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सन्त पापा फ्राँसिस के साथ परमाध्यक्षीय न्यास के सदस्य सन्त पापा फ्राँसिस के साथ परमाध्यक्षीय न्यास के सदस्य   (VATICAN MEDIA Divisione Foto)

परमाध्यक्षीय न्यास के सदस्यों को सन्त पापा का सम्बोधन

वाटिकन में शुक्रवार को परमाध्यक्षीय न्यास के सदस्यों ने सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना। कलीसिया के परमाध्यक्ष को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सहायता प्रदान करनेवाले न्यास के सदस्यों के प्रति सन्त पापा ने आभार व्यक्त किया ...

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन, शुक्रवार, 21 अप्रैल 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन में शुक्रवार को परमाध्यक्षीय न्यास के सदस्यों ने सन्त पापा फ्राँसिस का साक्षात्कार कर उनका सन्देश सुना। कलीसिया के परमाध्यक्ष को प्रत्यक्ष एवं अप्रत्यक्ष रूप से सहायता प्रदान करनेवाले न्यास के सदस्यों के प्रति सन्त पापा  ने आभार व्यक्त किया और कहा कि प्रभु येसु के प्रेरित सन्त पेत्रुस एवं उनके उत्तराधिकारियों को यह दायित्व सौंपा गया है कि वे कलीसिया के सदस्यों की एकता को सुदृढ़ करें तथा कलीसिया के शीर्ष सन्त पापा के कार्यों में योगदान प्रदान करें।

एकता

सन्त पेत्रुस और उनके उत्तराधिकारियों को सौंपी गई एकता की ज़िम्मेदारी के प्रकाश में, उन्होंने कहा, "मैं कलीसिया के परमाध्यक्षीय मिशन में आपके सहयोग के दो पहलुओं पर प्रकाश डालना चाहता हूँ। सर्वप्रथम एकता को बढ़ावा देना है, हालांकि आजकल के दिनों में विभाजनों के कारण कलीसिया की एकता आहत हुई है। उन्होंने कहा कि यह प्रायः विचारधाराओं और आंदोलनों के प्रभाव के कारण होता है क्योंकि कभी-कभी अच्छे इरादे भी विश्वास की कमी की वजह से उग्र दलों और गुटों में बदल जाते हैं। सन्त पापा ने कहा कि धर्मनिरपेक्ष शब्दावली के प्रयोग से यह और भी जटिल हो जाता है, विशेष रूप से जब राजनीतिक क्षेत्र से, कलीसिया एवं विश्वास के बारे में अटकलें लगाई जाती हैं।

सन्त पापा ने स्मरण दिलाया कि सन्त पौल ने सतही तौर पर बोलनेवालों तथा विविधता में एकता सम्बन्धी कलीसिया की प्रकृति को अस्वीकार करनेवालों के प्रति प्रारम्भिक कलीसिया को सचेत किया था। कुरिन्थियों को प्रेषित पहले पत्र के तीसरे अध्याय में सन्त पौल लिखते हैं, "हम अपने आप को किसी बात का श्रेय नहीं दे सकते क्योंकि हमारी योग्यता का स्रोत ईश्वर है।"  और फिर रोमियों को प्रेषित पत्र में चेतावनी देते हैं, "भाइयो, मैं आपसे अनुरोध करता हूँ कि आप उन लोगों से सावधान रहें जो फूट डालते और दूसरों के लिये पाप का कारण बनते हैं।"

परमाध्यक्षीय न्यास के सदस्यों के प्रति सन्त पापा फ्रांसिस ने हार्दिक धन्यवाद ज्ञापित किया क्योंकि वे ईमानदारी, विश्वास और दूसरों की मदद करने की हार्दिक इच्छा से प्रेरित, इन पक्षपातपूर्ण विभाजनों से ऊपर उठकर, प्रति वर्ष कई परियोजनाओं और छात्रवृत्ति के उदार वित्त पोषण के माध्यम से, एकता को बढ़ावा देते तथा हमारे ज़रूरतमन्द भाइयों एवं बहनों को बिना किसी पूर्वाग्रह या भेदभाव के महत्वपूर्ण सहायता प्रदान करते हैं।

पारदर्शिता

सन्त पापा ने कहा, दूसरा पहलू, जो कलीसिया की एकता के लिए सन्त पेत्रुस और उनके उत्तराधिकारियों को सौंपी गयी ज़िम्मेदारी का स्मरण दिलाता है, वह है पारदर्शिता। उन्होंने कहा कि विगत वर्षों में परमधर्मपीठ ने अपने विभागों एवं कार्यालयों में पारदर्शिता लाने के लिये कई ठोस कदम उठायें हैं, क्योंकि विश्व के कई लोगों द्वारा अनुदान के रूप में दी गई उदारता में पारदर्शिता का होना अत्यधिक महत्वपूर्ण है।  

सन्त पापा ने कहा कि पर्यवेक्षण और पारदर्शिता की कमी से होने वाले वित्तीय घोटाले भी कलीसिया के नेक नाम को नुकसान पहुँचाते हैं और स्वयं विश्वास की विश्वसनीयता पर सवाल उठा सकते हैं। इस संबंध में, सन्त पापा ने कहा, "मैं पारदर्शिता के उचित उपायों को बनाए रखने के लिए जारी प्रतिबद्धता के लिए परमाध्यक्षीय न्यास के सदस्यों को धन्यवाद देता तथा उनकी सराहना करता हूँ जो अपने भले कर्मों से छात्रवृत्तियों और परियोजनाओं के वित्तपोषण से वास्तव में जरूरतमंद लोगों को लाभ पहुँचाते तथा पृथ्वी पर ईश्वर के राज्य के निर्माण में योगदान प्रदान करते हैं।"

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21 April 2023, 11:00