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हंगरी में सन्त पापा फ्राँसिस का स्वागत, 28.03.2023 हंगरी में सन्त पापा फ्राँसिस का स्वागत, 28.03.2023  (ANSA)

सन्त पापा फ्राँसिस हंगरी में

रोम समयानुसार शुक्रवार को प्रातः आठ बजे सन्त पापा फ्रांसिस ने इटली के इटा एयरवेज़ से रोम के फ्यूमीचीनो हवाई अड्डे से हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिये प्रस्थान किया था। केन्द्रीय यूरोपीय देश हंगरी में सन्त पापा फ्राँसिस की यह दूसरी तथा इटली से बाहर उनकी यह 41 वीं प्रेरितिक यात्रा है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

बुडापेस्ट, शुक्रवार, 28 अप्रैल 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): "मैं इतिहास और संस्कृति से समृद्ध देश हंगरी में एक तीर्थयात्री और मित्र के रूप में आया हूं; पुलों और संतों के शहर, बुडापेस्ट से, मेरे विचार सम्पूर्ण यूरोप की ओर अभिमुख होते हैं और प्रार्थना करता हूँ कि, एकात्मता और एकजुटता में, यह हमारे समय में भी शांति का धाम एवं स्वागत की भविष्यवाणी सिद्ध हो।"

"येसु ख्रीस्त हमारा भविष्य"

हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट स्थित राष्ट्रपति भवन के एलेक्ज़ेन्डर प्रासाद में हँगरी गणराज्य के राष्ट्रपति से मुलाकात के अवसर पर स्वर्णग्रन्थ पर उक्त शब्दों से सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस ने हंगरी में अपनी तीन दिवसीय प्रेरितिक यात्रा का शुभारम्भ किया। यात्रा का आदर्श वाक्य हैः "येसु ख्रीस्त हमारा भविष्य"।

रोम समयानुसार शुक्रवार को प्रातः आठ बजे सन्त पापा फ्रांसिस ने इटली के इटा एयरवेज़ से रोम के फ्यूमीचीनो हवाई अड्डे से हंगरी की राजधानी बुडापेस्ट के लिये प्रस्थान किया था। केन्द्रीय यूरोपीय देश हंगरी में सन्त पापा फ्राँसिस की यह दूसरी तथा इटली से बाहर उनकी यह 41 वीं प्रेरितिक यात्रा है। 2021 में अन्तरराष्ट्रीय यूखारिस्त काँग्रेस के समापन समारोह की अध्यक्षता के लिये सन्त पापा ने इस देश की यात्रा की थी। सन्त पापा फ्राँसिस से पूर्व सन्त पापा सन्त जॉन पौल द्वितीय ने बर्लिन दीवार के ध्वस्त हो जाने के उपरान्त दो बार यानि कि 1991 तथा 1996 में हँगरी की प्रेरितिक यात्राएँ की थी।

हंगरी

उत्तर में स्लोवाकिया, उत्तर पूर्व में यूक्रेन, पूर्व और दक्षिण पूर्व में रोमानिया, दक्षिण में सर्बिया, दक्षिण पश्चिम में क्रोएशिया और स्लोवेनिया तथा पश्चिम में ऑस्ट्रिया से घिरे देश केन्द्रीय यूरोप के हंगरी की आबादी 97 लाख है। अधिकाँश लोग हंगेरियन जाति के हैं, जबकि रोमानी अल्पसंख्यकों की भी उपस्थिति है। आधिकारिक भाषा हंगेरियन है। बुडापेस्ट देश की राजधानी और सबसे बड़ा शहर है; अन्य प्रमुख शहरों में डेब्रेसेन, शेजेड, मिस्कॉलक, पेक्स और जीआई शामिल हैं।

ऐतिहासिक रूप से हंगरी एक ख्रीस्तीय देश है। हंगेरियन राज्य की नींव सन् 1000 में सन्त स्टीफन द्वारा हंगरी के सम्राट के बपतिस्मा एवं उनके राज्याभिषेक के साथ डाली गई थी। स्टीफन ने काथलिक धर्म को राज्य धर्म घोषित कर दिया था तथा उनके उत्तराधिकारियों को पारंपरिक रूप से प्रेरितिक राजाओं के रूप में जाना जाता था। हंगरी में काथलिक कलीसिया सदियों से मजबूत बनी रही, और एस्टरगॉम के महाधर्माध्यक्ष को हंगरी के राजकुमार-प्राइमेट के रूप में असाधारण लौकिक विशेषाधिकार दिए गए थे। हालांकि, समकालीन हंगरी का कोई आधिकारिक धर्म नहीं है और धर्म की स्वतंत्रता को एक मौलिक अधिकार के रूप में मान्यता दी गई है। हंगरी के संविधान की प्रस्तावना का सातवाँ अनुच्छेद "ख्रीस्तीय धर्म की राष्ट्र-निर्माण भूमिका को मान्यता देता है"। साथ ही, यह पुष्टि करता है कि "राज्य सामुदायिक लक्ष्यों के लिए कलीसिया के साथ सहयोग कर सकता है"। हंगरी की जनसंख्या में 54, 2 प्रतिशत लोग रोमी काथलिक कलीसिया के धर्मानुयायी हैं। शेष जनता अन्य ख्रीस्तीय सम्प्रदायों तथा किसी भी धर्म को न माननेवाले नागरिकों से निर्मित है।

यूक्रेनी युद्ध की पृष्ठभूमि में

यूक्रेन में जारी युद्ध की पृष्ठभूमि में सन्त पापा फ्राँसिस हंगरी की यात्रा कर रहे हैं। 2021 की यात्रा और वर्तमानकालीन यात्रा में अन्तर क्या है? इस प्रश्न के जवाब में हंगरी के कार्डिनल पीटर एर्दो ने वाटिकन रेडियो के साथ बातचीत में कहा कि नागर एवं कलीसियाई अधिकारियों के निमंत्रण पर इस समय सन्त पापा फ्राँसिस हँगरी की यात्रा पर थे। उन्होंने इस तथ्य को रेखांकित किया कि 2021 में हंगरी में सम्पन्न सन्त पापा फ्राँसिस का लघु समय 83 राष्ट्रों के तीर्थयात्रियों, धर्माध्यक्षों, पुरोहितों एवं लोकधर्मियों के साथ व्यतीत हुआ था जो अन्तरराष्ट्रीय यूखारिस्तीय सम्मेलन के लिये देश में एकत्र हुए थे। इस बार, हालांकि, सन्त पापा फ्रांसिस हंगेरियन स्थानीय कलीसिया को संबोधित कर रहे हैं, जो यहाँ के काथलिकों के लिये सम्मान, गौरव एवं हर्ष का विषय है, उनका ध्यान विशेष रूप से पीड़ितों पर केन्द्रित रहेगा।     

यूक्रेनी अल्पसंख्यकों के लिए हंगरी की संसद के प्रवक्ता कार्डिनल एर्दो का कहना है कि सन्त पापा फ्रांसिस हंगरी के लोगों के लिए विश्वास और एकता के प्रतीक हैं। उन्होंने इस बात की पुष्टि की कि उनकी अपीलें रूसी आक्रमण के बाद से युद्ध पीड़ित यूक्रेन के लोगों को सहायता प्रदान करती रहीं हैं। उन्होंने बताया कि यूक्रेन पर रूसी आक्रमण के बाद से कम से कम दस लाख यूक्रेनी शरणार्थियों ने हँगरी का रुख किया है। उन्होंने कहा कि कलीसिया इन शरणार्थियों का स्वागत करने तथा इनकी हर सम्भव मदद करने के लिये प्रतिबद्ध है।  

आवाज़ सुनना ज़रूरी

हँगरी में तीन दिवसीय यात्रा के निर्धारित कार्यक्रम के अनुसार सन्त पापा फ्राँसिस शरणार्थियों, हाशिये पर जीवन यापन करनेवालों एवं अलग तरह से सक्षम विकलांग बच्चों से मुलाकात के साथ-साथ देश के गणमान्य प्रशासनाधिकारियों, कलीसिया के धर्माधिकारियों, धर्मसमाजियों एवं युवाओं से मुलाकात कर काथलिक विश्वासियों के लिये ख्रीस्तयाग की अध्यक्षता कर रहे हैं।     

सन्त पापा फ्राँसिस के साथ युवा समारोह का आयोजन करनेवाले फादर फाबरी कॉरनेल ने वाटिकन न्यूज़ कहा कि हंगरी के युवाओं को आज के विश्व में प्रस्तुत चुनौतियों का सामना करने के लिये सन्त पापा फ्राँसिस की आवाज़ सुनना अनिवार्य है।

इसी बीच, हंगरी में सेवारत परमधर्मपीठ के राजदूत महाधर्माध्यक्ष माईकिल वॉलेस बानाख ने कहा कि हंगरी के लोग सन्त पापा फ्रांसिस के आनन्द और उनकी ईमानदारी से प्यार करते हैं, और इस बात को ध्यान में रखते हैं कि सन्त पापा ने प्रेरितिक यात्रा के लिए देश लौटने के अपने वादे को बरकरार रखा है।

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28 April 2023, 12:00