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जुबा के "जॉन गारंग" समाधि में विश्वव्यापी प्रार्थना के दौरान, संत पापा फ्राँसिस जुबा के "जॉन गारंग" समाधि में विश्वव्यापी प्रार्थना के दौरान, संत पापा फ्राँसिस   (ANSA)

दक्षिण सूडान में संत पापा: जो ख्रीस्त का अनुसरण करता है, वह शांति को चुनता है

जुबा में "जॉन गारंग" समाधि में विश्वव्यापी प्रार्थना के दौरान, संत पापा फ्राँसिस ने विभिन्न ख्रीस्तीय समुदाय के सदस्यों से कहा कि अच्छी तरह से काम करने और एक साथ चलने के लिए प्रार्थना करना पहली और सबसे महत्वपूर्ण बात है और प्रार्थना ही उन्हें बहुलता में एकता को बढ़ावा देने के लिए प्रेरित करता है। दक्षिण सूडान में हिंसा को बढ़ावा देने वाले आदिवासीवाद और गुटबाजी के सामने, विश्वासियों के बीच सद्भाव की गवाही एकजुटता का एक उदाहरण बने।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

जुबा, रविवार 5 फरवरी 2023 (वाटिकन न्यूज) : जुबा के जॉन गारंग समाधि में, दक्षिण सूडान में अपने दूसरे दिन के समापन पर, संत पापा फ्राँसिस ने एक विश्वव्यापी प्रार्थना के लिए एकत्रित विश्वासियों को संबोधित किया। उन्होंने कहा कि दक्षिण सूडान की भूमि से, "हिंसा से तबाह" भूमि से "कई प्रार्थनाएँ अब स्वर्ग में उठाई गई हैं।"

संत पापा फ्राँसिस ने उपस्थित सभी लोगों से तीन क्रियाओं पर विचार करने के लिए कहा: प्रार्थना करना, काम करना और यात्रा करना।

प्रार्थना करना

पहला, प्रार्थना करना है। संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि प्रार्थना हमें आगे बढ़ने, अपने डर पर काबू पाने, अंधेरे में भी उस मुक्ति को देखने की शक्ति देती है जिसे ईश्वर अभी भी तैयार कर रहे हैं। उन्होंने कहा कि "प्रार्थना लोगों के लिए ईश्वर की मुक्ति को लाती है", और मध्यस्थ प्रार्थना वह प्रार्थना है जिसे करने के लिए हम, ईश्वर के पवित्र लोगों के चरवाहों के रूप में, विशेष रूप से अभ्यास करने के लिए बुलाए गये हैं।

संत पापा ने उपस्थित सभी लोगों से इस प्रयास में एक दूसरे का समर्थन करने का आग्रह करते हुए कहा, "हमारे ख्रीस्तीय समुदायों की विविधता में, आइए, हम आपस में एकजुट महसूस करें, एक परिवार के रूप में, सभी के लिए प्रार्थना करने के लिए जिम्मेदारी लें।"

जुबा के विश्वव्यापी प्रार्थना सभा में भाग लेती हुई एक महिला
जुबा के विश्वव्यापी प्रार्थना सभा में भाग लेती हुई एक महिला

 काम करना

"काम" की बात करते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने कहा कि ईश्वर की शांति न केवल संघर्षों के बीच एक विराम है, "बल्कि एक भाईचारा है जो एकजुट होने से आती है, आत्मसात करने से नहीं, जो क्षमा करने से आती है,प्रबल होने से नहीं, जो मेल-मिलाप करने आती है थोपने से नहीं।"

संत पापा ने कहा कि हम "उस शांति के लिए अथक प्रयास करें, जिसे येसु और पिता ईश्वर हमें निर्माण करने का आग्रह करते हैं। एक शांति जो विविधता को एकीकृत करती है और बहुलता में एकता को बढ़ावा देती है।"

“जो लोग मसीह को चुनते हैं, वे हमेशा शांति को चुनते हैं; जो युद्ध और हिंसा करते हैं वे प्रभु को धोखा देते हैं और उसके सुसमाचार को नकारते हैं।” संत पापा ने कहा, "येसु हमें स्पस्ट रुप से सिखाते हैं कि हमें हर किसी से प्यार करना है, क्योंकि हम सभी को स्वर्गीय पिता अपनो बच्चों के रूप में प्यार करते हैं।

जुबा में विश्वव्यापी प्रार्थना सभा में भाग लेते लोग
जुबा में विश्वव्यापी प्रार्थना सभा में भाग लेते लोग

यात्रा करना

तीसरी और अंतिम क्रिया "यात्रा करना" है। संत पापा ने कहा कि इस देश में, "ख्रीस्तीय समुदाय सुलह की प्रक्रियाओं को बढ़ावा देने के लिए गहराई से प्रतिबद्ध हैं", विश्वास की उज्ज्वल गवाही के लिए अपना आभार व्यक्त करने से पहले, न केवल शब्दों में बल्कि कर्मों में भी व्यक्त किया गया है कि किसी भी ऐतिहासिक विभाजन से पहले, एक अपरिवर्तनीय तथ्य बना रहता है, अर्थात्, कि हम ख्रीस्तीय हैं।"

दक्षिण सूडान में एकतावाद की बात करते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने इस वास्तविकता को "एक अनमोल खजाना" और येसु के नाम की प्रशंसा के कार्य के रूप में वर्णित किया।

"विश्वासियों के बीच एकता का साक्ष्य समग्र रूप से लोगों तक पहुंचे।”

स्मृति और प्रतिबद्धता

अपने प्रवचन को समाप्त करते हुए, संत पापा फ्राँसिस ने दक्षिण सूडान वासियों के लिए दो अंतिम शब्द पेश किए जो उन्हें अपनी यात्रा में दृढ़ रहने के लिए प्रोत्साहित करते हैं: स्मृति और प्रतिबद्धता। स्मृति का अर्थ है यह सुनिश्चित करना कि "आपके द्वारा उठाए गए कदम उन लोगों के नक्शेकदम पर चलना है जो आपसे पहले चले गए हैं। प्रतिबद्धता का अर्थ है एकता की ओर यात्रा करना, जहाँ प्रेम ठोस हो।"

अंत में, संत पापा फ्राँसिस ने उल्लेख किया कि कैंटरबरी के महाधर्माध्यक्ष और चर्च ऑफ स्कॉटलैंड के मॉडरेटर के साथ, उन्होंने "तीर्थयात्रियों,  के रुप में उनके साथ रहने" के लिए दक्षिण सूडान की यात्रा की।

जुबा में विश्वव्यापी प्रार्थना सभा में भाग लेते लोग
जुबा में विश्वव्यापी प्रार्थना सभा में भाग लेते लोग

"आइए हम एक-दूसरे को सदैव दिल से प्यार करें।"

जुबा के "जॉन गारंग" समाधि में विश्वव्यापी प्रार्थना

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05 February 2023, 11:21