खोज

सन्त पापा फ्राँसिस कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य में, 02.02.2023 सन्त पापा फ्राँसिस कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य में, 02.02.2023  (ANSA)

कांगो संघर्ष समाप्ति हेतु सन्त पापा ने किया क्षमा का आग्रह

सन्त पापा फ्राँसिस ने, बुधवार को दशकों के सशस्त्र संघर्षों से जूझ रहे कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य में परस्पर क्षमा का आग्रह करते हुए कहा कि हमें एक दूसरे को "हृदय की महान क्षमा" प्रदान करने की नितान्त आवश्यकता है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

किनशासा, गुरुवार, 2 फरवरी 2023 (रेई, रॉयटर्स, वाटिकन न्यूज़): सन्त पापा फ्राँसिस ने, बुधवार को दशकों के सशस्त्र संघर्षों से जूझ रहे कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य में परस्पर क्षमा का आग्रह करते हुए कहा कि हमें एक दूसरे को "हृदय की महान क्षमा" प्रदान करने की नितान्त आवश्यकता है।

हथियार डालने का आह्वान

काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु इस समय कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य एवं दक्षिण सूडान की प्रेरितिक यात्रा पर हैं। उप-सहारा अफ्रीका के देशों में यह उनकी तीसरी यात्रा है। अपनी यात्रा के दूसरे दिन, बुधवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य की राजधानी किनशासा के एनदोलो हवाई अड्डे के मैदान में ख्रीस्तयाग समारोह की अध्यक्षता की जिसमें लगभग दस लाख श्रद्धालुओं ने भाग लिया। इस अवसर पर प्रवचन करते हुए उन्होंने संघर्षों से जुड़े ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों का भी आह्वान किया कि वे हथियार डाल दें तथा देश के पुनर्निर्माण में योगदान दें।     

बुधवार को एनदोलो हवाई अड्डे के विशाल रनवे स्थल पर शनैः शनैः ख्रीस्तयाग के लिये तैयार वेदी के मंच तक  आगे बढ़ते सन्त पापा की पापामोबिल गाड़ी के ओर-छोर सैकड़ों हज़ारों लोग गाते, बजाते और नाचते नज़र आये। प्रथागत रीतियों का पालन करते हुए देश में आये गणमान्य व्यक्ति के स्वागत हेतु कई महिलाओं ने सन्त पापा फ्राँसिस की तस्वीर सहित कपड़े पहने थे जबकि बच्चे बेहतर दृश्य के लिए एक अनुपयोगी विमान पर चढ़ गए थे।

क्षमा की तलाश करें

विश्व को कॉन्गो के लोगो की व्यथा का स्मरण दिलाते हुए ख्रीस्तयाग प्रवचन में सन्त पापा ने कहा कि इस देश के लोग  "लगातार घृणा और हिंसा से संक्रमित घावों से पीड़ित हैं, जबकि कहीं से भी न्याय की दवा और आशा का मरहम आना प्रतीत नहीं होता है।" उन्होंने कहा कि ईश्वर चाहते हैं कि कॉन्गो के लोग एक दूसरे के लिये हृदय से क्षमा की तलाश करें, उन्होंने कहा, "कितना अच्छा होता यदि हम अपने दिलों को क्रोध, आक्रोश और शत्रुता के हर निशान से साफ कर देते!"

कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य में व्याप्त संघर्षों में लिप्त ख्रीस्तीय धर्मानुयायियों से सन्त पापा ने आग्रह किया कि वे हिंसा का बहिष्कार कर देश के पुनर्निर्माण में योगदान दें। उन्होंने कहा "इस देश में आप सभी के लिए यह एक अच्छा समय हो सकता है, आप जो स्वतः को ईसाई घोषित करते हैं, लेकिन हिंसा में लिप्त हैं, प्रभु आपसे कह रहे हैं: 'अपने हथियार डाल दें और दया को गले लगाएँ।"

स्मरण रहे कि कॉन्गो गणराज्य की कुल आबादी यानि नौ करोड़ में से पचास प्रतिशत जनता ख्रीस्तीय धर्मानुयायी है। संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार, कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य में  सशस्त्र संघर्ष ने 57 लाख लोगों को आंतरिक रूप से विस्थापित किया है, जबकि 26 लाख से अधिक लोग भूख का सामना कर रहे हैं।

Thank you for reading our article. You can keep up-to-date by subscribing to our daily newsletter. Just click here

02 February 2023, 11:26