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किनशासा में लोकपकारी संगठनों के प्ेरतिनिधियों से मुलाकात, 01.02.2023 किनशासा में लोकपकारी संगठनों के प्ेरतिनिधियों से मुलाकात, 01.02.2023   (ANSA)

लोकोपकारी संस्थाएँ आशा के बीज बोती हैं, सन्त पापा फ्राँसिस

कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में अपनी प्रेरितिक यात्रा के दूसरे दिन का समापन संत पापा फ्राँसिस ने किनशासा में अनेक लोकोपकारी एवं धर्मार्थ संस्थाओं के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर किया तथा सर्वाधिक कमज़ोर लोगों के प्रति इन संस्थाओं के उदार एवं कीमती कार्यों के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

किनशासा, गुरुवार, 2 फरवरी 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): कांगो लोकतांत्रिक गणराज्य में अपनी प्रेरितिक यात्रा के दूसरे दिन का समापन संत पापा फ्राँसिस ने किनशासा में अनेक लोकोपकारी एवं धर्मार्थ संस्थाओं के प्रतिनिधियों से मुलाकात कर किया तथा सर्वाधिक कमज़ोर लोगों के प्रति इन संस्थाओं के उदार एवं कीमती कार्यों के लिये धन्यवाद ज्ञापित किया।

लोकोपकारी संस्थाओं की सराहना

किनशासा स्थित परमधर्मपीठीय प्रेरितिक राजदूतावास में बुधवार को सन्त पापा फ्रांसिस ने कहा कि लोकोपकारी संस्थाएं एक जंगल की तरह है जो चुपचाप अपना काम करते हुए आगे बढ़ती जाती हैं तथा अनवरत जारी रहनेवाली हिंसा और अन्याय के "शोर" के बीच फल उत्पन्न करती हैं।

सन्त पापा के साथ मुलाकात हेतु छह लोकोपकारी एवं धर्मार्थ संगठनों एवं संस्थानों के संचालक उपस्थित थे जिन्होंने अपने अनुभवों का वर्णन किया और गरीबों और हाशिए पर रहने वाले लोगों के लिए स्वास्थ्य सेवा, शिक्षा और मानव विकास के क्षेत्र में अपनी गतिविधियों को प्रस्तुत किया। इनमें विभिन्न प्रकार की विकलांगताओं, हैनसेन रोग और अन्य बीमारियों से प्रभावित लोग भी शामिल थे।

निर्धनों की आवाज़

संत पापा फ्राँसिस ने उनके काम की सराहना करते हुए कहा कि प्रस्तुत रिपोर्टों में केवल सामाजिक समस्याओं या गरीबी के आंकड़ों को सूचीबद्ध नहीं किया गया है,  "लेकिन इससे भी महत्वपूर्ण बात यह है कि गरीबों के बारे में स्नेह के साथ बात की गई है", लोगों के नाम लिये गये हैं, उनके चेहरे प्रस्तुत किये गये हैं, जिनसे ख्रीस्तानुयायी "मुँह नहीं मोड़ सकते"।

इस तथ्य को दृष्टिगत रखकर कि विश्व मीडिया दुर्भाग्यवश से कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य और सम्पूर्ण अफ्रीका की "विशाल प्रतिभाओं" और "सच्ची मानव और ख्रीस्तीय भव्यता की कहानियों" को ज्यादा जगह नहीं देता है, सन्त पापा ने कहा कि लोकोपकारी संस्थाओँ के प्रतिनिधियों से मिलकर वे देश में उन कई पुरुषों और महिलाओं की पीड़ा, हिंसा, दुर्व्यवहार, भेदभाव के शिकार और हाशिये पर छोड़ दिये गये लोगों की "आवाज" बनना चाहते थे।" उन्होंने कहा, "गरीबी और अस्वीकृति मनुष्य के खिलाफ एक अपराध है, जो उनकी गरिमा का हरण करता है।" उन्होंने कहा, "गरिमा बहाल करके ही हम मानवता की बहाली कर सकते हैं"।

गुरुवार को कॉन्गो लोकतांत्रिक गणराज्य में अपनी प्रेरितिक यात्रा के तीसरे दिन सन्त पापा ने किनशासा स्थित शहीदों को समर्पित स्टेडियम में देश के युवाओं एवं धर्मशिक्षकों से मुलाकात कर उन्हें अपना सन्देश दिया।

शुक्रवार को कॉन्गोवासियों से विदा ले सार्वभौमिक काथलिक कलीसिया के परमधर्मगुरु सन्त पापा फ्राँसिस दक्षिण सूडान की ओर प्रस्थान करेंगे।

 

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02 February 2023, 11:38