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चाद के राजदूत का प्रत्यय पत्र स्वीकार करते सन्त पापा फ्राँसिस, 07.12.2023 चाद के राजदूत का प्रत्यय पत्र स्वीकार करते सन्त पापा फ्राँसिस, 07.12.2023 

कॉप - 28 हो सकता है एक ऐतिहासिक कदम, सन्त पापा फ्राँसिस

परमधर्मपीठ में नव-मान्यता प्राप्त छह राजदूतों का स्वागत करते हुए गुरुवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने आशा व्यक्त की कि दुबई में जारी कॉप-28 सम्मेलन में भाग ले रहे विश्व नेता जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए ठोस उपायों पर सहमत हो सकेंगे।

वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 8 दिसम्बर 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): परमधर्मपीठ में नव-मान्यता प्राप्त छह राजदूतों का स्वागत करते हुए गुरुवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने आशा व्यक्त की कि दुबई में जारी कॉप-28 सम्मेलन में भाग ले रहे विश्व नेता जलवायु परिवर्तन को रोकने के लिए ठोस उपायों पर सहमत हो सकेंगे।

सन्त पापा फ्राँसिस ने गुरुवार को परमधर्मपीठ के लिये छह नए राजदूतों द्वारा प्रस्तुत प्रत्यय पत्रों को स्वीकार किया। ये छह नवनियुक्त राजदूत जिन देशों का प्रतिनिधित्व करते हैं उनमें कुवैत, न्यूजीलैंड, मलावी, गिनी, स्वीडन और चाड शामिल हैं।

बहुपक्षीय कूटनीति

राजदूतों का स्वागत करते समय सन्त पापा फ्राँसिस ने विश्वशांति पर बने ख़तरे पर अपनी गहन चिन्ता को दुहराया, जिसे उन्होंने कई बार टुकड़ों में लड़े जा रहे तृतीय विश्व युद्ध का नाम दिया है। इस सन्दर्भ में सन्त पापा ने संकटों के वैश्विक समाधान के लिए बहुपक्षीय कूटनीति को महत्वपूर्ण निरूपित किया।  

सन्त पापा ने कहा, "संघर्षों के वैश्विक आयामों को देखते हुए, अंतर्राष्ट्रीय समुदाय को कूटनीति के शांतिपूर्ण तरीकों के माध्यम से गंभीर अन्यायों के वैश्विक समाधान खोजने की चुनौती दी गई है जो प्रायः उन संघर्षों का कारण होते हैं।"

अपने हाल के प्रेरितिक उद्बोधन "लाओदाते देऊम" को याद करते हुए, सन्त पापा फ्रांसिस ने "उभरती समस्याओं के लिए प्रभावी प्रतिक्रिया" प्रदान करने और वर्तमान में पर्यावरण, सार्वजनिक स्वास्थ्य, सांस्कृतिक और सामाजिक परिवर्तनों को संबोधित करने हेतु "वैश्विक तंत्र" तैयार करने के लिए बहुपक्षीय कूटनीति को फिर से आकार देने की तत्काल आवश्यकता की पुष्टि की।

उन्होंने कहा, “कूटनीति के धैर्यपूर्ण कार्य में न केवल संघर्षों को रोकने और उनका समाधान ढूँढ़ने की कोशिश होनी चाहिए, बल्कि मानवीय गरिमा के प्रति सम्मान को बढ़ावा देना, प्रत्येक पुरुष, महिला और बच्चे के अविभाज्य अधिकारों की रक्षा करना, विश्व के तमाम लोगों के शांतिपूर्ण सह-अस्तित्व और मानव उत्कर्ष को मजबूत करना भी होना चाहिए ताकि समग्र आर्थिक और मानव विकास को बढ़ावा मिल सके।”

कमज़ोर वर्ग प्रभावित

सन्त पापा ने कहा कि जलवायु परिवर्तन के दुष्परिणाम सबसे अधिक कमज़ोर वर्गों पर प्रहार करते हैं। इस सन्दर्भ में उन्होंने अपनी इस आशा की पुनरावृत्ति की कि संयुक्त राष्ट्र संघ के तत्वाधान में दुबई में जारी कॉप-28 शिखर सम्मेलन में भाग ले रहे विश्व नेता भावी पीढ़ियों को एक ऐसी दुनिया सौंपने के लिए ठोस उपाय अपनाने में शामिल होंगे जो पूरी तरह से उस फलदार बगीचे से मिलती जुलती है जिसे सृष्टिकर्त्ता ईश्वर ने हमारी देखभाल और प्रबंधन के लिए सौंपा है।

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08 December 2023, 11:49