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“ब्याजो अग्नेस” के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस “ब्याजो अग्नेस” के एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात करते संत पापा फ्राँसिस  (Vatican Media)

पोप : पत्रकार भावी पीढ़ी को प्रशिक्षित करने हेतु बुलाये जाते हैं

पोप फ्राँसिस ने अंतर्राष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार “ब्याजो अग्नेस” के एक प्रतिनिधिमंडल से वाटिकन में मुलाकात करते हुए, पत्रकारों को भावी पीढ़ियों को जिम्मेदारीपूर्वक और नैतिक रूप से शिक्षित करने तथा एक बेहतर सभ्यता का निर्माण करने के लिए अपने पेशे को अपनाने का आह्वान किया। पुरस्कार वितरण समारोह 23 जून को इटली के कम्पीदोलियो में सम्पन्न हुआ।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार, 24 जून 2023 (रेई) अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार “ब्याजो अग्नेस” के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करते हुए संत पापा ने कहा, “भाषा को निरस्त्र करने और संवाद को प्रोत्साहित करने के लिए जो कुछ हो रहा है उस पर हमें सावधानीपूर्वक नजर रखने की जरूरत है।”

अंतरराष्ट्रीय पत्रकारिता पुरस्कार “ब्याजो अग्नेस” के 15वेँ संस्करण के विजेता हैं टी जी वन की स्तेफानिया बतिस्तिनी और कोरियेरे देल्ला सेरा के पत्रकार लोरेंत्सो क्रेमोनेसी। पुरस्कार का नाम इटली के प्रसिद्ध पत्रकार के नाम पर पड़ा है जो सार्वजनिक सेवा के रक्षक और प्रामाणिक एवं सही जानकारी की गारंटी के लिए ज्ञान और निर्णय के साथ हस्तक्षेप करने में सक्षम थे।

संत पापा ने प्रतिनिधियों को सम्बोधित कर कहा, "सिर्फ एक साथ, हरेक अपनी विशिष्ठता और विशेषाधिकार के प्रयोग के द्वारा हम आशा की एक क्षितिज को खींच सकते हैं।”

पत्रकारों के कार्यों पर गौर करते हुए संत पापा ने कहा, “यह एक पत्रकार का दैनिक कार्य है, जो अपना जूता घिसाने अथवा डिजिटल सड़कों पर घूमते हुए हमेशा लोगों को सुनने के लिए बुलाया जाता है। पत्रकारिता के रूप में, सच्चाई की कहानी बतलाने के लिए, उन स्थानों में जाना है जहाँ कोई नहीं जाता। यह वहाँ जाने और देखने, उत्सुकता, खुलापन आदि का एक जुनून है।”  

पुरस्कार विजेता स्तेफानिया बतिस्तिनी ने लम्बे समय तक यूक्रेन के युद्ध क्षेत्र से रिपोर्टिंग की है ताकि संघर्षों की त्रासदी और बेतुकेपन को प्रकट किया जा सके एवं हर व्यक्ति को उस पीड़ा का हिस्सा होना महसूस कराया जा सके।

अपने संदेश में संत पापा ने पत्रकारों के कार्यों से संबंधित तीन प्रमुख तत्वों को सामने रखा : कॉपी, पेन और नजर।

कॉपी

संत पापा ने कहा, “लिखना हमेशा एक बड़ा आंतरिक कार्य है। लिखना खुद अपनी आँखों से देखने अथवा किसी विश्वासनीय स्रोत के माध्यम से लिखा जाता है।” संत पापा ने इस कार्य के लिए सुनने के साथ साथ, उस घटना में खुद प्रवेश करने पर जोर दिया।  

कलम

इस बात पर गौर करते हुए कि इन दिनों पेन का प्रयोग कम होता जा रहा है उन्होंने कहा कि कलम विचार विस्तृत करने में मदद करती है, यह हृदय और बुद्धि को एक-दूसरे से जोड़ती है, अतीत की यादों को वर्तमान से मिलाती है। इस तरह एक पत्रकार एक रचनात्मक कार्य के लिए बुलाया जाता है। पत्रकार विवरणों की जांच करने, परिकल्पनाओं को परखने, पुनर्निर्माण करने और हर एक चरण को सत्यापित करने के बाद अपने हाथ में कलम लेता है। इस प्रकार कलम पत्रकारों और मीडियाकर्मियों के "रचनात्मक कार्य" को याद दिलाती है, एक ऐसा कार्य जिसके लिए सच्चाई की खोज को लोगों के प्रति ईमानदारी और सम्मान के साथ जोड़ने की आवश्यकता होती है, विशेष रूप से, पेशेवर नैतिकता के सम्मान के साथ, जैसा कि ब्याजो अग्नेस ने किया था।

नजर

यदि वास्तविकता पर नजर न हो तो कॉपी और पेन का अधिक महत्व नहीं है। आज, अतीत की तुलना में, हम जीवन को प्रदूषित करनेवाले शब्दों, तस्वीरों और संदेशों से अधिक विचलित हो सकते हैं। उदाहरण के लिए फेक न्यूज की दुखद घटनाएँ, युद्धकारी बयानबाजी अथवा सच्चाई से छेड़छाड़।

संत पापा ने कहा, “भाषा को निरस्त्र करने और संवाद को प्रोत्साहित करने के लिए जो कुछ हो रहा है उस पर हमें सावधानीपूर्वक नजर रखने की जरूरत है। दृष्टि को दिल से निर्देशित किया जाना चाहिए: जहाँ से सही शब्द निकलता है जो बंद और विभाजित दुनिया की छाया को दूर करता तथा बेहतर सभ्यता का निर्माण करता है।

संत पापा ने कहा कि इसके लिए हम प्रत्येक को प्रयास करना आवश्यक है, लेकिन मीडिया के कार्यकर्ताओं की जिम्मेदारी की भावना भी शामिल है, ताकि वे अपने पेशे को एक मिशन के रूप में आगे बढ़ा सकें।

अंत में, संत पापा ने मीडियाकर्मियों को प्रोत्साहन दिया कि वे सही सूचना का प्रचार करने, शिक्षा देने और प्रशिक्षित करने के सांस्कृतिक पहल के प्रति प्रतिबद्धता को जारी रखें। उन्होंने पुरस्कार विजेताओं को बधाई दी और अपने लिए प्रार्थना का आग्रह किया।  

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24 June 2023, 15:10