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आम दर्शन समारोह के दौरान सन्त पापा फ्राँसिस, तस्वीरः 15.02.2023 आम दर्शन समारोह के दौरान सन्त पापा फ्राँसिस, तस्वीरः 15.02.2023  (Vatican Media)

विश्वास ठोस कार्रवाई और दैनिक जीवन में अनुवादित हो

संत पापा फ्राँसिस ने इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन में इटली की कलीसिया के लिए वित्तीय सहायता को प्रोत्साहित करने में लगे लोगों को संत जोसेफ के सिपुर्द कर उनसे आग्रह किया कि वे इस तथ्य का ध्यान रखें कि प्रभु ख्रीस्त में विश्वास को सदैव ठोस कार्रवाई और दैनिक जीवन में अनुवादित होना चाहिए।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 17 फरवरी 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): संत पापा फ्राँसिस ने इताली धर्माध्यक्षीय सम्मेलन में इटली की कलीसिया के लिए वित्तीय सहायता को प्रोत्साहित करने में लगे लोगों को संत जोसेफ के सिपुर्द कर उनसे  आग्रह किया कि वे इस तथ्य का ध्यान रखें कि प्रभु ख्रीस्त में विश्वास को सदैव ठोस कार्रवाई और दैनिक जीवन में अनुवादित होना चाहिए।

गुरूवार को इताली कलीसिया की वित्तीय सहायता में संलग्न संगठन के सदस्यों ने सन्त पापा फ्राँसिस से मुलाकात कर उनका सन्देश सुना। इस अवसर पर सन्त पापा ने कहा कि मसीह में विश्वास को हमारे दिन-प्रतिदिन को रूपान्तरित करना चाहिये, और हमारे ठोस विकल्पों को प्रभावित करना चाहिए।

विश्वास एवं ठोस कार्रवाई

विश्वास को ठोस कार्रवाई में अभिव्यक्त करने का आग्रह करते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने अपने श्रोताओ को स्मरण दिलाया कि प्रारम्भिक प्रेरितिक समुदाय ने विश्व को "सुसमाचार में प्रस्तावित जीवन की एक नई शैली प्रदान करते हुए विश्व का रूपान्तरण शुरु किया था, जहां प्रत्येक अपनी प्रतिभा के साथ और जो कुछ उसके पास था उससे प्रभु येसु के प्रेम की प्रकाशना कर सुसमाचारी क्राँति को दृश्यमान बनाया था।"

उदासीनता के खिलाफ चेतावनी देते हुए सन्त पापा ने कहा कि इसे "सबसे बदत्तर बीमारियों" में से एक कहा जा सकता है।

सह-जिम्मेदारी, भागीदारी और सहभागिता

इस तथ्य को रेखांकित करते हुए कि इतिहास के अन्तराल बहुत कुछ बदल गया है सन्त पापा ने कहा कि इस नई  गतिशीलता को दो तत्वों के साथ जीना चाहिए, जो हैं: सह-ज़िम्मेदारी और भागीदारी।

सह-ज़िम्मेदारी के विषय में उन्होंने कहा कि कलीसिया में किसी को भी मात्र "एक दर्शक" या "हाशिए पर" नहीं रहना चाहिए, इसके बजाय, प्रत्येक को यह महसूस होना चाहिये कि वह "एक परिवार" का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि पारिवारिक बंधन में साझेदारी शामिल है, जिसमें शामिल होने की नितान्त आवश्यकता है, जहां हम एक साथ पहल करते, जोखिम उठाते और एक साथ चलते हैं।

सहभागिता में जीवन यापन का अनुरोध करते हुए सन्त पापा ने कहा, एक तीसरा शब्द है, "सहभागिता," यह याद दिलाता है कि भागीदारी सहभागिता का निर्माण करती है और उसे बनाए रखती है। सन्त पापा ने उक्त संगठन के सदस्यों को उनके नेक कार्यों के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया तथा उन्हें सन्त योसफ के सिपुर्द किया, जो हम सबके संरक्षक सन्त हैं।

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17 February 2023, 11:53