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पोप : कुँवारी मरियम राष्ट्रों के नेताओं को शांति का मार्ग खोजने के लिए प्रेरित करें

युद्ध और पीड़ा से त्रस्त एक टूटी हुई दुनिया में, शांति और मेल-मिलाप के लिए प्रार्थना हेतु संत पापा फ्राँसिस के आह्वान पर, विश्वासियों ने 27 अक्टूबर को प्रार्थना और उपवास में भाग लिया। संत पापा ने शांति की महारानी, कुँवारी मरियम से प्रार्थना की कि वे दुनिया को सांत्वना, मार्गदर्शन और आशा प्रदान करें। पोप ने दुनिया को खासकर, युद्धग्रस्त देशों को माता मरियम के निष्कलंक हृदय को समर्पित किया।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, शनिवार, 28 अक्टूबर 2023 (रेई) : शुक्रवार को वाटिकन के संत पेत्रुस महागिरजाघर में रोजरी माला विन्ती एवं परमपावन संस्कार की आराधना में संत पापा फ्राँसिस ने हमारे जीवन, कलीसिया और दुनिया को शांति की महारानी को सौंप दिया तथा प्रार्थना की कि ईश माता उन लोगों के दिलों को छू लें जो नफरत की भावना में बंद हैं तथा उन लोगों का मन-परिवर्तन करें जो युद्ध को इंधन एवं बढ़ावा देते हैं।   

उन्होंने कहा, कुँवारी मरियम “राष्ट्रों के नेताओं को शांति का मार्ग खोजने के लिए प्रेरित करें।” सभी लोगों की महारानी, बुराई से बहकाए गए, सत्ता और नफरत से अंधे हो चुके अपने बच्चों से मेल-मिलाप कराएँ।''

शांति के लिए प्रार्थना, उपवास एवं त्याग-तपस्या का दिन

संत पापा ने शांति के लिए प्रार्थना, उपवास और तपस्या के दिन के अंत में शुक्रवार शाम को संत पेत्रुस महागिरजाघर में एक प्रार्थना सभा के दौरान प्रार्थना की, जिसका आह्वान उन्होंने पवित्र भूमि में चल रही हिंसा की विनाशकारी लहर की पृष्टभूमि पर बुलाया था।

18 अक्टूबर को पहल की घोषणा करते हुए, संत पापा ने प्रार्थना दिवस में शामिल होने के लिए विभिन्न ख्रीस्तीय समुदायों, अन्य धर्मों के सदस्यों और दुनिया में शांति चाहनेवाले सभी लोगों को निमंत्रण दिया था।

प्रार्थना सभा जिसमें सुसमाचार पाठ, चिंतन, रोजरी माला विन्ती, परमपावन संस्कार की आराधना एवं पवित्र संस्कार की आशीष की गई, पोप ने माता मरियम से अर्जी करते हुए कहा : “हम यहाँ आपके सामने खड़े हैं। आप हमारी माँ हैं, और आप हमारे संघर्षों और हमारे दुःखों को जानती हैं।"

"शांति की रानी, आप हमारे साथ और हमारे लिए पीड़ित हैं, क्योंकि आप अपने कई बच्चों को उन संघर्षों और युद्धों से पीड़ित देखती हैं जो हमारी दुनिया को विभाजित कर रहे हैं।" इस अंधकारमय घड़ी में, "हम अपने आपको और अपनी समस्याओं को आपके मातृ हृदय को सौंपते हैं जो हमारी चिंताओं और भय को जानती हैं।"

अकेले हम सफल नहीं हो सकते

उन्हें प्रकाश की किरण और आशा के स्रोत के रूप में आमंत्रित करते हुए, उन्होंने याद किया कि कैसे माता मरियम ने हमेशा अपने ऊपर आनेवाली परीक्षाओं का जवाब कोमलता, प्रेम और स्वीकृति के साथ दिया, और उन्होंने उनकी मदद के लिए प्रार्थना की कि वे "दुःख की रात से हमें पास्का की आशा को जीवित रखने में मदद दें।"

संत पापा ने मरियम से प्रार्थना की कि "संघर्षों से पीड़ित और हथियारों की आग से हो रही बर्बादी के इस समय में, वे हमारे लिए फिर से पहल करें," क्योंकि अकेले हम सफल नहीं हो सकते।

उन्होंने कहा, "हमारे मानव परिवार की ओर दया की दृष्टि डाल, जो शांति के मार्ग से भटक गया है," और उनसे "ऐसी उथल-पुथल और बड़े खतरे में, हमारी दुनिया के लिए हस्तक्षेप करने" का आह्वान किया।

“हमें प्रत्येक मानव जीवन की हिफाजत और देखभाल करना सिखा! - और युद्ध की मूर्खता को अस्वीकार करने की शक्ति दे, जो मौत का बीजारोपण करता है और भविष्य को खत्म कर देता है।''

यह याद करते हुए कि माता मरियम ने अक्सर हमसे प्रार्थना करने और पश्चाताप करने का आग्रह किया है, पोप ने कहा कि हमारी सांसारिक व्याकुलताओं ने हमें भटका दिया है: "ईश्वर को पहले स्थान पर रखने के लिए एक बार फिर हमारी मदद करें।"

उन्होंने आगे कहा, "अपने आप से, हम सफल नहीं हो सकते, आपके बेटे के बिना हम कुछ नहीं कर सकते।" तथा शांति और मन परिवर्तन के लिए अपील करते हुए उन्होंने कहा, "आप हमें येसु के पास वापस लाएँ, जो हमारी शांति हैं।"

“दया की माँ, हम दया की अपील करते हैं! शांति की रानी, हम शांति की अपील करते हैं! नफरत की कैद में पड़े लोगों के दिलों को छू ले; उन लोगों का मन-परिवर्तन कर जो संघर्ष को बढ़ावा देते हैं।”

संत पापा ने विन्ती की, “बच्चों के आँसू सुखा दे, उन लोगों के बीच उपस्थित रहिए जो बुजुर्ग और अकेले हैं; घायलों और बीमारों को मजबूत कर; अपनी भूमि छोड़ने को मजबूर लोगों और अपने प्रियजनों की रक्षा करें; हताश को सांत्वना दे; नई आशा जगा दे।''

निष्कलंक मरियम के हृदय को समर्पण

अपने आपको और अपने पास जो कुछ है उसे मरियम के निष्कलंक हृदय को सौंपते और समर्पित करते हुए पोप ने कहा: "हम कलीसिया को आपके लिए समर्पित करते हैं, ताकि दुनिया के सामने येसु के प्रेम की गवाही में वे सद्भाव के प्रतीक और शांति के एक साधन बन सकें।"

"हम आपको अपना विश्व समर्पित करते हैं, विशेष रूप से, उन देशों और क्षेत्रों को जो युद्धरत हैं।"

पोप ने प्रार्थना करते हुए निष्कर्ष निकाला कि "प्रकाश की एक किरण संघर्ष की अंधेरी रात को रोशन कर सकती है" और राष्ट्रों के नेता शांति के रास्ते तलाश सकते हैं।

“सभी लोगों की रानी, बुराई से बहकाए गए, सत्ता और नफरत से अंधे हुए अपने बच्चों से मेल-मिलाप कर। आप जो सबके करीब हैं, हमारी दूरियाँ कम कर। आप, जो हर किसी पर दया करते हैं, हमें एक-दूसरे की देखभाल करना सिखा। आप, जो प्रभु के कोमल प्रेम को प्रकट करते हैं, हमें उनकी सांत्वना और शांति का गवाह बना। शांति की रानी, ईश्वर के सद्भाव के उपहार को हमारे दिलों में डाल दे।”

"शांति की महारानी, ईश्वर के सद्भाव के उपहार को हमारे दिलों में डाल दे।"

 

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28 October 2023, 11:38