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संत पापा फ्राँसिस संत पापा फ्राँसिस 

स्वर्ग की रानी प्रार्थना में पोप : पुनर्जीवित प्रभु को समुदाय में खोजें

संत पापा फ्राँसिस ने येसु को खोजने के लिए कलीसिया में रहने की आवश्यकता पर जोर दिया है, जबकि विश्वासियों का आह्वान किया है कि वे उन लोगों के लिए अपनी बाहें खोलें जो अपने जीवन में घायल हैं, ताकि ईश्वर की करुणा से कोई वंचित न रहे।

उषा मनोरमा तिरकी-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, रविवार, 16 अप्रैल 2023 (रेई) : वाटिकन स्थित संत पेत्रुस महागिरजाघर के प्राँगण में संत पापा फ्राँसिस के दिव्य करुणा रविवार के दिन, विश्वासियों के साथ स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया। स्वर्ग की रानी प्रार्थना के पूर्व उन्होंने विश्वासियों को सम्बोधित कर कहा, प्रिय भाइयो एवं बहनो, सुप्रभात।

आज दिव्य करूणा रविवार, सुसमचार पाठ पुनर्जीवित येसु के अपने शिष्यों को दो बार दर्शन के बारे बतलाता है और खासकर, थॉमस, संदेह करनेवाले प्रेरित को। (यो. 20:24-29)

संत पापा ने कहा, “वास्तव में, थॉमस एकमात्र व्यक्ति नहीं था जिसको विश्वास करना मुश्किल हुआ, बल्कि कुछ मात्रा में वे हमारा भी प्रतिनिधित्व करते हैं।” निश्चय ही, हर समय यकीन करना आसान नहीं होता खासकर, उनके मामले में जिन्हें बड़ी निराशा का सामना करना पड़ा था। उसने येसु का कई सालों से अनुसरण किया था, जोखिम उठाया था और अपना आराम त्याग दिया था। लेकिन अब गुरू को अपराधी की तरह क्रूसित किया गया और किसी ने उन्हें नहीं छुड़ाया। किसी ने कुछ नहीं किया। वे मर डाले गये और सभी भयभीत थे। वह फिर कैसे विश्वास कर सकता था?

येसु को कलीसिया में खोजना

थोमस फिर भी खुद को साहसी दिखाता है। जब सब लोग उपरी कमरे में बंद थे, वह बाहर निकलता है। लोग उसे पहचान सकते थे, अधिकारियों को सूचित दकर उसे गिरफ्तार करा सकते थे लेकिन वह जोखिम उठाता है। हम यह भी कल्पना कर सकते हैं कि अपने साहस के कारण ही वह पुनर्जीवित प्रभु से अधिक मिल पाया। थोमस शिष्यों के साथ नहीं था जब पास्का की शाम येसु उनके बीच पहली बार प्रकट हुए, इस तरह उसने अवसर खो दी। पर उसने इसे कैसे पुनः प्राप्त किया? उसने इसे तब पाया जा वह वापस लौटा, भयभीत और उदास होकर लौटे घर को छोड़कर पुनः वापस आया। जब वह वापस लौटा तो शिष्यों ने बतलाया कि येसु वहाँ आये थे, लेकिन उसे विश्वास करना मुश्किल हुआ, उसने उनका घाव देखना चाहा। और येसु ने उसे दिखाया। आठ दिनों बाद वे फिर शिष्यों को दिखाई दिये और उन्हें अपना घाव दिखाया जो उनके प्रेम का प्रमाण था, उनकी करुणा का खुला स्रोत।

संत पापा ने विश्वासियों को चिंतन हेतु आमंत्रित करते हुए कहा, “आइये हम इन सच्चाइयों पर चिंतन करें। थोमस एक असाधारण चिन्ह चाहता था, वह उनके घावों का स्पर्श करना चाहता था। येसु उसे उन घावों को दिखाते हैं, लेकिन एक सामान्य तरीके से, समुदाय में सबके सामने आकर। वे मानो उनसे कह रहे हों, यदि तुम मुझसे मिलना चाहते हो, तो दूर मत देखो, समुदाय में दूसरों के साथ रहो। दूर मत जाओ...उनके साथ प्रार्थना करो... उनके साथ रोटी तोड़ो। वहीँ तुम मुझे पाओगे, वहीं मैं तुम्हें अपने शरीर में घावों के निशान दिखाऊँगा; प्रेम का चिन्ह जो घृणा से ऊपर उठाता, क्षमा का चिन्ह जो बदला लेना बंद कर देता है, जीवन का चिन्ह जो मौत पर विजय पाता है। समुदाय में ही तुम मेरे चेहरे को पा सकते हो, जब तुम अपने भाइयों और बहनों के साथ संदेह और डर महसूस करते हो, उनसे और अधिक जुड़ते हो।”

कलीसिया ख्रीस्त का शरीर, जहाँ हम घाव, उनके प्रेम के चिन्ह को देख सकते हैं

संत पापा ने कहा, “प्यारे भाइयो एवं बहनो, थोमस को दिया गया निमंत्रण हमारे लिए भी मायने रखता है। हम पुनर्जीवित प्रभु को कहाँ खोजे? किसी विशेष घटना में, किसी भव्य या अद्भुत धार्मिक अभिव्यक्ति में, किसी भावनात्मक या सनसनीखेज में? अथवा समुदाय में, कलीसिया में, वहाँ रहने की चुनौतियों को स्वीकार करते हुए, भले ही यह पूर्ण न हो? इसकी सीमाओं एवं असफलताओं के बावजूद, जो हमारी सीमाएँ एवं कमजोरियाँ हैं। माता कलीसिया ख्रीस्त का शरीर है। और ख्रीस्त के शरीर में ही उनके प्रेम के सबसे महान चिन्ह को पाया जा सकता है।

आइये हम अपने आप से पूछें, “क्या हम इस प्रेम के नाम पर, येसु के घावों के लिए, उन लोगों के लिए अपनी बाहें खोलने को तैयार हैं जो अपने जीवन में घायल हैं, ईश्वर की दया किसी को अलग नहीं करती, लेकिन सभी का स्वागत करती है - प्रत्येक व्यक्ति को एक भाई, बहन की तरह।

तब माता मरियम से प्रार्थना करते हुए कहा, “कुँवारी मरियम कलीसिया की माता, हमें कलीसिया से प्रेम करने में मदद दे और उसे सभी का स्वागत करनेवाला घर बना दे।”

इतना कहने के बाद संत पापा ने भक्त समुदाय के साथ स्वर्ग की रानी प्रार्थना का पाठ किया तथा सभी को अपना प्रेरितिक आशीर्वाद दिया।

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16 April 2023, 12:59