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वाटिकन के अव्यवसायी खेल संघ के सदस्यों ने की सन्त पापा फाँसिस से मुलाकात, 09.02.2023 वाटिकन के अव्यवसायी खेल संघ के सदस्यों ने की सन्त पापा फाँसिस से मुलाकात, 09.02.2023  (ANSA)

खेल जीवन का एक रूपक है, संत पापा फ्राँसिस

सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि स्वस्थ खेलकूद एक ऐसी गतिविधि है जो आत्मा की परिपक्वता में योगदान करती है। उन्होंने खिलाड़ी के जीवन के लिये तीन मूलभूत नियमों को रेखांकित किया, जो हैं, प्रशिक्षण, अनुशासन एवं अभिप्रेरणा।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 10 फरवरी 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): वाटिकन फुटबॉल लीग की स्थापना की पाँचवी शताब्दी के उपलक्ष्य में गुरुवार को सन्त पापा फ्राँसिस ने वाटिकन में अव्यवसायी खेल संघ के सदस्यों से मुलाकात कर उन्हें बधाई दी।  

सन्त पापा ने इस बात की ओर ध्यान आकर्षित कराया कि सन् 1521 ई. में सन्त पापा लियो दसवें की उपस्थिति में वाटिकन के बेलवेदेरे प्राँगण में पहला फुटबॉल मैच हुआ था, जिसके बाद से फुटबॉल लीग में अन्य खेल भी जुड़ गये हैं।

संत पापा ने वाटिकन फुटबॉल लीग के सदस्यों को स्मरण दिलाया कि जब भी वे चैंपियनशिप के लिए यात्रा करते हैं तब यह आवश्यक है कि वे परमधर्मपीठ के साथ अपने बंधन का साक्ष्य प्रदान करें। उन्होंने समझाया कि स्वस्थ खेलकूद एक ऐसी गतिविधि है जो आत्मा की परिपक्वता में योगदान करती है। उन्होंने खिलाड़ी के जीवन के लिये तीन मूलभूत नियमों को रेखांकित किया, जो हैं, प्रशिक्षण, अनुशासन एवं अभिप्रेरणा।

प्रशिक्षण

प्रशिक्षण को सबसे पहला नियम निरूपित करते हुए सन्त पापा ने कहा, "हमारे विचार तुरंत परिश्रम, स्वेद और बलिदान पर जाते हैं।" दूसरी ओर, खेल का अव्यवसायी या शौकीन पहलू खेल के प्रति व्यक्ति के प्रेम एवं उसके आनन्द को अभिव्यक्ति प्रदान करता है। उन्होंने कहा, "यदि यह रवैया है, तो प्रतिस्पर्धा स्वस्थ होती है; अन्यथा, यदि विभिन्न प्रकार के हित प्रबल होते हैं, तो प्रतियोगिता खराब हो जाती है और कभी-कभी यह भ्रष्ट भी हो सकती है।"  

अनुशासन

खेल में अनुशासन की उपस्थिति पर बल देते हुए सन्त पापा ने कहा कि यह पहलू शिक्षा से संयुक्त रहा करता है। उन्होंने कहा, अनुशासन से परिपूर्ण खिलाड़ी केवल ऐसा खिलाड़ी नहीं है जो केवल नियमों का पालन करता हो बल्कि वह एक ऐसा खिलाड़ी होता है जो सदैव कुछ सीखने के लिये तैयार रहता है। उन्होंने कहा, "सच्चा खिलाड़ी हमेशा सीखने, आगे बढ़ने और सुधार करने की कोशिश करता है और इसके लिए अनुशासन की आवश्यकता होती है।"  

अभिप्रेरणा

अन्त में सन्त पापा ने अभिप्रेरणा पर अपने विचार प्रकट किये और कहा कि यह वह तत्व जो काम करने की ऊर्जा प्रदान करता और सुखद परिणाम देता है। उन्होंने कहा, "परीक्षण संख्यात्मक परिणाम पर नहीं है, अपितु परीक्षण इस बात पर होता है कि हम अपनी बुलाहट के प्रति कितने वफादार और सुसंगत रहे हैं"।

खिलाड़ियों से सन्त पापा फ्राँसिस ने आग्रह किया कि वे उक्त तीन नियमों पर अपने दैनिक जीवन में विचार करें और यह याद रखें कि "खेल जीवन के लिए एक रूपक है।"

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10 February 2023, 11:48