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संत पापा फ्राँसिस पुर्तगाल में संत पापा फ्राँसिस पुर्तगाल में  (AFP or licensors) संपादकीय

यूरोप को दिशा और शांति के रचनात्मक मार्ग अपनाने की आवश्यकता

पुर्तगाली अधिकारियों को अपने संबोधन में, पोप फ्राँसिस ने यूक्रेन से शुरू होनेवाले संघर्षों को निपटाने के उद्देश्य से शांति की कूटनीति विकसित करने के लिए यूरोपीय संघ से अपना आह्वान दोहराया।

अंद्रेया तोरनिएली

यूक्रेन के खिलाफ रूस की आक्रामकता के साथ, जब यूरोप के केंद्र में छिड़े युद्ध के आदी होने का खतरा बना हुआ है, कुछ लोग भविष्यवाणी और यथार्थवाद के संयोजन से, राष्ट्रों और लोगों को याद दिलाकर शांति का आह्वान करने से नहीं थक रहे हैं – और विशेषकर यूरोप को - उसकी जिम्मेदारियों का स्मरण दिला रहे हैं।

पुर्तगाल में अपनी यात्रा के शुरू से ही, जहाँ वे विश्व युवा दिवस मनाने के लिए जा रहे हैं, पोप फ्राँसिस ने प्राचीन महाद्वीप की भूमिका के बारे कहा है। उन्होंने उम्मीद जतायी है कि यह अपनी पहचान नहीं भूलेगा बल्कि शांति के लिए रचनात्मक रास्ता एवं युद्ध की अनिवार्यता और हथियारों की होड़ के विचार को स्वीकार करने के बजाय कूटनीतिक समाधान खोजेगा।

संत पेत्रुस के उत्तराधिकारी ने उल्लेख किया कि कैसे "ग्रहीय अन्याय, युद्ध, जलवायु और आप्रवासन संकट (...) एकजुट होकर सामना करने की हमारी क्षमता और इच्छा से अधिक तेजी से बढ़ रहे हैं।"

लेकिन उन्होंने कहा कि "लिस्बन गति में बदलाव का सुझाव दे सकता है" क्योंकि 2007 में यहीं पर यूरोपीय संघ की इसी नाम की सुधार संधि पर हस्ताक्षर किए गए थे, जिसमें कहा गया था कि संघ "बाकी दुनिया के साथ अपने संबंधों में शांति, सुरक्षा, पृथ्वी के सतत विकास, लोगों के बीच एकजुटता और आपसी सम्मान, मुक्त और निष्पक्ष व्यापार, गरीबी उन्मूलन और मानवाधिकारों की सुरक्षा में योगदान देता है।"

संत पापा ने कहा कि “दुनिया को यूरोप की जरूरत है, सच्चे यूरोप की : उसे पूर्वी भाग में, भूमध्यसागर, अफ्रीका और मध्यपूर्व में सेतु एवं शांति-निर्माता के रूप में काम करने की जरूरत है।" केवल इसी तरह यूरोप अंतरराष्ट्रीय परिदृश्य पर "अपना विशिष्ट योगदान" देने में सक्षम होगा, जो वर्तमान ऐतिहासिक मोड़ पर उभरने के लिए संघर्ष कर रहा है।

"शांति की एक कूटनीति विकसित करने की आवश्यकता है जिसका उद्देश्य संघर्षों को सुलझाना और तनाव को कम करना, तनाव के सूक्ष्म संकेतों पर ध्यान देना और टेढ़ी रेखाओं के बीच पढ़ना है।" वैचारिक अंधों के बिना आज की वास्तविकता को देखते हुए, किसी को यह पहचानना होगा कि ऐसा नहीं हो रहा है।

यही कारण है कि संत पापा यूरोप से सवाल करते हैं : "यदि आप दुनिया को शांति के रास्ते नहीं दिखा रहे हैं, यूक्रेन में युद्ध को समाप्त करने के लिए रचनात्मक तरीके नहीं बता रहे हैं और इतने सारे रक्तपात के कारण बननेवाले कई संघर्षों को नहीं उजागर कर पा रहे हैं तो आप कहाँ जा रहे हैं? और फिर, दायरा बढ़ाते हुए: "पश्चिम, आप किस रास्ते पर चल रहे हैं? आपकी प्रौद्योगिकियाँ, जिन्होंने प्रगति लाई है और दुनिया को वैश्वीकृत किया है, अपने आप में पर्याप्त नहीं हैं, आपके अत्यधिक परिष्कृत हथियार तो बिल्कुल भी नहीं, जो भविष्य के लिए निवेश : शिक्षा, स्वास्थ्य, कल्याणकारी राज्य का प्रतिनिधित्व नहीं करते हैं लेकिन इसकी प्रामाणिक मानव पूंजी का ह्रास हो रहा है। यह परेशान करनेवाला है जब हम पढ़ते हैं कि कई स्थानों पर युवाओं के भविष्य के बजाय हथियारों में धन का निवेश जारी है।”

यूरोप को हिल जाने और अपनी भूमिका को पुनः अपनाने के लिए क्या होना बाकी है?  

यूक्रेन के अभियोजक जनरल के कार्यालय के अनुसार, 22 फरवरी, 2023 तक, युद्ध ने 461 बच्चों सहित 9,655 नागरिकों की जान ले ली है; 926 बच्चों सहित 12,829 नागरिक घायल हुए हैं; और 68,000 से अधिक युद्ध अपराध हुए हैं, जिनमें 2,600 बच्चों के खिलाफ किए गए अपराध शामिल हैं।

संयुक्त राष्ट्र शरणार्थी उच्चायुक्त (यूएनएचसीआर) का अनुमान है कि फरवरी 2023 के अंत तक यूरोप में 8.1 मिलियन लोग विस्थापित हो जाएंगे। यूक्रेन के पूरे क्षेत्र नष्ट, प्रदूषित या खोदे जा चुके हैं। इस त्रासदी का अंत होना चाहिए, पहले संघर्ष विराम के साथ और फिर न्यायपूर्ण शांति के साथ।

लेकिन पोप फ्राँसिस भविष्य को आशा के साथ देखना नहीं छोड़ते : मैं एक ऐसे यूरोप, पश्चिम के केंद्र का सपना देखता हूँ, जो संघर्षों को निपटाने और आशा के दीपक जलाने में अपनी अपार प्रतिभा का प्रयोग करता है; एक यूरोप जो अपने युवा हृदय को पुनः प्राप्त करने में सक्षम है, अपनी तात्कालिक आवश्यकताओं से परे समग्र की महानता को देख रहा है; विचारधाराओं और वैचारिक उपनिवेशीकरण के रूपों के पीछे किए बिना, लोगों और व्यक्तियों को शामिल करनेवाला यूरोप।"

इससे पहले कि बहुत देर हो जाए, उसे सुना जाना चाहिए।

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02 August 2023, 17:06