प्राधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोमेयो को संत पापा की शुभकामनाएं
वाटिकन सिटी
संत पापा फ्रांसिस ने अपनी शुभकामना संदेश में कहा कि मैं प्रेरित संत अंद्रेयस के इस पर्व दिवस में जो कॉन्स्टेंटिनोपल कलीसिया और प्राधिधर्माध्यक्ष के संरक्षक हैं, आपकी की धर्मासभा, कलीसिया के पुरोहितों धर्मबहनों और सभी विश्वासियों को शुभकामनाएं अर्पित करता हूँ जो इस पवित्र अवसर पर संत जॉर्ज के पितृसत्तात्मक महागिरजाघर में धर्मविधि हेतु जमा होते हैं।
ऐतिहासिक घटना की यादगारी
आज की त्योहार वास्तव में, एक ऐतिहासिक घटना की याद दिलाती है जहाँ सन् 1964 के जनवरी महीने में प्राधिधर्माध्यक्ष एथेनगोरस और संत पापा पौल 6वें के बीच येरुसालेम में एक बैठक हुई थी।
वह मुलाकात लगभग एक सहस्राब्दी से चली आ रही गलतफहमी, अविश्वास और यहां तक कि शत्रुता की बाधा को तोड़ने की दिशा में एक महत्वपूर्ण कदम था। यह उल्लेखनीय है कि आज हम उन दो भविष्यवक्ताओं के शब्दों और कथनों को उतना याद नहीं करते हैं, जितना कि उनके गर्मजोशी भरे आलिंगन को। वास्तव में, उस मिलन का प्रभाव आज भी हमारे बीच में मेल-मिलाप, आपसी निकटता और बाधाओं के निवारण में दृश्मान है जो एक आलिंगन के साथ शुरू थी। यह हमारे लिए कलीसियाई भाईचारे की पारस्परिक मान्यता को स्पष्ट रूप से व्यक्त करता है।
मिलन और वार्ता का प्रभाव
संत पापा ने अपने विचारों को व्यक्त करते हुए अपने शुभकामना संदेश में लिखा,“प्राधिधर्माध्यक्ष एथेनगोरस और संत पापा पौल 6वें का उदाहरण हमारे लिए यह व्यक्त करता है कि ख्रीस्त के सच्चे शिष्यों स्वरूप व्यक्तिगत संपर्क और एक साथ वार्ता में व्यतीत किया गया समय अपने में विशेष महत्व का है क्योंकि यह हमें मानवता की सेवा हेतु एक ठोस साधन बनाता है जहाँ हम दिव्य ईश्वर की योजना, ईश्वरीय राज्य को स्थापित करने के योग्य होते हैं।
ईश्वर की कृपा से हम अपने पूजनीय आचार्यों के मार्गों का अनुसार करने में सफल रहे हैं और आनंद में एक-दूसरे का आलिंगन किया है। इस संदर्भ में संत पापा फ्राँसिस ने प्राधिधर्माध्यक्ष बार्थोलोमेयो के प्रति अपनी कृतज्ञता के भाव प्रकट किये, जब उन्होंने हाल ही में, रोम में समापन हुई धर्माध्यक्षों की धर्मसभा के दौरान एकतावर्धक धार्मिक वार्ता की प्रार्थना सभा में अपनी उपस्थिति दी थी। “आप का हमारे संग होना काथलिक कलीसिया में चल रही धर्मसभा प्रक्रिया को फलहित बनाने में निरंतर प्रोत्साहन प्रदान करता है।”
शांति हेतु प्रार्थना
अपने संदेश के अंत में संत पापा ने प्रेरित संत अंद्रेयस से शांति हेतु प्रार्थना करते हुए लिखा, “हम दयालु पिता ईश्वर से ईमानदारी पूर्वक प्रार्थना करें कि हथियारों का शोर, जो मृत्यु और विनाश का कारण बनती है, बंद हो, और सरकार और धार्मिक नेता हमेशा वार्ता और सुलह के मार्ग का चुनाव करें, संत अंद्रेयस इस मार्ग में चलने हेतु हमारी मदद करें।”
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