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संत पापा फ्राँसिस राखबुधवार मिस्सा का अनुष्ठान करते हुए संत पापा फ्राँसिस राखबुधवार मिस्सा का अनुष्ठान करते हुए  (ANSA)

सतं पापा: पवित्र वास्तुकला का डिजाइन कलीसिया की धर्मविधि से प्रभावित होना चाहिए

संत पापा फ्राँसिस ने पोंटिफिकल अकादमियों के 26वें सार्वजनिक सत्र के लिए एक संदेश भेजा और वास्तुकारों से पवित्र स्थानों को डिजाइन करने का आग्रह किया कि वे कलीसिया की पूजा पद्धति से प्रेरणा लें।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 15 मार्च 2023 (वाटिकन न्यूज) : जैसा कि पोंटिफिकल अकादमियों ने मंगलवार को अपना 26वां सार्वजनिक सत्र आयोजित किया, संत पापा फ्राँसिस ने पवित्र वास्तुकला के महत्व पर विचार किया, जो सार्वजनिक सत्र के इस संस्करण का विषय है।

उन्होंने अपने 2022 के प्रेरितिक पत्र ‘देसिदेरियो देसिदेरावी’ को याद किया, जो ईश्वर के लोगों के धर्मविधि प्रशिक्षण के लिए समर्पित था।

प्रतीकात्मक भाषा को फिर से खोजना

संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि पवित्र वास्तुकला की "प्रतीकात्मक भाषा" को फिर से खोजना चाहिए और इसकी व्याख्या करने में सक्षम होना चाहिए।

अपने प्रेरितिक पत्र का हवाला देते हुए उन्होंने कहा, "शरीर और प्रत्येक प्राणी के प्रतीकात्मक मूल्य को समझने की क्षमता खो देने से धर्मविधि की प्रतीकात्मक भाषा आधुनिक मानसिकता के लिए लगभग दुर्गम हो जाती है, फिर भी ऐसी भाषा को त्यागने का कोई सवाल ही नहीं हो सकता। इसे त्यागा नहीं जा सकता क्योंकि इसी तरह पवित्र त्रित्व  ने वचन के देह के माध्यम से हम तक पहुँचने का चुनाव किया। यह धर्मविधि के प्रतीकों का उपयोग करने और समझने की क्षमता को पुनः प्राप्त करने का प्रश्न है।"

कलीसिया के धर्मविधिक जीवन से प्रेरणा

संत पापा ने कहा कि कलात्मक और वास्तुकला-संबंधी रचनात्मकता को केवल मानवीय प्राथमिकताओं के बजाय कलीसिया के धर्मविधिक जीवन और पवित्र आत्मा के कार्यों से प्रेरणा लेनी चाहिए।

उन्होंने कहा कि धर्मविधि और कला जो धर्मविधिक स्थान को घेरती है, "विषयवाद" और "सांस्कृतिक तत्वों के आक्रमण" से मुक्त होना चाहिए।

परमधर्मपीठीय अकादमी पुरस्कार के विजेता

संत पापा ने पवित्र वास्तुकला में उनके योगदान के लिए परमधर्मपीठीय अकादमी पुरस्कार के विजेताओं को बधाई दी।

फ्लोरेंस में "ओपीपीएस आर्किटेटुरा" स्टूडियो को रोम में असीसी के संत फ्रांसिस और सिएना की काथरीन चैपल का नवीनीकरण करने के लिए स्वर्ण पदक से सम्मानित किया गया था।

रजत पदक आर्किटेक्ट फेडेरिका फ्रिनो को केंद्रीय इतालवी शहर पोंटेडेरा में संत थॉमस को समर्पित एक नए गिरजाघर की परियोजना के लिए मिला।

पोंटिफिकल अकादमियों के पुरस्कारों को "नई आवश्यकताओं और समकालीन वास्तुशिल्प भाषा को ध्यान में रखते हुए, पूजा के लिए समर्पित स्थानों के डिजाइन, सजावट, धर्मविधि अनुकूलन, नवीकरण और पुन: उपयोग के मानदंडों के आधार पर सौंपा गया था।"

फलदायी शोध

अंत में, संत पापा फ्राँसिस ने "अनुसंधान और सेवा के अपने क्षेत्रों में उपयोगी प्रयासों" के लिए पोंटिफिकल अकादमियों को धन्यवाद दिया और उन्होंने सदस्यों को माता मरियम की सुरक्षा में सौंप दिया।

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15 March 2023, 15:22