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नशीली पदार्थ नशीली पदार्थ  (ANSA)

नशीली पदार्थों की लत में पड़े लोगों की मदद हेतु पोप का आह्वान

पोप फ्राँसिस ने रोम में फॉरेंसिक टॉक्सिकोलॉजिस्ट की 60वीं अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिभागियों को एक संदेश भेजा है और युवा लोगों के बीच नशीली पदार्थों के सेवन में वृद्धि पर चिंता जताई है, जो हमारे समाज की नाजुक स्थिति को उजागर करता है।

वाटिकन न्यूज

वाटिकन सिटी, मंगलवार, 29 अगस्त 2023 (रेई) : पोप फ्राँसिस ने रोम में फॉरेंसिक टॉक्सिकोलॉजिस्ट की 60वीं अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिभागियों को एक संदेश भेजा है और युवा लोगों के बीच नशीली पदार्थों के सेवन में वृद्धि पर चिंता जताई है, जो हमारे समाज की नाजुक स्थिति को उजागर करता है।

संत पापा ने कहा, “हर लत के पीछे एक ठोस अनुभव, अकेलेपन की कहानी, असमानता, बहिष्कार, एकीकरण की कमी होती है जिसके लिए “हम उदासीन नहीं रह सकते।”

सबसे कमजोर लोगों की पुकार सुनें

रविवार 27 अगस्त को फॉरेंसिक टॉक्सिकोलॉजिस्ट की अंतर्राष्ट्रीय कांग्रेस के प्रतिभागियों को प्रेषित संदेश में, संत पापा ने नशीली पदार्थों की लत में पड़े लोगों की पीड़ा को सुनते हुए उन तक पहुँचने और समाज की दुर्बलता को दूर करने का आह्वान किया है।

उन्होंने कहा, “येसु रूके, नजदीक आये, घावों को चंगा किया। उसी तरह हम भी कमजोरी और पीड़ा की स्थिति में रुकने, एकाकी और दुःखी लोगों की पुकार को सुनने, जो लोग नशीली पदार्थों की गुलामी में पड़ गए हैं, उन्हें ऊपर उठाने और जीवन में वापस लाने हेतु झुकने के द्वारा सामीप्य प्रकट करने के लिए बुलाये जाते हैं।

किशोरों के बीच नशीली पदार्शों के सेवन में वृद्धि

31 अगस्त तक चलनेवाले सम्मेलन से प्रतिभागियों को उनकी प्रतिबद्धता, समय एवं उर्जा के लिए धन्यवाद देते हुए, जो नशीली पदार्थों की लत की रोकथाम और उसे संघर्ष के लिए प्रतिबद्ध हैं, संत पापा ने नशीली पदार्थों के सेवन की खतरनाक वृद्धि पर चिंता व्यक्त की है।  

संत पापा ने संदेश में गौर किया कि किशोरों एवं युवाओं का महत्वपूर्ण चरण, आज के समाज की दुर्बलता एवं असुरक्षा जुड़ा है, जो युवाओं को "खतरनाक विकल्पों और व्यवहारों की ओर ले जा सकता है, जैसे मनो-सक्रिय ड्रग का उपयोग, शराब का दुरुपयोग, या वर्चुवल और वास्तविक दोनों तरह की चरम स्थितियों का अनुभव करना आदि।"

“हरेक व्यक्ति के जीवन में किशोरावस्था और युवावस्था, जीवन के बहुत नाजुक चरण हैं, जब शारीरिक, भावनात्मक एवं सामाजिक स्तर पर बदलाव होता है, इसके साथ यह तथ्य भी जुड़ गया है कि हमारा वर्तमान समाज कई मामलों में नाजुक है और बुनियादी असुरक्षा से ग्रस्त है। आप खुद को अतीत के साथ मापने, अज्ञात का पता लगाने की आवश्यकता के साथ-साथ बहिष्कृत महसूस करने के डर को शांत करने और अपने साथियों के साथ मेलजोल बढ़ाने की आवश्यकता के कारण नए अनुभवों की अनिवार्य खोज में फंस सकते हैं।”

आधुनिक समाज की दक्षता एवं उत्पादकता की संस्कृति

संदेश में उठाया गया एक अन्य मुद्दा खेलों में डोपिंग पदार्थों के उपयोग में वृद्धि है, जो "हर कीमत पर" उच्च परिणाम और उच्च प्रदर्शन प्राप्त करने के "जुनून" को प्रकट करता है।

ये परिस्थितियाँ हमें आधुनिक समाज की दक्षता एवं उत्पादकता की संस्कृति पर विचार करने हेतु मजबूर करती हैं जो "झिझक या असफलता" को स्वीकार नहीं करती।”

संत पापा ने गौर किया कि हमेशा उम्मीदों पर खरा उतरने, एक अच्छी और सफल छवि प्रस्तुत करने ,कमजोरी और दुर्बलता को दूर करने की जरूरत, "अखंड मानव विकास की खोज में एक दुर्गम बाधा है।"

इस पृष्टभूमि पर, दिशाहीन युवाओं में अपनी पीड़ा और उद्देश्य की कमी को दूर करने के लिए, नशीली पदार्थों पर भरोसा करने की प्रवृत्ति अधिक होती है।

अंत में संत पापा ने उम्मीद जतायी कि टोक्सिकोलोजिस्ट, शैक्षणिक, चिकित्सीय और पुनर्वास योजनाओं को पहचानने में अपना योगदान दे पायेंगे, ऐसी योजनाओं को जो नशीली दवाओं के संकट को रोक सकती हैं और उनका मुकाबला कर सकती हैं, वैकल्पिक सांस्कृतिक मॉडल को बढ़ावा दे सकती हैं और लोगों को - विशेष रूप से युवा लोगों को - अपने खोए हुए जीवन के कारणों की तलाश करने के लिए प्रोत्साहित कर सकती हैं।”

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29 August 2023, 17:17