खोज

क्लीवलैंड, ओहियो (यूएसए) स्थित संत मरिया सेमिनरी के एक समूह का स्वागत करते हुए, संत पापा फ्राँसिस क्लीवलैंड, ओहियो (यूएसए) स्थित संत मरिया सेमिनरी के एक समूह का स्वागत करते हुए, संत पापा फ्राँसिस   (Vatican Media)

अमेरिकी सेमिनारियों से संत पापा: प्रभु की बात सुनें, साथ-साथ चलें, गवाही दें

क्लीवलैंड, ओहियो (यूएसए) स्थित संत मरिया सेमिनरी के एक समूह का स्वागत करते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने उन्हें प्रभु के बारे में सुनने, एक साथ चलने और अपने विश्वास को गवाही देने के लिए प्रोत्साहित किया। ये तीन प्रमुख तत्व उनके सेमिनरी प्रशिक्षण और कलीसिया के धर्मसभा यात्रा को चिह्नित करते हैं।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 06 मार्च 2023 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 6 मार्च को वाटिकन के संत क्लेमेंटीन सभागार में क्लीवलैंड, ओहियो स्थित संत मरिया सेमिनरी के पुरोहितों, उपयाजकों और सेमिनारियों और कर्मचारियों से मुलाकात की जो संत मरिया सेमिनरी की स्थापना के 175वी वर्षगाठ के अवसर पर रोम की तीर्थयात्रा पर हैं। संत पापा ने परिचय भाषण के लिए धर्माध्यक्ष एडवार्ड मालेसिक को धन्यवाद दिया।

संत पापा ने कहा कि इस खुशी के मौके पर हम ईश्वर को धन्यवाद देते हैं कि इस सेमिनरी ने कलीसिया की सेवा हेतु बहुत सारे मिशनरी पुरोहितों को तैयार किया है और वर्तमान में भी अपने मिशन को जारी रखा है।

संत पापा ने सेमिनरियों और डीकनों को संबोधित करते हुए कहा, “जैसा कि आप उस मार्ग पर आगे बढ़ते हैं जो अभिषेक और प्रेरितिक सेवा की ओर ले जाता है, मैं आपके साथ सिनॉडल यात्रा की तीन विशेषताओं पर कुछ संक्षिप्त चिंतन साझा करना चाहता हूँ जो भविष्य के पुरोहित और सुसमाचार प्रचारक के रूप में आपके प्रशिक्षण के लिए भी आवश्यक हैं।”

सिनॉडल यात्रा की पहली विशेषताः सुनना

संत पापा ने कहा कि सबसे पहले हमें प्रभु को सुनने की जरुरत है। उन्हें सुनने के लिए हमें प्रतिदिन उनके वचन पर चिंतन करना है। पवित्र संदूक में उपस्थित प्रभु येसु के सामने प्रार्थना में समय बितायें और आपके लिए उनकी योजना को सुनने की कोशिष करें। वास्तव में, हमारे दिल की गहराई में ईश्वर की आवाज को सुनना और उनकी इच्छा को समझना हमारे आंतरिक विकास के लिए अनिवार्य है, खासकर जब हम तत्काल और कठिन कार्यों का सामना करते हैं। इस संबंध में, सेमिनरी जीवन आपको पहले से ही प्रार्थना की आदत विकसित करने की संभावना प्रदान करता है जो भविष्य की प्रेरिताई में आपकी अच्छी सेवा करेगी। इसी तरह, प्रभु को सुनने में उन सभी बातों के प्रति विश्वास की प्रतिक्रिया भी शामिल है जो उन्होंने प्रकट की हैं और जिसे कलीसिया आगे बढ़ाती है, ताकि आप प्रामाणिक और आनंदमय तरीके से दूसरों को सुसमाचार की सच्चाई और सुंदरता को सिखाने और प्रचार करने में सक्षम हो सकें।

एकसाथ चलना

सिनॉडल यात्रा की दूसरी विशेषता है एक साथ चलना। संत पापा ने कहा कि सेमिनरी प्रशिक्षण का यह समय भाईचारे की भावना को गहरा करने का एक अवसर है, न केवल आपस में, बल्कि अपने धर्माध्यक्ष, स्थानीय पल्लियों के पुरोहितों, धर्मसंघियों  और विश्वासियों के साथ-साथ सार्वभौमिक कलीसिया के साथ भाईचारे की भावना को जीने का अवसर देता है। संत पापा ने कहा, “हमें यह पहचानना चाहिए कि हम एक महान लोगों का हिस्सा हैं जिसने ईश्वर के वादे को एक उपहार के रूप में प्राप्त किया है, एक विशेषाधिकार के रूप में नहीं। हमारी बुलाहट ईश्वर और उनके लोगों की सेवा के लिए है। दरअसल, अच्छा चरवाहा झुंड के साथ चलता है: कभी-कभी आगे, रास्ता चिह्नित करने के लिए; कभी बीच में, उन्हें प्रोत्साहित करने के लिए और कभी पीछे, जो संघर्ष कर रहे हैं उनका साथ देने के लिए। हमेशा याद रखें कि झुण्ड के साथ चलना कितना महत्वपूर्ण है, इससे अलग कभी नहीं।”

 गवाही देना

संत पापा ने कहा कि जब हम ईश्वर की बात सुनते और दूसरों के साथ चलते है तो हम संसार में येसु के जीवित चिह्न बनते हैं। येसु के दयालु प्रेम की गवाही देते हैं और सभी के साथ साझा करते हैं। संत पापा की आशा है कि सेमिनिरी में बिताए गए वर्ष उन्हें स्वयं को पूरी तरह से, ब्रह्मचारी प्रेम में और एक अविभाजित हृदय के साथ, ईश्वर और उनके पवित्र लोगों को समर्पित करने के लिए तैयार करेंगे। संत पापा ने कहा, “कलीसिया को आपके उत्साह, उदारता और जोश की आवश्यकता है ताकि सभी को यह दिखाया जा सके कि जीवन की हर परिस्थिति में ईश्वर हमेशा हमारे साथ हैं।”

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

06 March 2023, 15:18