खोज

इटली के बाल-रोग चिकित्सा विशेषज्ञों के संघ एवं इताली अस्पताल संघ के सदस्यों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस इटली के बाल-रोग चिकित्सा विशेषज्ञों के संघ एवं इताली अस्पताल संघ के सदस्यों से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस  (VATICAN MEDIA Divisione Foto)

मानवता की सेवा के लिए पोप ने स्वास्थ्यकर्मियों को धन्यवाद दिया

पोप फ्राँसिस ने इतालवी स्वास्थ्यकर्मियों को संबोधित करते हुए करुणा के भाव प्रकट करने पर जोर दिया तथा स्वास्थ्य देखभाल के दृष्टिकोण में दोहरेपन के खिलाफ चेतावनी दी।

वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 18 नवंबर 2023 (रेई) : संत पापा फ्राँसिस ने शनिवार को इटली के बाल-रोग चिकित्सा विशेषज्ञों के संघ एवं इताली अस्पताल संघ के सदस्यों से मुलाकात की। उन्होंने उनकी सेवा के लिए सराहना व्यक्त की और समाज में उनकी महत्वपूर्ण भूमिका पर प्रकाश डाला।

संत पापा ने कहा, “अपनी विभिन्न विशेषताओं के साथ, आपने देखभाल की आवश्यकता वाले लोगों की सेवा करना चुना है।” आप बच्चों को बढ़ने में उनका साथ देने हेतु मदद करते हैं। बच्चे हमेशा ईश्वर के वरदान एवं आशीष होते हैं।”

युवा दम्पतियों को प्रेरित करें

इस बात पर गौर करते हुए कि इटली एक “बुजूर्ग देश” बनता जा रहा है संत पापा ने बाल-रोग के चिकित्सकों से कहा कि वे अनुकूल परिस्थितियाँ बनाने में मदद करें ताकि युवाओं में अधिक आत्मविश्वास हो और वे माता-पिता बनने के साहस और खुशी को फिर पा सकें।  

मानव शरीर के विभिन्न अंगों की चिकित्सा करनेवाले डॉक्टरों से संत पापा ने कहा, “सुसमाचार में हम -येसु को बहरे और गूंगे लोगों के पास जाते हुए देखते हैं जो एकांत में और अलग रहते थे। और हम देखते हैं कि उन्हें ठीक करने में वे विशेष भाव और शब्दों का उच्चारण करते थे।” उन्होंने कहा, “मुझे लगता है कि ये भाव और ये शब्द आपके लिए प्रेरणा बन सकते हैं, क्योंकि इनमें हमारे लिए ईश्वर की करुणा और कोमलता झलकती है, खासकर उन लोगों के लिए जो रिश्तों में तनाव का अनुभव करते हैं।   

महामारी के समय महत्वपूर्ण भूमिका

संत पापा ने महामारी के दौरान स्वास्थ्यकर्मियों के समर्पण की याद की तथा उन्हें धन्यवाद देते हुए कहा कि वे देश के लिए एक रीढ़ की हड्डी के समान हैं। उन्होंने कहा, “स्वास्थ्यकर्मियों के समर्पण, बलिदान और प्रतिबद्धता के बिना, कई और जानें चली जातीं।”

महामारी के बाद की स्थिति पर गौर करते हुए संत पापा ने कहा कि देश में अब एक नयी संकटपूर्ण स्थिति है। “कर्मचारियों की लगातार कमी है, जिसके कारण काम का बोझ असहनीय हो गया है और परिणामस्वरूप, स्वास्थ्य देखभाल व्यवसायों से पलायन हो रहा है।” निरंतर आर्थिक संकट रोगियों और डॉक्टरों के जीवन की गुणवत्ता को प्रभावित करता है: “कितने लोगों का शीघ्र इलाज नहीं किया जाता है? कितने लोग इलाज छोड़ देते हैं? कितने डॉक्टर और नर्स निराश और थके हुए होकर काम करना छोड़ देते हैं या विदेश जाना पसंद करते हैं?

संत पापा ने कहा कि ये सभी कारक हैं जो स्वास्थ्य के अधिकार के प्रयोग को कमजोर करते हैं।

इटली की स्वास्थ्य सेवा प्रणाली की वर्तमान स्थिति के बारे में चिंता व्यक्त करते हुए, पोप फ्राँसिस ने कर्मियों की कमी और रोगी देखभाल पर आर्थिक संकट के प्रभाव जैसे मुद्दों पर प्रकाश डाला। उन्होंने स्वास्थ्य देखभाल के दृष्टिकोण में दोहरेपन के खिलाफ चेतावनी देते हुए कहा, "एक तरफ, हर कीमत पर स्वास्थ्य की खोज, बीमारी को खत्म करने का स्वप्न... वहीं दूसरी तरफ, उन लोगों का परित्याग हो रहा है जो कमजोर और अधिक नाजुक हैं।"

दया भाव रखें

संत पापा ने चिकित्सा में दयालु दृष्टिकोण के महत्व पर जोर दिया, भले सामरी की छवि की याद दिलाते हुए जोर दिया, "बीमार व्यक्ति से भले सामरी की तरह पेश आना चाहिए... पूर्वाग्रह द्वारा उसके दिल और दिमाग को बंद होने दिए बिना, अपने लाभ के बारे में सोचे बिना।"

इसके अतिरिक्त, पोप फ्राँसिस ने स्वास्थ्यकर्मियों के भारी तनाव को समझते हुए आत्म-देखभाल और कल्याण को प्राथमिकता देने का आग्रह किया तथा कहा कि "आपके काम को गरिमा देने और इसे सबसे प्रभावी ढंग से करने हेतु बेहतर स्थितियों को बढ़ावा देने के लिए कार्रवाई की आवश्यकता है।"

अंत में, पोप ने धन्य कुँवारी मरियम की मध्यस्थता का आह्वान किया और स्वास्थ्यकर्मियों एवं उनके परिवारों को आशीर्वाद दिया, तथा अपने लिए प्रार्थना करने का अनुरोध किया।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

18 November 2023, 15:46