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 माल्टा के सार्वभौम आदेश के सदस्य माल्टा के सार्वभौम आदेश के सदस्य 

संत पापाः ख्रीस्त के प्रति विश्वासयोग्य रहते हुए अपने मिशन में आगे बढ़ें

संत पापा फ्राँसिस माल्टा के सार्वभौम आदेश को उनकी महासभा के समापन पर संबोधित किया और उन्हें नए उच्च कार्यालयों के चुनाव के बाद अपने मिशन में आगे बढ़ने और हमेशा ख्रीस्त के प्रति वफादार हने रहने हेतु प्रोत्साहित किया।

माग्रेट सुनीता मिंज-वाटिकन सिटी

वाटिकन सिटी, सोमवार 30 जनवरी 2023 (वाटिकन न्यूज) : संत पापा फ्राँसिस ने सोमवार 30 जनवरी को वाटिकन के कोंचिस्तोरो भवन में माल्टा के सार्वभौम सैन्य आदेश की महासभा में भाग लेने वालों के साथ मुलाकात की। संत पापा ने कार्डिनल सिल्वानो तोमासी को उनके उदार शब्दों के लिए और अपने विशेष प्रतिनिधि के रूप में संस्था के कार्यकारी समूह के साथ कार्य करने के लिए धन्यवाद दिया।

संत पापा ने संस्था के ग्रैंड मास्टर के लेफ्टिनेंट, ब्रदर जॉन डनलप को उनके परिचय भाषण के लिए धन्यवाद दिया।  संत पापा ने महासभा में चुने गए नए उच्च कार्यालयों और नई संप्रभु परिषद के सदस्यों का स्वागत किया।

संत पापा ने संस्था के संस्थापक धन्य जेरार्ड के आदर्शो पर हर परिस्थिति में प्रतिबद्धता के साथ चलने के लिए प्रेरित किया। जिन्होंने "हमारे प्रभु के गरीबों" की सेवा में अपना जीवन समर्पित किया था। वास्तव में, यह आपको एक ज़रूरतमंद भाई के हर चेहरे में प्रभु का सामना करने की अनुमति देता है।

संत पापा ने उनकी संस्था के नाम की सार्थकता पर अपने विचार प्रकट किया।

सार्वभौम

संत पापा ने कहा, “यह पूरी तरह से एक अनूठी संप्रभुता है, जिसे सदियों से ग्रहण किया गया है और परमाध्यक्ष की इच्छा से इसकी पुष्टि हुई है। यह आपको अंतरराष्ट्रीय राजनयिक कानूनी संरक्षण के तहत, उन लोगों के करीब जाने के लिए उदार और एकजुटता की मांग करता है।”

सैन्य

संत पापा ने कहा कि तीर्थयात्रियों और पवित्र स्थानों के साथ-साथ ख्रीस्तीय धर्म की रक्षा के लिए उनकी संस्था ने गौरवशाली कार्य किया है। आज, वे कार्य अंतर्धार्मिक संवाद का मार्ग प्रशस्त करते हैं। इसके अलावा, मसीह में विश्वास और उनका अनुसरण करना आपको सुसमाचार की गवाही देने और हर उस चीज़ के खिलाफ लड़ने के लिए प्रतिबद्ध करता है जो इसका विरोध करती है।

हॉस्पीटलर

संत पापा ने कहा कि यह संस्था उस सेवा से उत्पन्न हुआ है जिसे संस्था के संरक्षक धन्य जेरार्ड ने येरूसालेम में तीर्थयात्रियों को संत जॉन द बैप्टिस्ट अस्पताल में दी थी। उस स्थान पर धन्य जेरार्ड ने, अपने पहले बंधुओं के साथ, तीर्थयात्रियों और ज़रूरतमंदों का स्वागत किया, साथ ही उन्हें आवश्यक चिकित्सा देखभाल भी प्रदान की और यह आज आपके कार्यों की बहुलता में पाया जा सकता है। संत पापा ने कहा कि वे बीमारों की देखभाल करने में, उनमें से प्रत्येक में मसीह के पीड़ित चेहरे को पहचानना जानते हैं, चाहे उनका मूल, राष्ट्रीयता या धार्मिक विश्वास कुछ भी हो। और फिर, जब आप करुणा और कोमलता के साथ उनके निकट आते हैं, तो आप स्वयं येसु, भले समारी को प्रकट करते हैं।

“आइए, हम यह न भूलें कि कार्यों को अच्छी तरह से व्यवस्थित और प्रबंधित किया जाना चाहिए, लेकिन इन सबसे ऊपर उन्हें मसीह की उदारता का संकेत होना चाहिए।”

संत पापा ने उनके साहसपूर्ण एवं उदार कार्यों की प्रशंसा करते हुए उनसे आग्रह किया कि वे ख्रीस्त, स्वामी और प्रभु के प्रति विश्वासयोग्य बने रहें और पूरे विश्व में बीमारों को चंगाई और पीड़ितों को सांत्वना देने के उनके संदेश को लेकर आगे बढ़ें। पड़ोसियों के करीब रहें, सांसारिक आकांक्षाओं से अनुप्राणित न होवें बल्कि सेवा में उत्साही बनें और पुनर्जीवित ईश्वर की गवाही दें।

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30 January 2023, 16:25