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14वें काथलिक कार्यकर्ताओं का सम्मेलन  14वें काथलिक कार्यकर्ताओं का सम्मेलन  

संत पापाः असुरक्षित रोजगार, कलीसिया कर्मियों का साथ दें

संत पापा फ्रांसिस ने ख्रीस्तीय रोजगार कर्मियों के संघ की 14वीं सामान्य मिलन सम्मेलन के अवसर पर स्पेन के सेगोविया शहर में रोजगार कर्मियों को संदेश प्रेषित किया।

वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, रोमवार, 14 अगस्त 2023 (रेई) संत पापा फ्रांसिस ने स्पेन के सेगोविया शहर में ख्रीस्तीय रोजगार कर्मियों के संघ के नाम अपना संदेश प्रेषित करते हुए कलीसिया से आग्रह किया कि वह अर्थव्यवस्था के हाशिये पर संघर्षरत लोगों का साथ दे।

ख्रीस्तीय रोजगार कर्मियों के संघ की 14वीं सामान्य मिलन सम्मेलन स्पेन के सेगोविया शहर में 12-15 अगस्त तक आयोजित किया गया है। संत पापा ने “सेतुओं का निर्माण, दीवारों को तोड़ना- कलीसिया वौश्विक कार्य में भातृत्व के ताने-बाने का निर्माण करती है” की विषयवस्तु से इस सम्मेलन में सहभागी हो रहे सभी प्रतिभागियों के नाम एक संदेश प्रेषित किया।

कार्य का आधार मानव सम्मान

अपने संदेश में संत पापा ने उन सभों संगठनों के प्रति अपने कृतज्ञता के भाव प्रकट किये जो श्रम के संबंध में कलीसिया और ख्रीस्तीय कार्यकर्ताओं की मदद करने के लिए समर्पित हैं। एभनजेल्ली गौदियुम में अपने कथन की याद करते हुए उन्होंने कहा, “श्रम मानवीय जीवन और सम्मान का एक महत्वपूर्ण भाग है।” उन्होंने कहा कि श्रम एक साधारण उत्पादन की क्रिया नहीं है, बल्कि यह एक माध्यम है जिसमें हम ईश्वर के संग सृष्टि के कार्य में सहयोग करते और अपने मानवीय होने का एहसास करते हैं।”

बेरोजगारी में कलीसिया की एकात्मकता

लोगों के जीवन के हर क्षेत्र में कलीसियाई सहचर्य और प्रेरिताई की याद करते हुए संत पापा ने कहा कि कलीसिया को खास कर उनकी सहायता करने की जरुरत है जो कार्य के संबंध में विश्व के हाशिये पर हैं। “हमारी निष्ठा केवल शब्दों या कार्यों तक ही सीमित नहीं न रहे बल्कि कार्य स्थलों और सामाजिक संवेदनशीलता में निरंतर लोगों की सहयोग करते हुए उन्हें एकात्मकता का साक्ष्य दे।

कार्य श्रमिकों के प्रति कलीसिया की प्रेरिताई अपने में इस बात को सम्माहित करती है कि हम उन लोगों के निकट रहें जिन्होंने अपने रोजगार को खो दिया हैं या बेरोजगारी के कारण पीड़ित हैं। ख्रीस्तीय कलीसिया की दीवारों में बंद नहीं रह सकते,  उन्होंने आग्रह किया कि  सभों को जरूरतमंद लोगों तक सक्रिय रूप से पहुंचने और नौकरी की असुरक्षित स्थिति में इसका “न्यायसंगत और स्थायी समाधान” खोजने की जरुरत है।

भातृत्व के ताने-बाने

संत पापा ने बेरोजगारी पर अपनी चिंता जाहिर करते हुए कहा कि बेरोजगारी बहुत से परिवारों को प्रभावित करती है, कलीसिया उन लोगों के संग उत्तरदायी ढ़ंग से एकता में खड़ी होती है जो “निराशा और रोजगार की कमी के कारण अपने को परित्यक्त पाते हैं।”

अपने संदेश के अंत में संत पापा ने कलीसियाई कार्य में संलग्न लोगों को प्रोत्साहित करते हुए कहा कि वे भातृत्व के ताने-बाने, सुसमाचार की ज्योति बनते हुए एक अधिक न्यायपूर्ण समाज का निर्माण करें। “आप अपने रोजगार भरे जीवन में ईश प्रजा बने रहें, और प्रेम और एकता की कहानी लिखें, कलीसिया को आप की जरुरत है।”

एचओएसी 14वीं सामान्य सभा

स्पेन के सेगोविया शहर में ख्रीस्तीय रोजगार कर्मियों के संघ में 41 धर्मप्रांतों से करीबन 800 प्रतिभागियों ने भाग लिया जिसमें महाधर्माध्यगण, धर्माध्यगण और संघों के कार्यकर्ता शामिल थे। उन्होंने वर्तमान चुनौतियों से संबंधित और संघ की प्रथामिकताओं के आधार पर अगामी छः वर्षों की परियोजनाओं पर विचार-विमार्श किया।

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14 August 2023, 16:21