंधनों को बेहतर बनाते हैं जिसमें हम सभी जीते हैं।”
भविष्य, खुशी और शांति बोना
शैक्षिक और कार्य संबंधी आपात स्थितियों के सामने, संत पापा का आह्वान है कि वे "ईश्वर की कृपा पर निरंतर भरोसा बनाए रखें, जो प्रेमपूर्वक इतिहास का मार्गदर्शन करते हैं, और हमें न्याय के अनुसार भविष्य बनाने के लिए कहते हैं।"
संत पापा ने अपना संबोधन अंत करते हुए कहा, “मैं आपको अपने दिल की गहराइयों से आशीर्वाद देता हूँ, आप अच्छा काम करते रहें। ऐसा इसलिए करें क्योंकि यही भविष्य को बोना है, खुशी को बोना है और शांति को बोना है।”
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