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दक्षिण सूडान में सन्त पापा फ्राँसिस, 04.02.2023 दक्षिण सूडान में सन्त पापा फ्राँसिस, 04.02.2023 

दक्षिण सूडान के नेताओं से रक्तपात समाप्त करने का आह्वान

दक्षिण सूडान की राजधानी जूबा में शुक्रवार को अपनी प्रेरितिक यात्रा की शुरुआत, संत पापा फ्राँसिस ने, देश के उग्र नेताओं से हिंसा, जातीय घृणा और भ्रष्टाचार के परित्याग की एक भावुक अपील के साथ की, जिसने दुनिया के सबसे युवा देश को शांति और समृद्धि पर अग्रसर होने से रोक दिया है।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

जूबा, शनिवार, 4 फरवरी 2023 (रेई,रॉयटर्स): दक्षिण सूडान की राजधानी जूबा में शुक्रवार को अपनी प्रेरितिक यात्रा की शुरुआत, संत पापा फ्राँसिस ने, देश के उग्र नेताओं से हिंसा, जातीय घृणा और भ्रष्टाचार के परित्याग की   एक भावुक अपील के साथ की, जिसने दुनिया के सबसे युवा देश को शांति और समृद्धि पर अग्रसर होने से रोक दिया है।

दशकों के संघर्ष के बाद 2011 में सूडान से अलग होकर दक्षिण सूडान एक स्वतंत्र देश हो पाया था, किन्तु 2013 में गृहयुद्ध छिड़ गया। दो मुख्य विरोधियों के बीच 2018 के शांति समझौते के बावजूद, हिंसा, क्षुधा और निर्धनता अभी भी देश को पीड़ित कर रहे हैं।  

अपने एंग्लिकन और स्कॉटिश प्रेस्बिटेरियन समकक्षों के साथ एक अभूतपूर्व संयुक्त "शांति की तीर्थयात्रा" के लिए पहुंचे,  विश्वव्यापी रोमी काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस का, शुक्रवार को राजधानी जुबा में, सैकड़ों हज़ारों लोगों ने गीतों, ढोल नगाड़ों, पारम्परिक अफ्रीकी धुनों को गुनगुनाकर तथा जयनारों के साथ शानदार स्वागत किया।

भावुक अपील

जूबा में अपने आगमन पर सबसे पहले सम्बोधन में, जिसमें राष्ट्रपति सलवा कीर और अन्य सरकारी हस्तियां भी शामिल थीं सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा, "मैं आपसे पूरे दिल से चार सरल शब्दों को स्वीकार करने की विनती करता हूं: ये मेरे शब्द नहीं, लेकिन मसीह के शब्द ... 'इससे अधिक नहीं!" उन्होंने कहा,  "अब और रक्तपात नहीं, और अधिक संघर्ष नहीं, और अधिक हिंसा नहीं और इसके लिए कौन जिम्मेदार है, इसपर कोई आपसी आरोप-प्रत्यारोप नहीं।"

सन्त पापा के जूबा आगमन की पूर्व संध्या ही, जूबा स्थित सेंट्रल इक्वेटोरिया राज्य में, मवेशी चरवाहों और एक स्थानीय मिलिशिया के बीच जैसे को तैसा प्रतिशोधात्मक हिंसा में 27 लोग मारे गए थे।

यह पहला मौका है जब काथलिक कलीसिया के परमध्यक्ष की यात्रा के दौरान उनके साथ वैश्विक एंग्लिकन कम्युनियन के धर्मगुरु, कैंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष जस्टिन वेल्बी, और चर्च ऑफ स्कॉटलैंड की महासभा के मॉडरेटर इयान ग्रीनशील्ड्स भी संयुक्त रूप से यात्रा कर रहे हैं। ये तीनों धार्मिक नेता ख्रीस्तीय बहुल राष्ट्र दक्षिण सूडान में सक्रिय मुख्य धार्मिक परंपराओं का प्रतिनिधित्व करते हैं।

जूबा में सन्त पापा फ्राँसिस

शुक्रवार को जूबा हवाई अड्डे से शहर के अन्तर में जाते मार्ग के ओर-छोर भारी भीड़ दक्षिण सूडान, यूनाइटेड किंगडम, स्कॉटलैंड और वाटिकन के झंडे लहराते हुए दिखाई दी। बड़े वाहनों और सुरक्षाकर्मियों से घिरी एक छोटी सी सफेद फियेट मोटर गाड़ी में सन्त पापा फ्राँसिस ने यात्रा की तथा कार की खिड़की से बेतहाशा खुश भीड़ को दर्शन दिये।

शुक्रवार को प्रशासनाधिकारियों, राजनयिक कोर के सदस्यों और नागर समाज के प्रतिनिधियों को सम्बोधित करने से पूर्व सन्त पापा फ्राँसिस ने जूबा के राष्ट्रपति भवन में  दक्षिण सूडान के राष्ट्रपति साल्वा कीर से औपचारिक मुलाकात की।

सन्त पापा ने कहा, "हमने दक्षिण सूडान की सम्पूर्ण जनता की अपील सुनने के बाद शांति की इस विश्वव्यापी तीर्थयात्रा को अंजाम दिया है, जो बड़ी गरिमा के साथ, दक्षिण सूडान के लोगों द्वारा सही जानेवाली हिंसा के लिए,   सुरक्षा की लगातार कमी के लिये, निर्धनता के लिये उनके द्वारा अनुभव की गई प्राकृतिक आपदाओं के लिए विलाप करती है।"

सन्त पापा ने कहा कि दक्षिण सूडान प्रचुर मात्रा में प्राकृतिक संसाधनों से समृद्ध है, किन्तु इन संसाधनों को भ्रष्टाचार के कारण कुछ लोगों तक सीमित न करके, सबमें बाँटा जाना चाहिये।

संयुक्त राष्ट्र संघ के अनुसार, दक्षिण सूडान में उप-सहारा अफ्रीका में विद्यमान कुछ सबसे बड़े कच्चे तेल के भंडार हैं, लेकिन भारी मात्रा में धन को सार्वजनिक खजाने से हटा दिया गया है। दूसरी ओर, दक्षिण सूडान की सरकार व्यापक भ्रष्टाचार के आरोपों से इनकार करती रही है।

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04 February 2023, 11:38