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संत पापा : मानव तस्करी 'गरिमा को धूमिल' करती है

संत पापा फ्राँसिस ने संत जोसफीन बखिता के पर्व दिवस पर काथलिक कलीसिया में मनाए गए मानव तस्करी के खिलाफ प्रार्थना और जागरुकता के 9वें विश्व दिवस के लिए जारी एक वीडियो संदेश में मानव तस्करी के मानव गरिमा के 'विकृत' होने की निंदा की।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, बुधवार 8 फरवरी 2023 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने मानव तस्करी के "शर्मनाक संकट" से निपटने के लिए एक अपील शुरू की है, जिसमें कहा गया है कि यह "गरिमा को धूमिल करता है।" संत जोसेफीन बखिता के पर्व बुधवार, 8 फरवरी को जारी मानव तस्करी के खिलाफ प्रार्थना और चिंतन के नौवें विश्व दिवस के लिए एक वीडियो संदेश में संत पापा के अपील की।

मानव तस्करी के पीड़ितों की संरक्षिका संत जोसफीन बखिता
मानव तस्करी के पीड़ितों की संरक्षिका संत जोसफीन बखिता

गरिमा में यात्रा

संत पापा ने कहा, “आज हम मानव तस्करी के पीड़ितों की संरक्षिका संत बखिता को याद करते हैं।” संत पापा “गरिमा में यात्रा”, विषय पर मानव तस्करी के खिलाफ प्रार्थना और जागरूकता के 9वें अंतर्राष्ट्रीय दिवस को मनाने हेतु शामिल होते हैं। जिसमें नायक के रूप में युवा लोग शामिल हैं।

संत पापा ने युवा लोगों को विशेष रुप से संबोधित कर कहा, “मैं आपको अपनी और हर मिलने वाले व्यक्ति की गरिमा का ध्यान रखने के लिए प्रोत्साहित करता हूँ। मुझे पता है कि आपने इस विषय को चुना : "गरिमा में यात्रा।" यह बहुत महत्वपूर्ण है: मानव गरिमा मानव तस्करी के खिलाफ आपकी प्रतिबद्धता के व्यापक क्षितिज को इंगित करता है: इस तरह आप आशा को जीवित रखने में योगदान दे सकते हैं और मैं अपनी ओर से आनंद शब्द को जोड़ूंगा, जिसे मैं आपको अपने दिल में ईश्वर के वचन के साथ सुरक्षित रखने के लिए आमंत्रित करता हूँ, क्योंकि सच्चा आनंद मसीह है!”

संत पापा ने कहा कि मानव तस्करी गरिमा को धूमिल करती है। शोषण और अधीनता स्वतंत्रता को सीमित करती है और लोगों को उपयोग करने और त्यागने के लिए वस्तुओं में बदल देती है और अवैध व्यापार की प्रणाली अन्याय और दुष्टता से लाभ कमाती है जो लाखों लोगों को संकट की स्थिति में रहने के लिए बाध्य करती है। दरअसल, आर्थिक संकट, युद्ध, जलवायु परिवर्तन और अस्थिरता के कई रूपों से प्रभावित लोगों का आसानी से तस्करी किया जाता है। दुर्भाग्य से तस्करी एक चिंताजनक हद तक बढ़ रही है, जो मुख्य रूप से प्रवासियों, महिलाओं और बच्चों, युवाओं, सपनों से भरे लोगों के सम्मान से जीने की इच्छा को प्रभावित कर रही है।

युवाओं की भूमिका

संत पापा ने विशेष रुप से युवाओं को सुसमाचार फैलाने के नेटवर्क में शामिल होने के लिए प्रोत्साहित करते हुए कहा, “हम एक कठिन समय में जा रहे हैं, इसी वास्तविकता में हम सभी को, विशेष रूप से युवा लोगों को, मसीह और उनके सुसमाचार से आने वाले प्रकाश को फैलाने के लिए अच्छे नेटवर्क बनाने के लिए संगठन में शामिल होने की आवश्यकता है। वह प्रकाश जो इन दिनों प्रतीकात्मक रूप से उन युवाओं को सौंपा जाएगा जो उन संगठनों का प्रतिनिधित्व करने के लिए रोम आए हैं जिन्होंने तस्करी के खिलाफ प्रार्थना और जागरूकता के इस दिन के लिए वर्षों से सहयोग किया है। इस भाव के साथ आपको मानव गरिमा के मिशनरियों के रूप में मानव तस्करी और हर प्रकार के शोषण के खिलाफ भेजा जाता है। यह 2024 में अगले दिन तक, युवा लोगों की भागीदारी के एक विशेष वर्ष का उद्घाटन करता है। इस प्रकाश की रक्षा करें और अन्य युवाओं के लिए एक आशीर्वाद बनें। हमारे समाजों को बदलने और मानव तस्करी जैसी शर्मनाक बीमारी को रोकने के लिए रास्ते तलाशने से कभी न थकें।”

'शर्मनाक संकट' को रोकना

इसके बाद संत पापा ने युवाओं द्वारा लिखे गये सुन्दर भावों में से कुछ को पढ़ा। “किसी को पीछे छोड़े बिना, मानव तस्करी के खिलाफ, गरिमा के लिए यात्रा।” "लाखों लोगों, विशेष रूप से युवा लोगों को शोषण और मानव तस्करी की ओर ले जाने वाली प्रक्रियाओं को पहचानने के लिए खुली आंखों से चलना।” “स्वतंत्रता और सम्मान की तलाश में हजारों लोगों के दैनिक रास्तों की खोज करने के लिए चौकस हृदय से चलना।” “तस्करी विरोधी कार्यों को बढ़ावा देने के लिए आशा हमारे पैरों का मार्गदर्शन करता है।” “मिलन की संस्कृति का निर्माण करने के लिए हाथ से हाथ मिलाकर चलना जो दिलों और समावेशी समाजों के रूपांतरण की ओर ले जाता है, रूढ़िवादिता को उजागर करने और हर व्यक्ति के अधिकारों की रक्षा करने में सक्षम है।”

तस्करी के खिलाफ एक साथ चलना

संत पापा ने उम्मीद जताई कि बहुत से लोग तस्करी के खिलाफ एक साथ चलने के युवाओं निमंत्रण को स्वीकार करेंगे। उन लोगों के साथ मिलकर चलना जो यौन और श्रम शोषण की हिंसा से नष्ट हो गए हैं; प्रवासियों, विस्थापितों, और परिवार के साथ रहने के लिए जगह की तलाश कर रहे लोगों के साथ मिलकर चलना। संत पापा ने सभी युवाओं को साथ मिलकर साहसपूर्वक मानवीय गरिमा के मूल्य की पुष्टि करने हेतु प्रेरित किया।

संत पापा ने कहा, साहस के साथ आगे बढ़ें! हिम्मत से आगे बढ़ें! माता मरिया आपकी रक्षा करें। संत बखिता हमारे साथ और हमारे लिए प्रार्थना करें। अंत में संत पापा ने मानव तस्करी के खिलाफ काम करने वाले सभी लोगों को अपना आशीर्वाद दिया।

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08 February 2023, 16:28