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इताली आस्सीफेरो समाज सेवी  न्यास के सदस्यों से सन्त पापा फ्राँसिस, 26.01.2023 इताली आस्सीफेरो समाज सेवी न्यास के सदस्यों से सन्त पापा फ्राँसिस, 26.01.2023  (ANSA)

"आस्सीफेरो" के समाजसेवियों को सन्त पापा फ्राँसिस का सम्बोधन

संत पापा फ्राँसिस ने गुरुवार को वाटिकन में इटालियन एसोसिएशन ऑफ फाउंडेशन्स एंड फिलैंथ्रोपिक बॉडीज नामक समाजसेवी न्यास "आस्सीफेरो" के सदस्यों से मुलाकात कर उनसे आग्रह किया कि वे व्यक्ति को बढ़ावा देने तथा स्वस्थ व सहायक सामाजिक और आर्थिक मॉडल विकसित करने हेतु काम करें।

जूलयट जेनेवीव क्रिस्टफर-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, शुक्रवार, 27 जनवरी 2023 (रेई, वाटिकन रेडियो): संत पापा फ्राँसिस ने गुरुवार को वाटिकन में इटालियन एसोसिएशन ऑफ फाउंडेशन्स एंड फिलैंथ्रोपिक बॉडीज नामक समाजसेवी न्यास "आस्सीफेरो" के सदस्यों से मुलाकात कर उनसे आग्रह किया कि वे व्यक्ति को बढ़ावा देने तथा स्वस्थ व सहायक सामाजिक और आर्थिक मॉडल विकसित करने हेतु काम करें।

ख्रीस्तीय-प्रेरित दृष्टिकोण

समाजसेवी न्यास "आस्सीफेरो" की स्थापना की 20 वीं वर्षगाँठ के उपलक्ष्य में वाटिकन एवं रोम की भेंट करने आये सदस्यों से सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि मानव व्यक्ति की गरिमा को बरकरार रखना, मानव व्यक्ति को प्रोत्साहन देना तथा व्यक्ति के अखण्ड विकास हेतु काम करना वे तीन मूलभूत मूल्य हैं जिनपर समाज सेवी अपना मिशन केन्द्रित रखें।

विगत वर्षों के अन्तराल में उक्त न्यास के सदस्यों द्वारा सम्पन्न कार्यों की सन्त पापा ने भूरि-भूरि प्रशंसा की तथा कहा कि ये कार्य "स्पष्ट रूप से ख्रीस्तीय-प्रेरित दृष्टिकोण" के साथ सम्पादित किये गये थे।

विविधता का सौन्दर्य

सन्त पापा ने कहा कि यह ध्यान देने योग्य है कि न्यास के महत्वपूर्ण पहलुओं में से एक है इसकी विविधता, जिसके सदस्य सभी विभिन्न मूल और पृष्ठभूमि के होने के कारण भिन्न-भिन्न गतिविधियों, कौशल और विभिन्न प्रकार के संचालन के तरीकों की विरासत से इसे समृद्ध बनाते हैं।

उन्हेंने कहा कि यही कारण है कि "मैं अनुशंसा करना चाहता हूं कि आप अपने कार्यक्रमों में तीन महत्वपूर्ण मूल्यों पर विशेष ध्यान दें, जो आपके मन में पहले से ही हैं"। पहला मूल्य "व्यक्ति के अभिन्न अखण्ड कल्याण को बढ़ावा देना"; दूसरा, "स्थानीय समुदायों को सुनना"; और तीसरा, यह न भूलते हुए कि निकटता प्रभु ईश्वर के मूल्यों में से एक है "उन लोगों के निकट जाना जो सबसे गौण या सबसे हीन माने जाते हैं"।

तीन मूलभूत मूल्य

मानव व्यक्ति के अखण्ड और अभिन्न कल्याण का अर्थ समझाते हुए सन्त पापा फ्राँसिस ने कहा कि इसका अर्थ केवल भौतिक सहायता नहीं है बल्कि इसका उद्देश्य लोगों के उत्थान में मदद देना है। उन्होंने कहा कि व्यक्तिगत स्तर पर और सामुदायिक स्तर पर भी लोगों की क्षमताओं को पहचान कर उसकी वृद्धि करना यथार्थ उत्थान एवं यथार्थ विकास है।  

स्थानीय लोगों की सुनने के विषय में सन्त पापा ने कहा कि स्थानीय वास्तविकताओं को सुनने के बिना आप स्थानीय लोगों की बात कभी भी नहीं सुन पायेंगे। सन्त पापा ने कहा, "यह अति महत्वपूर्ण है कि आपका हस्तक्षेप छिट-पुट मदद के लिए न हो, बल्कि भविष्य के लिए बीज आरोपित करे जहाँ लोग रहते हैं।"

"सबसे गौण के निकट"

तीसरे मूल्य "सबसे गौण के निकट" के महत्व को समझाते हुए सन्त पापा ने उस कहावत का स्मरण दिलाया जिसमें कहा गया है कि 'एक जंजीर केवल उतनी ही मजबूत होती है जितनी उसकी सबसे कमजोर कड़ी'। उन्होंने कहा कि  "उन लोगों के करीब होना जो गौण हैं 'कम से कम' अथवा हीन माने जाते हैं, उनके घावों पर झुकना, उनकी जरूरतों को पूरा करना, एक बेहतर विश्व और शांति के भविष्य के लिए एकजुट समुदायों के निर्माण हेतु एक ठोस नींव रखना है।

न्यास के सदस्यों से सन्ता पापा फ्राँसिस ने आग्रह किया कि वे  "उत्साह और विवेक के साथ" अपने सेवाकार्यों को नित्य आगे बढ़ाते रहें।

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27 January 2023, 11:52