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टीवी 2000 और रेडियो "रेते ब्लू" के प्रबंधकों और कर्मचारियों के साथ संत पापा फ्राँसिस टीवी 2000 और रेडियो "रेते ब्लू" के प्रबंधकों और कर्मचारियों के साथ संत पापा फ्राँसिस  (ANSA)

संत पापा ने काथलिक संचारकों को प्रवाह के विरुद्ध जाने हेतु आमंत्रित किया

संत पापा फ्राँसिस इतालवी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन के दो काथलिक टीवी और रेडियो प्रसारण नेटवर्क के पत्रकारों से मुलाकात की और उन्हें "समाज में सबसे कमजोर और हाशिए पर पड़े लोगों, दिल और जिम्मेदारी के साथ निकटता के साथ" संवाद जारी रखने के लिए प्रोत्साहित किया।

वाटिकन न्यूज़

वाटिकन सिटी, सोमवार 29 जनवरी 2024 (रेई) : “कृत्रिम बुद्धिमत्ता सहित संचार और सूचना की दुनिया में हो रहे "तकनीकी नवाचार के भंवर" के बीच, काथलिक संचारकों को हमारे चारों ओर मौजूद अंधेरे में "आशा की रोशनी" लाने के अपने मूल मिशन को कभी नहीं भूलना चाहिए।” यह बात संत पापा फ्राँसिस ने इतालवी धर्माध्यक्षीय सम्मेलन (सीईआई) के दो काथलिक टीवी टीवी 2000 और इनब्लू 2000 काथलिक प्रसारण नेटवर्क के प्रबंधकों और कर्मचारियों से कही।

संत पापाः संचारक सेतु का निर्माता है

संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 29 जनवरी को वाटिकन के संत पापा पॉल षष्टम सभागार में टीवी 2000 और रेडियो "रेते ब्लू" की स्थापना के 25वीं वर्षगांठ के अवसर पर प्रबंधकों और कर्मचारियों से मुलाकात की।

संत पापा ने दस साल पहले उनकी पिछली मुलाकात को याद करते हुए कहते हैं कि आज मीडिया परिदृश्य में बहुत कुछ परिवर्तन आ गया है। तकनीकी नवाचार ने सामग्री उत्पादन के तरीकों के साथ-साथ उनके उपयोग को भी बदल दिया है;और अब कृत्रिम बुद्धिमत्ता "सूचना और संचार को तथा उनके माध्यम से, नागरिक सह-अस्तित्व की कुछ नींव" भी मौलिक रूप से संशोधित कर रही है।

यह कहते हुए कि "संचार और सूचना की जड़ें हमेशा मानव में होती हैं," संत पापा फ्राँसिस ने दर्शकों को उनके काम के लिए तीन प्रमुख शब्द बताए।

निकटता बनाम सत्ता से संतुष्ट मीडिया का "प्रमुख तर्क"

पहला शब्द है – निकटता। संत पापा ने कहा, "हर दिन टेलीविजन या रेडियो के माध्यम से, आप कई लोगों के करीब आते हैं, जो आप में ऐसे दोस्त ढूंढते हैं जिनसे वे जानकारी प्राप्त कर सकते हैं, जिनके साथ वे सुखद समय बिता सकते हैं, या नई वास्तविकताओं, अनुभवों और स्थानों की खोज कर सकते हैं।"

इसलिए, उन्होंने इतालवी काथलिक संचारकों को "नेटवर्क बनाने" के लिए प्रोत्साहित किया, ताकि वे अपने समुदायों की सुंदरता और अच्छाई को बता सकें और "प्रमुख तर्क" को खारिज करते हुए समाज के हाशिए पर मौजूद लोगों को आगे रख सकें। “सत्ता के प्रति आत्मसंतुष्ट होना जो “फर्जी समाचार बनाने” की ओर भी ले जाता है। संत पापा ने कहा, "उन लोगों को कभी न भूलें जो हाशिए पर हैं, गरीब हैं, अकेले हैं और त्यागे गए लोग हैं।"

संत पापा ने कहा, “मुझे यह सोचना अच्छा लगता है कि निकटता ईश्वर के गुणों में से एक है जो हमारे करीब आये। तीन चीज़ें हैं जो हमें ईश्वर के दर्शन कराती हैं: निकटता: वह पड़ोसी बन जाता है; कोमलता: ईश्वर कोमल है; करुणा: हमेशा क्षमा करें। यह मत भूलिए: निकटता, करुणा और कोमलता।”

हृदय से प्रवाह के विपरीत चलें

संत पापा फ्राँसिस द्वारा उद्धृत दूसरा मुख्य शब्द हृदय था। उन्होंने आग्रह किया, "कभी भी तथ्यों को दिल से अलग न करें!" "हर चीज़ वहीं से शुरू होती है", क्योंकि यह दिल ही है जो "निकटता को संभव बनाता है।"

इसलिए, उन्होंने उपस्थित लोगों को "प्रवाह के विपरीत जाने" के लिए "साहस" (जिसका मूल लैटिन में "कोर", दिल है) रखने के लिए आमंत्रित किया: "जिनके पास दिल है उनमें वैकल्पिक होने का साहस भी है, हालाँकि तर्कशील बनना; अपनी बात थोपने का दावा किए बिना विश्वसनीय होना; एक पुल निर्माता बनना।"

"हम संचारक को एक पुल के रूप में सोच सकते हैं, क्योंकि संचारक आवश्यक रूप से पुलों का निर्माता है।"

जिम्मेदारी

अंत में, संत पापा फ्राँसिस ने "जिम्मेदारी" शब्द का हवाला दिया। उन्होंने कहा "हर किसी को, यह सुनिश्चित करने के लिए अपनी भूमिका निभानी चाहिए कि संचार का हर रूप उद्देश्यपूर्ण, मानवीय गरिमा का सम्मान करने वाला और आम अच्छे के प्रति चौकस हो।"

“आपको ऐसे दूत बनने के लिए बुलाया गया है जो सम्मान और सक्षमता के साथ विभाजन और कलह का प्रतिकार करते हुए सूचित करते हैं और हमेशा याद रखें कि व्यक्ति हर सेवा, हर लेख, हर कार्यक्रम के केंद्र में है।

अंत में संत पापा फ्राँसिस ने पत्रकारों और लेखकों के संरक्षक संत संत फ्रांसिस डी सेल्स के शब्दों को याद करते हुए टावी 2000 और रेडियो इनब्लू के पत्रकारों से "निकटता, हृदय और जिम्मेदारी के साथ" संवाद जारी रखने का आह्वान दोहराया।

"यह हमारे कार्यों की महानता के लिए नहीं है कि हम ईश्वर को प्रसन्न करते हैं, बल्कि उस प्रेम और लगन के साथ उन्हें हम करते हैं।"

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29 January 2024, 15:39