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‘सोत्तो इल मोंते’ और ‘कॉन्चेसो’ के तीर्थयात्रियों के साथ संत पापा फ्राँसिस ‘सोत्तो इल मोंते’ और ‘कॉन्चेसो’ के तीर्थयात्रियों के साथ संत पापा फ्राँसिस  (ANSA)

संत पापा : ईश्वर हमें दैनिक जीवन के 'कार्यस्थल' में संत बनाते हैं

उत्तरी इटली के संत पापा जॉन तेईस्वे और संत पापा पॉल षष्टम के जन्मस्थान से आये तीर्थयात्रियों को संत पापा फ्राँसिस ने बधाई दी और उनसे अपने विश्वास की जड़ों की सराहना करने और स्वयं संत बनने का आग्रह किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शनिवार 03 जून 2023 (वाटिकन न्यूज) : उत्तरी इटली के तीर्थयात्रियों के एक बड़े समूह ने शनिवार सुबह संत पापा फ्राँसिस से मुलाकात की, जो विश्व पत्र पाचेम तेर्रिस की 60वीं वर्षगांठ, संत पापा जॉन तेईस्वें की मृत्यु और संत पापा पॉल षष्टम के परमाध्यक्षीय चुनाव को चिह्नित करने के लिए रोम की तीर्थतयात्रा पर हैं। तीर्थयात्री ‘सोत्तो इल मोंते’ और ‘कॉन्चेसो’ शहरों से आते हैं, जो दोनों परमाध्यक्षों के जन्मस्थान हैं।

परिवार का महत्व

अपने संबोधन में, संत पापा फ्राँसिस ने याद किया कि उनके दो पूर्ववर्तियों ने दूसरी वाटिकन महासभा के साथ-साथ आतंकवाद और शीत युद्ध सहित अनेक चुनौतियों का सामना करते हुए  बड़े उत्साह के साथ अपना जीवन बिताया। संत पापा ने इन दोनों परमाध्यक्षों के ख्रीस्तीय साक्ष्य के लिए ईश्वर को धन्यवाद दिया और तीर्थयात्रियों से उनके पवित्र पदचिन्हों पर चलने का आग्रह किया।

संत पापा ने कहा, "ये लोग सुसमाचार के गवाह एवं महान चरवाहे बनने में सक्षम थे क्योंकि उन्हें जीवन के रास्ते में अच्छे साथी मिले, जिन्होंने उन्हें विश्वास में बढ़ने में मदद की, जब तक कि उनमें बुलाहट की रोशनी नहीं जगी।"

उन्होंने कहा कि दोनों संत पापा के परिवारों ने कड़ी मेहनत कर उनमें ठोस ख्रीस्तीय धर्मपरायणता के प्रति प्रेम पैदा किया।

संत पापा फ्राँसिस ने कहा, "ईश्वर प्रयोगशाला में संत नहीं बनाते हैं। “वे उन्हें विशाल कार्यक्षेत्रों में बनाते है जिसमें सभी का काम, पवित्र आत्मा के मार्गदर्शन में, आधारशिला के रूप में मसीह के साथ एक व्यवस्थित और सही तरीके से निर्माण कार्य की देखभाल करना है।”

जड़ें स्वार्थ से बचाव में मदद करती हैं

संत पापा ने दो उत्तरी इतालवी शहरों के तीर्थयात्रियों को संत पापा जॉन तेईस्वें और संत पापा पॉल षष्टम के साथ-साथ उनके माता-पिता और दादा-दादी से प्रेरणा लेने के लिए प्रोत्साहित किया, जिन्होंने अपने बच्चों के लिए बेहतर भविष्य बनाने के लिए कड़ी मेहनत की।

उन्होंने कहा, "हमेशा अपनी जड़ों की सराहना करें, उन्हें एक रक्षात्मक दीवार बनाने के लिए नहीं बल्कि दूसरों के साथ साझा करने की समृद्धि के रूप में लें। हम शांति की ओर एक साथ मिलकर काम करें।"

संत पापा फ्राँसिस ने ख्रीस्तीय समुदायों में स्वार्थ और विभाजन के खिलाफ भी चेतावनी दी, जो दुनिया के कई हिस्सों में विश्वासियों के लिए खतरा है।

दोनों परमाध्यक्ष सांस्कृतिक विरासत के रूप में

अंत में, संत पापा ने याद किया कि बेर्गामो और ब्रेशिया की क्षेत्रीय राजधानियों को 2023 के लिए "इतालवी संस्कृति की राजधानी" के रूप में चुना गया है। उन्होंने स्थानीय निवासियों को संत पापा जॉन तेईस्वें और संत पापा पॉल षष्टम के उदाहरण के अनुसार, अपनी पल्लियों और परिवारों को बनाने में मदद करने के लिए विश्वास में अपनी समृद्ध विरासत को आत्मसात करने का आग्रह किया।

 

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03 June 2023, 16:23