वाटिकन मार्च 2024 में बुलाहट पर सम्मेलन की मेजबानी करेगा
वाटिकन न्यूज
वाटिकन सिटी, शनिवार, 7 अक्टूबर 2023 (रेई) : धर्माध्यक्षों के विभाग के सेवानिवृत अध्यक्ष कार्डिनल मार्क क्वेलेत, वाटिकन के शोध और मनुष्य विज्ञान (सीआरएवी) के साथ, 2022 में पुरोहिताई के ईशशास्त्र को समर्पित संगोष्ठी की आगे की कार्यवाही की तैयारी कर रहे हैं।
सम्मेलन का आयोजन वाटिकन में 1- 2 मार्च 2024 को किया जाएगा, जिसकी विषयवस्तु होगी, “नर-नारी : ईश्वर के प्रतिरूप। बुलाहट के मानवविज्ञान की ओर।”
वाटिकन न्यूज के साथ एक साक्षात्कार में कार्डिनल क्वेलेत ने सम्मेलन के लक्ष्य को प्रस्तुत किया।
प्रश्न: कार्डिनल मार्क क्वेलेत, इस पहल का क्या महत्व है?
सबसे पहले मैं आपको याद दिलाना चाहता हूँ कि यह पहल फरवरी 2022 में आयोजित संगोष्ठी के आगे की कार्रवाई है जिसको पौल षष्ठम सभागार में आयोजित किया गया था और जिसकी विषयवस्तु थी : “पुरोहिताई के आधारभूत ईशशास्त्र की ओर।” मिशन पर प्रभाव डालनेवाले गहरे कलीसियाई समुदाय को ध्यान में रखते हुए कलीसिया सभी विश्वासियों की सक्रिय भागीदारिता विकसित करने के लिए एक गहन सिनॉडल शोध में है।
सिनॉडल कलीसिया लोगों को शामिल करने एवं बुलाहट के लिए विचाराधारा पर चर्चा से परे जायेगी। इस प्रयोजन के लिए, पुरोहिताई के मूल विषय ने ख्रीस्त की पुरोहिताई में सभी बपतिस्मा प्राप्त लोगों की भगीदारी और प्रेरितिक सेवा को सामने ला दिया है, जिसे पुरोहिताई के लिए अभिषिक्त, बपतिस्मा प्राप्त पुरोहित समुदाय के हित के लिए धारण करते हैं।
1-2 मार्च 2024 को मानव विज्ञान विषय – “नर-नारी : ईश्वर के प्रतिरूप” – पर इस सिनॉडल खोज को, समकालीन सांस्कृतिक धाराओं द्वारा उत्पन्न चुनौतियों के बीच, जो मानव और ख्रीस्तीय पहचान के बारे में कई सवाल और अनिश्चितताएँ पैदा करती हैं, ख्रीस्तीय मानवविज्ञान की नींव को गहरा करके जारी रखता है, जो ईश्वर के वचन पर सभी बुलाहटों को निर्मित करने में सक्षम बनाता है।
एक सिनॉडल कलीसिया जो चाहती है कि सभी की बुलाहटों को समाज में स्वागत किया जाए, लेकिन यह बालू पर अपना साक्ष्य स्थापित नहीं कर सकती, इसलिए इसे ईश्वर के वचन में दृढ़ता से निहित मानवविज्ञान पर भरोसा करना चाहिए। यह उस पहल का महत्व है जिसे सीआरएवी पोप फ्रांसिस के सहयोग से आयोजित कर रहा है, जो व्यक्तिगत रूप से सिनॉड हॉल में दो दिवसीय सम्मेलन में भाग लेंगे।
सवाल : इस सम्मेलन से आप क्या उम्मीद कर रहे हैं?
हम उम्मीद और जुड़ाव के कारण पेश करने की उम्मीद करते हैं। हमारे सांसारिक समाजों का सामान्य अनुभव अकेलापन, व्यक्तिवाद, अत्यधिक उपभोग, व्यसन, आत्महत्या आदि की बात करता है। इन घटनाओं की जड़ें परिवार के पतन, संदर्भ बिंदुओं की अनुपस्थिति, विचारधाराओं के अधीन शिक्षा, उदासीनता का वैश्वीकरण, आशा के संकट में हैं।
ख्रीस्तीय मानव विज्ञान हमें क्या देते है? सबसे पहले, ख्रीस्त पर उत्कृष्ट आधार के रूप में विश्वास, मानवीय बुलाहट पर एक स्पष्ट संदर्भ बिन्दु जीने का कारण और प्रेम की सेवा के लिए दुःख उठाना; पुरूष और नारी के ख्रीस्तीय दृष्टिकोण संपूर्ण मानवता के साथ एकजुटता और भाईचारे के क्षितिज में दूसरों के साथ खुशी, सेवा में आत्मबोध और समन्वय के मार्ग के रूप में आत्मदान को बढ़ावा देता है।
इस प्रकार यह सम्मेलन निश्चित रूप से परिवारों सहित, ख्रीस्तीय गठन के सभी क्षेत्रों में शिक्षकों और प्रशिक्षकों के लिए एक अत्यधिक अद्यतन दृष्टिकोण प्रदान करेगी। यह अकादमिक शोध है, जिसमें अंतर्राष्ट्रीय भागीदारी और चार भाषाओं में प्रकाशन की संभावना है।
वैज्ञानिक दृष्टिकोण, बुलाहटों पर विचार करने, प्रतिबद्धता में आनेवाली बाधाओं की पहचानने और अनिश्चितताओं तथा प्रति-गवाहों के कलंक पर काबू पाने के साधन प्रदान करने से नहीं रोकता है, जो इन दिनों काफी आम हैं। प्रतिभागियों को पहले से पंजीकरण कराना होगा, क्योंकि धर्मसभा हॉल में स्थान 300 प्रतिभागियों तक सीमित है। गौरतलब है कि पॉल षष्ठम हॉल में संगोष्ठी में 700 से अधिक प्रतिभागी थे।
सवाल : पुरोहिताई पर संगोष्ठी 2022 की कार्यवाही कैसे वितरित की जा रही है?
संगोष्ठी की कार्यवाही दो संस्करणों में प्रकाशित की जायेगी और यह छः भाषाओं में उपलब्ध होगी।
वाटिकन द्वितीय महासभा के बाद यह सबसे बड़ा अपडेट है। कार्यवाहियों को प्रसारित करने और उनकी मौलिकता की सराहना को बढ़ावा देने के लिए विभिन्न महाद्वीपों पर अध्ययन दिवस आयोजित किए जा रहे हैं, जिसमें ख्रीस्त की पुरोहिताई में सहभागिता के दो रूपों, बपतिस्मात्मक रूप और पुरोहित अभिषेक संस्कार के रूपों के बीच संबंधों का अध्ययन करना शामिल है। इसी भावना से एक आध्यात्मिक साधना 4 नवंबर 2023 को रोम के अंजेलिकुम विश्वविद्यालय में आयोजित किया जाएगा।
यह संचार कलीसिया के धर्मसभा अनुसंधान के लिए बहुत उपयोगी है, क्योंकि यह बपतिस्मा की वास्तविकता और इसके पुरोहिती और मिशनरी आयाम के बारे में जागरूकता बढ़ाता है। मैं व्यक्तिगत रूप से चार महाद्वीपों और कई राजधानियों: मैड्रिड, पेरिस, आबिदजान, वाशिंगटन, ब्रसीलिया, बोगोटा, को कवर करनेवाले एक प्रमुख प्रचार दौरे पर हूँ। हम धर्माध्यक्षीय अधिकारियों से समर्थन की उम्मीद कर रहे हैं।
सवाल : हम हर बुलाहट की सुन्दरता को कैसे पा सकते हैं?
पोप फ्राँसिस अक्सर सामान्य जीवन में पवित्रता की बात करते हैं, उन लोगों की पवित्रता के बारे में जिनके साथ हम हर दिन कंधे से कंधा मिलाकर चलते हैं और अक्सर उनकी उपेक्षा करते हैं। हमने अभी लिस्बन में विश्व युवा दिवस का अनुभव किया है, जहां हजारों युवाओं को अपने विश्वास और अपनी कलीसिया की सुंदरता के बारे में जागरूकता मिली।
सीआरएवी ने जेरोनिमो की कलीसिया में आए हजारों युवाओं के लिए विवाहित जोड़ों और परिवारों के साथ-साथ पुरोहितों और धर्मसमाजियों की गवाही का आयोजन किया।
साक्ष्यों से पता चलता है कि वे एक घंटे में तीन साक्ष्यों की प्रस्तुति से प्रभावित हुए थे, जिसमें बुलाहटों की पूरकता और पारस्परिकता को एक शब्द में "बुलाहट का समन्वय" दिखाया गया था। प्रत्येक बुलाहट की सुंदरता तब स्पष्ट हो जाती है जब हमें पता चलता है कि हम एक धर्मसभा और मिशनरी कलीसिया में एक साथ प्रतिबद्ध हैं।
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