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संत पापा फ्राँसिस मिस्सा का अनुष्ठान करते हुए संत पापा फ्राँसिस मिस्सा का अनुष्ठान करते हुए 

संत पापा: पवित्र यूखारिस्त के लिए प्रेम को प्रेरित करना जारी रखे

संत पापा फ्राँसिस ने संयुक्त राज्य अमेरिका में आगामी राष्ट्रीय यूखारिस्त कांग्रेस की तैयारी कर रही समिति के अमेरिकी सदस्यों को धन्यवाद देते हुए पवित्र यूखारिस्त के प्रति प्रेम और विश्वास के पुनरुद्धार में योगदान देने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखने पर जोर दिया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 19 जून 2023 (वाटिकन न्यूज) : "मैं आपको प्रोत्साहित करता हूँ कि पवित्र यूखारिस्त के प्रति, जो "ख्रीस्तीय जीवन का स्रोत और प्रकाष्ठा" है, प्रेम और विश्वास में प्रकाष्ठा में योगदान देने के लिए अपने प्रयासों को जारी रखें।

इन शब्दों के साथ, संत पापा फ्राँसिस ने यूखारिस्त के प्रति प्रेम को बढ़ावा देने के प्रयासों के लिए संयुक्त राज्य अमेरिका में आगामी राष्ट्रीय यूखरिस्त कांग्रेस की तैयारी कर रहे समिति के सदस्यों के प्रति आभार व्यक्त किया।

संत पापा ने कहा कि हम संत योहन के सुसमाचार 6:26-27 में वर्णित रोटियों के चमत्कार से परिचित हैं जिन लोगों ने इस चमत्कार को देखा था, वे अगले दिन प्रभु के पास इस उम्मीद में वापस आए कि वे उन्हें एक और चिन्ह दिखाएंगे। परंतु मसीह भौतिक रोटी के लिए उनकी भूख को अनन्त जीवन की रोटी की भूख में बदलना चाहते थे। इस कारण से, येसु ने स्वयं को जीवित रोटी कहा जो स्वर्ग से उतरी हई, सच्ची रोटी जो संसार को जीवन देता है। (योहन. 6:51 सीएफ)

वास्तव में, यूखारिस्त मानव हृदय की गहरी भूख, प्रामाणिक जीवन की भूख के प्रति ईश्वर की प्रतिक्रिया है, क्योंकि यूखारिस्त में ख्रीस्त स्वयं हमारे बीच में हैं, हमें सांत्वना और हमारी यात्रा पर बनाए रखने के लिए पोषण करते हैं। अफसोस की बात है कि आजकल काथलिक विश्वासियों में से कुछ ऐसे हैं जो मानते हैं कि यूखारिस्त प्रभु की उपस्थिति और प्रेम की वास्तविकता से अधिक एक प्रतीक है।

प्रभु की उपस्थिति में आश्चर्य और विस्मय की भावना

संत पापा ने आशा व्यक्त करते हुए कहा कि यूखरिस्त कांग्रेस पूरे देश में काथलिकों को प्रेरित करेगी कि वे यूखारिस्त में उपस्थिति हमारे प्रभु के लिए आश्चर्य और विस्मय की भावना की खोज करें और पवित्र मिस्सा और व्यक्तिगत प्रार्थना में और पवित्र संस्कार की आराधना में उनके साथ समय बिताएं। इस संबंध में संत पापा ने संत जॉन पॉल द्वितीय का संदर्भ देते हुए कहा "पुरोहित के बिना कोई यूखारिस्ट नहीं हो सकता।" अतः संत पापा ने पुरोहितीय बुलाहट को बढ़ावा देने की आवश्यकता पर जोर दिया।

खुद को बलिदान करने वाले प्रभु से मुलाकात

संत पापा ने कहा कि कांग्रेस विश्वासियों के लिए दुनिया में प्रभु येसु के मिशनरी शिष्य होने के लिए खुद को और अधिक उत्साह के साथ प्रतिबद्ध करने का एक अवसर होगा। यूखरिस्त में, हम उनसे मिलते हैं जिन्होंने हमारे लिए सब कुछ दे दिया, जिन्होंने हमें जीवन देने के लिए खुद को बलिदान कर दिया, जिन्होंने हमें अंत तक प्यार किया। हम सुसमाचार के आनंद और परिवर्तनकारी सुंदरता के विश्वसनीय गवाह तभी बनते हैं जब हम यह पहचानते हैं कि इस संस्कार में हम जिस प्रेम का उत्सव मनाते हैं उसे अपने तक नहीं रखा जा सकता है बल्कि सभी के साथ साझा करने की मांग की जाती है। यूखरिस्त हमें पड़ोसी के लिए एक मजबूत और प्रतिबद्ध प्रेम हेतु प्रेरित करता है। क्योंकि हम वास्तव में यूखारिस्त के अर्थ को समझ या जी नहीं सकते हैं यदि हमारा दिल हमारे भाइयों और बहनों के लिए बंद हैं, विशेष रूप से जो गरीब हैं, पीड़ित हैं, जीवन से निराश हैं या जो जीवन में भटक गए हैं।

संयुक्त राज्य अमेरिका में कलीसिया के जीवन में राष्ट्रीय यूखरिस्तीय कांग्रेस एक महत्वपूर्ण क्षण बने। संत पापा फ्राँसिस ने उन्हें देश की संरक्षिका निष्कलंक कुंवारी मरियम की मध्यस्थता में सौंपते हुए, उन्हें, उनके परिवारों और स्थानीय कलीसियाओं के लिए अपनी प्रार्थनाओं का आश्वासन दिया और उन्हें अपना आशीर्वाद प्रदान किया।

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19 June 2023, 16:46